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Success Story - अखबार में पढ़ा था इस खेती के बारे में..., आज खेती कर महीने के कमा रहा लाखों

देशभर के कई किसान परंपरागत खेती की जगह अलग-अलग किस्म की खेती कर रहे हैं. देश के कई इलाके में मौजूद एग्री या फूड रिसर्च इंस्टिट्यूट उन्हें इस बारे में ट्रेनिंग भी दे रहे हैं. आज हम आपको अपनी इस खबर में एक ऐसे शख्स के बारे में बताने जा रहे है जिन्होंने एक खेती के बारे में अखबार  में पढ़ा था जिसके बाद उन्होंने उस खेती को शुरू किया और लाखों में कमाई कर रहे है। 

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अखबार में पढ़ा था इस खेती के बारे में..., आज खेती कर महीने के कमा रहा लाखों 

HR Breaking News, Digital Desk- देशभर के कई किसान परंपरागत खेती की जगह अलग-अलग किस्म की खेती कर रहे हैं. देश के कई इलाके में मौजूद एग्री या फूड रिसर्च इंस्टिट्यूट उन्हें इस बारे में ट्रेनिंग दे रहे हैं. देश के कई इलाके में अलग किस्म की खेती के लिए बीज या पौधे उपलब्ध भी हैं. उत्तर प्रदेश के रामपुर जिले के एक किसान रमेश कुमार ने गेहूं, धान और गन्ने की परंपरागत खेती की जगह एक नया प्रयोग किया है.


किसान ने सफेद चंदन की नर्सरी तैयार की है. इसके लिए उन्होंने बाकायदा ट्रेनिंग ली है. किसान रमेश कुमार का कहना है कि जहां गेहूं और धान अधिकतम 25 ₹30 किलो तक बिकता है वहीं सफेद चंदन ₹25000-30000 किलो के हिसाब से बिकता है.

धान, गेहूं और गन्ने की परंपरागत खेती के मुकाबले सफेद चंदन की खेती पर किसानों को 1000 गुना तक अधिक फायदा हो सकता है. रामपुर के रमेश कुमार के पास कई बीघा जमीन है, जिसमें वे सफेद चंदन की खेती करने जा रहे हैं.

रमेश कुमार ने कहा कि गेहूं धान और गन्ने की खेती में लागत ज्यादा है जबकि मुनाफा कम होता है. इसके साथ ही मौसम की मार पड़ने से कई बार फसल खराब हो जाती है. इस वजह से रमेश कुमार ने चंदन की खेती और इसके मुनाफे के बारे में पता किया.

रमेश कुमार ने चंदन की खेती से संबंधित जानकारी जुटाने के बाद बेंगलुरु के इंडियन फ़ूड साइन्स एंड टेक्नोलॉजी डिपार्टमेंट से संपर्क किया. संस्थान के निर्देशन में रमेश ने नर्सरी तैयार की. रमेश ने सफेद चंदन के करीब 400 पौधे तैयार किए हैं. इनमें से कुछ पौधों को खेत में लगाया जा चुका है.

रमेश कुमार ने सफेद चंदन की खेती के बारे में अखबारों में पढ़ा था. खेती के लिए वे संस्थान से ट्रेनिंग लेकर आए. इसके बाद उन्होंने उसकी नर्सरी तैयार की. सफेद चंदन के पौधे चार-पांच महीने के होने लगे हैं.

सफेद चंदन के पौधे को खेतों में लगाया जा रहा है. पौधे लगाने से पहले गड्ढे तैयार करके उसमें सफेद चंदन के पौधे डालते हैं. रमेश कुमार ने कहा कि चंदन को पकने में लगभग 10 से 12 साल लगते हैं. ऐसे में अगर चंदन की खेती से सही फसल उगाने और मुनाफा कमाने की बात करें तो इसमें 15 साल लग सकते हैं.