Success Story : दो दोस्त साथ पढ़े, साथ IAS बने , अब दूसरे दोस्तों के लिए करेंगे ये काम
HR Breaking News (नई दिल्ली) : अच्छा दोस्त वो होता है, जो आपके अच्छे समय में तो साथ हो ही, बुरे समय में भी आपके साथ कंधे-से-कंधा मिलाकर खड़ा रहे। केरल (Kerala) के रहने वाले दो दोस्तों ने इस बात को सही साबित कर दिखाया है। दरअसल, अखिल वी मेनन और श्रीकुमार रवींद्रकुमार ने एक साथ मिलकर UPSC की यात्रा शुरू की। दोनों दोस्तों ने न सिर्फ यात्रा शुरू की, बल्कि परीक्षा की तैयारी के वक्त एक-दूसरे की पढ़ाई में खूब मदद की। इसका नतीजा ये हुआ कि दोनों दोस्तों ने सफलतापूर्वक UPSC CSE परीक्षा को पास किया। 27 साल के अखिल त्रिशूर और 26 साल के श्रीकुमार कोड़िकोड के रहने वाले हैं। अखिल को ऑल इंडिया रैंक (AIR) 66 हासिल हुआ, जबकि श्रीकुमार की AIR रैंक 192 रही।
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चार साल पहले हुई थी मुलाकात
एचआर ब्रेकिंग न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक, अखिल और श्रीकुमार की चार साल पहले एक-दूसरे से मुलाकात हुई। बातचीत में पता चला कि दोनों लोग UPSC की तैयार कर रहे हैं। इसके बाद दोनों दोस्तों ने परीक्षा को पास करने के लिए अपनी रणनीतियों पर चर्चा करना शुरू कर दिया। UPSC पर चर्चा से शुरू हुई सफर आगे चलकर एक प्रगाढ़ दोस्ती में बदल गया। अखिल ने बताया कि बार-बार मिल रही विफलताओं के चलते हम दोनों एकजुट हुए। उन समय हम प्रीलिम्स को पास नहीं कर पा रहे थे। उन्होंने बताया कि ऐसे में हमारी मुलाकात हुई। मुलाकात के दौरान हमें पता चला कि तैयारी और सामान्य चीजों के मामले हमारी समस्याएं समान थीं, जिन्हें हम रोज झेल रहे थे।
कोविड की वजह से अपने-अपने घर लौटे दोनों दोस्त
इसके बाद अखिल और श्रीकुमार ने एक साथ एक अपार्टमेंट को किराए पर लेने का फैसला किया, ताकि वे अपनी परीक्षा की तैयारी में तालमेल बैठा सकें। कुछ महीनों बाद साल 2020 में दोनों ने एक साथ मिलकर UPSC की परीक्षा दी। वहीं, इस बार दोनों दोस्तों ने अधिक नंबरों से प्रीलिम्स को पास किया। हालांकि, महामारी की शुरुआत होने के बाद दोनों को अपने-अपने घरों पर लौटना पड़ा। यही वजह रही कि वे उस साल प्रीलिम्स की परीक्षा पास नहीं कर सके। श्रीकुमार ने बताया कि जूम जैसे ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के जरिए हम दोनों एक-दूसरे के टच में रहते थे, ताकि पढ़ाई को लेकर चर्चा हो सके। लेकिन उतना कारगर साबित नहीं हो सका।
ठोस प्रयासों के जरिए क्लियर किया मेन्स
2021 में एक बार फिर दोनों दोस्तों ने परीक्षा पास करने की कोशिश की। अखिल बताते हैं कि वो हमारे जीवन का एक बहुत ही दुखद दौर था, क्योंकि हम परीक्षा को पास नहीं कर पाए थे। हालात ऐसे थे कि हमने लगभग हार मान ली थी। उन्होंने बताया कि हम जानते थे कि विशेष रूप से मेन्स के मामले में हमारे बीच में कुछ गैप था। यही वजह रही कि हमने एक साथ आने और एक बार फिर परीक्षा देने की कोशिश करने का फैसला किया। इसके बाद दोनों ने केरल के तिरुवनंतपुरम में एक फ्लैट किराए पर लिया और परीक्षा की तैयारी में जुट गए। उन्होंने प्रीलिम्स की परीक्षा को पास किया. अखिल ने बताया कि मेन्स के लिए हमने बहुत ठोस प्रयास किया था। यही वजह रही हमें रैंक हासिल करने में मदद मिली।
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अब दोस्त को परीक्षा पास करने में करेंगे मदद
वहीं, अखिल और श्रीकुमार के तीसरे साथी अजय को दोनों की तरह सफलता नहीं मिली, क्योंकि वह इस बार प्रीलिम्स को पास नहीं कर पाए। श्रीकुमार ने कहा कि वह अपने अगले प्रयास के लिए भी कोशिशें कर रहा है और हमें उम्मीद है कि वह भी जल्द ही इसे क्लियर कर लेगा। उन्होंने कहा कि हम लोग अब अजय की मदद करने के लिए उसके साथ मिलकर पढ़ाई करेंगे। श्रीकुमार ने कहा, ‘हम इस साल सफल रहे हैं और इसमें अजय ने बहुत बड़ी भूमिका निभाई है। वह बहुत अनुशासित रहा। उसने हमें समय पर जगाया और ये सुनिश्चित किया कि हम समय पर अपने परीक्षा देने पहुंच पाएं।’ उन्होंने कहा, ‘देखने में भले ही ये छोटी सी पहल लगती हो, मगर इसने हमारी तैयारी में एक बड़ा अंतर पैदा किया। ऐसे में ये हमारी नैतिक जिम्मेदारी है कि हम लोग उसके लिए भी खड़े हों ।’