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Success Story : पढ़ाई से दूर भागने वाला ये लड़का इस रणनीति से बना IAS ऑफिसर, इस दिलचस्प कहानी से मिलेगी शिक्षा

IAS Kumar Anurag : "देश का सबसे अच्छा दिमाग कक्षा की आखिरी बेंच पर पाया जा सकता है" इस कथन को सच करने का काम आईएएस ऑफिसर कुमार अनुराग (IAS Officer Kumar Anurag) ने किया है।
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HR Breaking News (ब्यूरो) : "लड़का पढ़ने में तेज है जरूर कलेक्टर बनेगा" यह कथन भारत की गली-गली में सुनने को मिलता है। अकसर माना जाता है कि जो लोग पढ़ाई में शुरू से तेज होते हैं वह यूपीएससी जैसी कठिन परीक्षा में सफलता प्राप्त कर सकते हैं। लेकिन इस कथन को गलत साबित करने का काम किया है 2018 में आईएएस ऑफिसर बने कुमार अनुराग ने। आईएएस ऑफिसर कुमार अनुराग (IAS Officer Kumar Anurag) की कहानी सभी एवरेज छात्रों के लिए प्रेरणादायक है। अनुराग पढ़ाई में कुछ खास नहीं थे, स्कूल की प्री बोर्ड परीक्षा में वह एक बार फेल भी हुए थे। आपको जानकर हैरानी होगी कि अनुराग ने लगातार दो बार यूपीएससी की परीक्षा पास की।

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बिहार जिले के इस गांव से नाता रखते है अनुराग


अनुराग मूल रूप से बिहार के कटिहार जिले के रहने वाले हैं। उनकी आठवीं तक की पढ़ाई हिंदी मीडियम से हुई, जिसके बाद उन्हें अंग्रेजी मीडियम में दाखिला दिला दिया गया और इस दौरान में काफी दिक्कतें आईं। उन्होंने पूरे मन लगाकर पढ़ाई की और 10वीं, 12वीं में उनके अच्छे नंबर आए।

दिल्ली से पूरी की स्नातक की पढ़ाई


इसके बाद उन्हें दिल्ली के एक प्रतिष्ठित कॉलेज में दाखिला मिल गया। अनुराग की जिंदगी में यह ऐसा दौर था जब उनका पढ़ाई में बिल्कुल भी मन नहीं लगता था। नतीजा यह हुआ कि वे अपनी ग्रेजुएशन में कई सब्जेक्ट में फेल हो गए। इसके बाद उन्होंने जैसे तैसे ग्रेजुएशन की और पोस्ट ग्रेजुएशन में दाखिला ले लिया।

ये थी रणनीति


पोस्ट ग्रेजुएशन के दौरान अनुराग ने यूपीएससी परीक्षा के लिए तैयारी करने का फैसला किया। जैसे ही उनकी पीजी की पढ़ाई कंप्लीट हुई, वैसे ही उन्होंने पूरे समर्पण और मेहनत के साथ यूपीएससी की तैयारी शुरू की। उनकी रणनीति इतनी कारगर रही कि पहले ही प्रयास में उन्हें सफलता मिल गई।

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पहले प्रयास में नहीं थे संतुष्ट 


पहले प्रयास में UPSC निकालने वाले अनुराग अपनी रैंक से संतुष्ट नहीं थे। उनकी रैंक 677 आई थी। जिसके बाद उन्होंने एक बार फिर कड़ी मेहनत से तैयारी की और साल 2018 की यूपीएससी सीएसई परीक्षा में 48वीं रैंक हासिल की। दूसरी बार में वह अपनी पंसद के पद के लिए चयनित हुए। कुमार अनुराग का मानना है कि अगर आप यूपीएससी की तैयारी करना चाहते हैं, तो अपने पिछले एजुकेशन बैकग्राउंड को छोड़कर नए सिरे से शुरुआत करें।