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Success Story- घर से बहार निकलों और चमकों, इस मंत्र ने बेटी को बुलंदियों तक पहुंचाया

कहते हैं जोश, जज्बा और जुनून हो तो कोई भी मंजिल पाना मुश्किल नहीं होता है। लक्ष्य बनाकर उस पर मेहनत की जाए तो एक दिन सफलता मिल ही जाती है। कुछ ऐसा ही कर दिखाया है यूपी के शामली की रहने वाली बेटी अवंतिका ने। जो "घर से बहार निकलों और चमकों" मंत्र की वजह से आज बुलंदियों पर है। आइए जानते है इस मंत्र के पिछे की कहानी। 
 
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HR Breaking News, Digital Desk- कहते हैं जोश, जज्बा और जुनून हो तो कोई भी मंजिल पाना मुश्किल नहीं होता है। लक्ष्य बनाकर उस पर मेहनत की जाए तो एक दिन सफलता मिल ही जाती है। कुछ ऐसा ही कर दिखाया है यूपी के शामली की रहने वाली बेटी अवंतिका ने।

अवंतिका का चयन अमेजन कंपनी में हुआ है। अमेजन अवंतिका को 1.25 करोड़ रुपये के वार्षिक पैकेज पर नौकरी दी है। बेटी को बड़ा पैकेज मिलने पर परिवार के साथ गांव के लोग भी बेहद खुश हैं। उनके घर बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है। अपनी कामयाबी के बाद अवंतिका ने युवाओं को सफलता का मंत्र भी दिया है।

अवंतिका शामली जिले के गढ़ीपुख्ता थाना क्षेत्र स्थित मालेंडी गांव की रहने वाली है। उसके पिता संजीव कुमार किसान हैं और गांव में ही उन्होंने एक स्कूल भी खोल रखा है, जिसमें अवंतिका की मां अनामिका धनखड़ प्रिंसिपल हैं। पिता संजीव कुमार बेटी की उपलब्धि से बेहद खुश हैं। उन्होंने बताया कि अवंतिका ने 10वीं तक की शिक्षा स्प्रिंग डेल्स मालेंडी से की है। जबकि इटरमीडिएट रुड़की से की है।

अवंतिका ने स्नातक की उपाधि 2020 में डीआईटी यूनिवर्सिटी देहरादून से प्राप्त की। इसके बाद अवंतिका ने द स्टेट यूनिवर्सिटी ऑफ न्यूयॉर्क से डेटा साइंस में मास्टर डिग्री की। अब उसका चयन 1.25 करोड़ के पैकेज पर अमेजन कंपनी में हो गया है।

गांव से निकलकर अमेरिका पहुंची अवंतिका-


पिता संजीव कुमार ने बताया कि अवंतिका ने हाईस्कूल तक की शिक्षा स्प्रिंग डेल्स मालेंडी से प्राप्त की। इंटर रुड़की से की। वर्ष 2020 में डीआईटी विश्वविद्यालय देहरादून से स्नातक की उपाधि प्राप्त की। जिसके बाद उन्होंने द स्टेट यूनिवर्सिटी ऑफ न्यूयार्क, संयुक्त राज्य अमेरिका से डेटा साइंस में मास्टर डिग्री हासिल की। हाल ही में उसका चयन अमेजन कंपनी में हुआ है।


युवाओं से कहा- कभी हिम्मत नहीं हारना-


बता दें कि अवंतिका को अगस्त में अमेजन के मुख्यालय सिएटल वाशिंगटन में ज्वाइनिंग करनी है। अवंतिका ने बताया कि डीआईटी में उन्होंने कल्पना करना, आकांक्षा करना और उसे हासिल करना सीखा।

यह उनके जीवन के सबसे अहम फैसला साबित हुआ। अवंतिका ने युवाओं को भी सफलता का मूल मंत्र दिया। उन्होंने कहा कि घर से बाहर निकलो और चमको। इसके साथ ही जीवन में कमियां हों तो भी कभी हार मत मानना।