Delhi NCR Weather : दिल्ली वालों को कब मिलेगी राहत की सांस, सीधे IMD से समझिये आगे के मौसम का हाल
मौसम की मेहरबानी से दिल्ली थोड़ा खुलकर सांस ले पा रही है। हवा में अब भी जहर है मगर उसकी मात्रा कम हो गई है। समझिए, इस कमी के पीछे कौन से फैक्टर्स काम कर रहे हैं।आइए जानते है इसके बारे में विस्तार से.

HR Breaking News (नई दिल्ली)। मौसमी स्थितियां ऐसी हैं कि दिल्ली अगले दो दिन थोड़ा ठीक हवा में सांस लेगी। सोमवार को एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 'बेहद खराब' कैटेगरी में दर्ज हुआ। फरीदाबाद में भी AQI 'बेहद खराब' रहा। गाजियाबाद, नोएडा और गुरुग्राम का AQI 'खराब' कैटेगरी में दर्ज किया गया। 22 नवंबर तक ऐसी ही हवा रहने का अनुमान है। पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के मातहत आने वाले एयर क्वालिटी अर्ली वार्निंग सिस्टम के अनुसार, AQI में और गिरावट हो सकती है।
एक्सपर्ट्स के अनुसार, रविवार को हवा पूर्व की ओर बह रही थी। मतलब पड़ोसी राज्यों से पराली का धुआं दिल्ली की ओर नहीं आ पाया। दिन के समय हवा की रफ्तार भी बढ़ी जिससे AQI नहीं गिरा। मौसम विभाग के अनुसार, सफदरजंग बेस स्टेशन पर रविवार सुबह हवा शांत थी। दिन तक हवा की स्पीड 6 किलोमीटर प्रति घंटा तक पहुंच गई। शाम को यह फिर जीरो पर आ गई। सोमवार से हवा की रफ्तार और बढ़ने का अनुमान है जिससे प्रदूषण से थोड़ी और राहत मिल सकती है।
दिल्ली में हवा का रुख और रफ्तार क्या रहेगी
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के वैज्ञानिक और क्षेत्रीय मौसम पूर्वानुमान केंद्र (RWFC) के प्रमुख कुलदीप श्रीवास्तव ने कहा, 'सोमवार को हवा की गति बढ़ने की संभावना है। सोमवार को 6 से 8 किमी प्रति घंटे की रफ्तार रहने की उम्मीद है। मंगलवार को यह और बढ़ सकती है और 15 किमी प्रति घंटे तक पहुंच सकता है।'
सोमवार दोपहर को हवा की दिशा पूर्वी से उत्तर-पश्चिमी होने की संभावना है। हालांकि, मंगलवार को उत्तर-पश्चिमी हवाएं चलने की संभावना है।
PM2.5 में पराली के धुएं का शेयर घटा
- पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश में रविवार को पराली जलाने की क्रमश: 740, 33, 188 घटनाएं दर्ज की गईं।
- केंद्रीय पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के मातहत, डिसिजन सपोर्ट सिस्टम के अनुसार, रविवार को दिल्ली के PM2.5 में पराली जलाने की हिस्सेदारी 2.55% अनुमानित की गई थी।
- इसमें अनुमान लगाया गया है कि दिल्ली की हवा में खेत की आग का योगदान सोमवार को 2.26% और मंगलवार को 7.03% था।