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UPSC में 5 बार फेल, फिर बनी देश की पहली Sword Of Honor पाने वाली IPS

देश की कठिन परीक्षाओं में मानी जाने वाली UPSC को पास करने का सपना हर कोई देखता है। लेकन एक बार फेल होने पर सभी होसला खो देते हैं।आज हम आपको ऐसी IPS के बारे में बताने जा रहे हैं जिसने 5 बार फेल होने पर भी अपना होसला नहीं खोया और बन गई IPS खबर में जानिए क्या है स्टोरी। 
 
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 UPSC में 5 बार फेल, फिर बनी देश की पहली Sword Of Honor पाने वाली IPS 

HR Breaking News : ब्यूरो : हैदराबाद स्थित सरदार वल्लभभाई पटेल राष्ट्रीय पुलिस अकादमी (SVPNPA) में भारतीय पुलिस सेवा के अफसरों के प्रशिक्षण में एक सुनहरा अध्याय जुड़ गया है। वो ये है कि  (SVPNPA) के इतिहास में पहली बार IPS एसोसिएशन का स्वार्ड ऑफ ऑनर किसी महिला पुलिस अधिकारी मिला है। यह गौरव आईपीएस रंजीता शर्मा को प्राप्त हुआ है।

हरियाणा के गांव में पैदा हुईं Ranjita Sharma हरियाणा के एक छोटे से गांव में पैदा हुईं रंजीता शर्मा का IPS बनने का सफर और फिर sword of honor के अलावा सात अन्य श्रेणियों में बाजी मारने की पूरी कहानी प्रेरणादायक है। खासकर उन लोगों के लिए जो एक बार की असफलता के बाद हार मान जाते हैं। फिर कोशिश करना छोड़ देते हैं।


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SVPNPA में पासिंग आउट परेड  में पुलिस अधिकारियों के प्रशिक्षण का 72वां दीक्षांत समारोह 2021 हुआ। इसमें बैच के 144 भारतीय पुलिस सेवा और पड़ोसी देशों के 34 पुलिस अधिकारियों ने अपना दो साल का प्रशिक्षण पूर्ण किया है। अब ये पासिंग आउट परेड  के बाद अपने-अपने कैडर में जाकर ट्रेनी की बजाय नियमित आईपीएस के रूप में ज्वाइन करेंगे।

IPS Ranjita Sharma का इंटरव्यू वन इंडिया हिंदी से बातचीत की राजस्थान कैडर की आईपीएस रंजीता शर्मा ने बताया कि उन्हें SVPNPA में 72 आरआर की पासिंग आउट परेड 2021 में आईपीएस एसोसिएशन के स्वार्ड ऑफ ऑनर से नवाजा गया है। यह ऑनर प्रशिक्षण पाने वाले सभी आईपीएस अधिकारियों में से आउटडोर फिजिकल एक्टिविटी के अलग-अलग चरणों में अव्वल रहने वाले आईपीएस को मिलता है।


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क्या होता है स्वार्ड ऑफ ऑनर? IPS की ट्रेनिंग के दौरान मार्शल आर्ट, पीटी, फायरिंग, रूट मार्च में रायफल के अलावा 20 किलो वजन उठाकर 40 किमी तक दौड़ना, स्वीमिंग, हॉर्स राइडिंग आदि में ऑल ओवर अधिक अंक प्राप्त करने वाले को बेस्ट आउटडोर प्रोबेशनर के तौर पर IPS Association का स्वार्ड ऑफ ऑनर मिलता है। SVPNPA के इतिहास में अभी तक पुरुष आईपीएस ही स्वार्ड ऑफ ऑनर पाते आए हैं। पहली बार बतौर महिला आईपीएस रंजीता शर्मा ने स्वार्ड ऑफ ऑनर प्राप्त कर परेड को कमांड किया।

IPS Ranjita Sharma की जीवनी व परिवार बता दें कि आईपीएस रंजीता शर्मा मूलरूप से हरियाणा के रेवाड़ी जिले के गांव डहीना की रहने वाली हैं। ​सतीश कुमार शर्मा व सविता शर्मा के घर 1 नवंबर 1986 को रंजीता का जन्म हुआ। वर्तमान में इनका परिवार हरियाणा के फरीदाबाद में रहता है। इनके दो भाई भानु प्रताप शर्मा व वीर प्रताप शर्मा हैं जो प्राइवेट जॉब करते हैं। रंजीता अपने गांव से पहली आईपीएस हैं। इनके मामा के बेटे आदित्य प्रकाश भारद्वाज आईआरएस अधिकारी हैं।

रंजीता उदयपुर में ट्रेनी ASP Ranjita Sharma को यूपीएससी की सिविल सेवा परीक्षा 130वीं रैंक मिलने के बाद राजस्थान कैडर अलॉट हुआ। राजस्थान की लेकसिटी उदयपुर में बतौर ट्रेनी एएसपी के रूप सेवाएं दे रही थीं। अब पासिंग आउट परेड के बाद वापस राजस्थान लौटने पर इन्हें रेगुलर एएसपी के रूप में पोस्टिंग मिलेगी।

IPS Ranjita Sharma की UPSC Journey आईपीएस Ranjita Sharma का यूपीएससी का सफर काफी प्रेरित करने वाला है। इन्हें अपने छठे और आखिरी प्रयास में सफलता मिली। ये लगातार पांच बार असफलत रहीं, मगर हिम्मत नहीं हारी। रंजीता बताती हैं  प्रारम्भिक परीक्षा भी पास नहीं हुई। प्रारम्भिक व मुख्य परीक्षा पास की, मगर इंटरव्यू में रह गईं और तीनों चरण पास कर आईपीएस बन गईं।