electric buses हरियाणा रोडवेज में जल्द शामिल होगी इलेक्ट्रिक बसें, इन लग्जरी सुविधाओं की मिलेगी सौगात
HR Breaking News, डिजिटल डेस्क नई दिल्ली, डीजल के महंगे दामों का असर सरकारी तंत्र पर भी आने लगा है। डीजल की खपत से बचने और धुआं प्रदुषण को कम करने के लिए सरकार अहम कदम उठाने जा रही है। अब रोडवेज में जल्द ही इलेक्ट्रिक बसें दौड़ती नजर आएंगी। अभी हरियाणा सरकार व परिवहन विभाग की ओर से हिसार डिपो के पास एक पत्र आया है, उसमें अधिकारियों से इलेक्ट्रिक बसों की मांग की रिपोर्ट मांगी गई है। इसके तहत हिसार डिपो ने 100 इलेक्ट्रिक बसों की मांग रखी है। इस बारे में हिसार डिपो द्वारा सोमवार को परिवहन विभाग के डीजी को पत्र भेजा जाएगा।
हिसार डिपो ने 80 स्टैंडर्ड इलेक्ट्रिक बसे 12 मीटर और 20 एसी इलेक्ट्रिक बसों की मांग की है। जल्द ही प्रोसेस सिरे चढ़ने वाला है। तीन दिन पहले ही परिवहन विभाग से डीजी का पत्र आया था। इसे लेकर हिसार डिपो के जीएम ने संबंधित रोडवेज अधिकारियों के साथ बैठक की थी। उसमें मंथन किया गया कि किस रूट पर कितनी इलेक्ट्रिक बसों की जरूरत है। इस पर रिपोर्ट तैयार कर ली है।
पांच श्रेणियों में भेजी थी मांग
परिवहन विभाग ने इलेक्ट्रिक बसों की पांच श्रेणियों में मांग भेजी थी कि कौन सी बस कामयाब है। जैसे कि ला फ्लोर, स्टैंडर्ड, सात व नौ मीटर लंबाई में बस, 12 मीटर लंबाई में बस, एसी बस आदि। इनमें से डिपो ने स्टैंडर्ड व 12 मीटर लंबाई वाली श्रेणी की बसों की मांग रखी है।
60 से 65 हजार बस पास विद्यार्थी, गांव-गांव तक बसों की सुविधा पहुंचाना जरूरी
रोडवेज अधिकारियों के अनुसार जिलेभर में 60 से 65 हजार बस पास विद्यार्थी है, जो कि अन्य डिपो के मुकाबले कहीं ज्यादा है। इसी को देखते हुए रोडवेज ने 80 स्टैंडर्ड इलेक्ट्रिक बसों की मांग रखी है, ताकि हर गांव-गावं में विद्यार्थियों तक बसों की सुविधा पहुंचाई जा सके। इससे विद्यार्थियों को भी सहूलियत मिलेगी कि समय पर स्कूल,
कालेज या शिक्षण संस्थान में पहुंच सकेंगे। इन दिनों रोडवेज बसों की कमी है और डिपो ही किलोमीटर ज्यादा होती है। इससे आय भी कम होती है। अब इलेक्ट्रिक बसे आने से डिपो की आय में बढ़ोतरी होगी
यह होगी स्थिति
सात मीटर लंबी बस में - 28 सीट
नौ मीटल लंबी बस में - 35 सीट
12 मीटर लंबी बस में - 52 सीट
सभी इलेक्ट्रिक बसों की एक बार चार्जिंग में चलने की क्षमता - 200 किलोमीटर
स्टैंडर्ड इलेक्ट्रिक बसे सामान्य रोडवेज बसों की तरह हाेगी, जो कि ग्रामीण में कामयाब होगी
ला फ्लोर बसे ग्रामीण एरिया में कामयाब होना मुश्किल है, क्योंकि यह बस नीची होती है और ब्रेकर व खड्डे ज्यादा है। यह वाेल्वो बस की तरह है। एसी इलेक्ट्रिक बसें रोहतक या सिरसा रूट पर ही दौड़ सकती है, क्योंकि क्षमता 200 किलोमीटर की है।
ये लोग रहे मौजूद
इस बैठक में हिसार एसएस सुरेंद्र सिंह, सेकेंड एसएस रमेश सहरावत और हिसार व हांसी ड्यूटी इंचार्ज, टीआइ व अन्य इंस्पेक्टर मौजूद रहे। इलेक्ट्रिक बस आने से डिपो की किलोमीटर बढ़ने के साथ-साथ डीजल की खपत घटेगी। इनका फायदा यात्रियाें व विद्यार्थियों को होगा, क्योंकि उनको समय पर बसों की सुविधा मिलेगी। वरना रोडवेज व निजी बसों में छात्रों की संख्या अधिक होती है। इसके लिए चार्जिंग स्टेशन भी बनाना होगा।