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Edible Oil Prices : सरसों तेल हुआ महंगा, जानिए सोयाबीन और पाम ऑयल के भी दाम

Edible Oil price update : सरसों तेल की कीमतों में जोरदार उछाल आ चुका है, जिससे रसोई का बजट फिर से टेंशन दे सकता है। इस बीच, सोयाबीन और पाम ऑयल के दाम भी कम नहीं हैं, जो घरेलू खर्चों को और बढ़ा रहे हैं। तेल के बढ़ते दामों (Edible oil price hike) ने आम आदमी की चिंता बढ़ा दी है, क्योंकि ये खाद्य तेल रोजमर्रा के जीवन का अहम हिस्सा बन चुके हैं। जब से इन तेलों के दाम बढ़े हैं, कई लोग सस्ते विकल्पों की तलाश में हैं, लेकिन इस महंगाई के दौर में राहत मिलना मुश्किल लग रहा है।
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Edible Oil Prices : सरसों तेल हुआ महंगा, जानिए सोयाबीन और पाम ऑयल के भी दाम

HR Breaking News - (Edible oil rate)। त्योहारी सीजन के मद्देनजर तेल की कीमतों में तेजी आई है। सरसों तेल (sarso oil price) सहित सोयाबीन, मूंगफली तेल और पाम ऑयल के दाम अचानक बढ़ गए हैं, जिस कारण उपभोक्ताओं की चिंताएं भी बढ़ गई हैं। उन्हें अपना रसोई बजट मैनेज कर पाना मुश्किल हो रहा है। बाजार में तेल की मांग में वृद्धि होने के कारण व्यापारियों और किसानों के बीच हलचल बढ़ गई है। त्योहारी उत्सवों के समय यह कीमतों (Edible oil price news) का बढ़ना आम बात है, लेकिन इस बार का इजाफा उम्मीद से भी ज्यादा रहा। 


सरसों तेल के भाव में बढ़ौतरी का कारण -


त्योहारों की वजह से देश में खाद्य तेलों की मांग बढ़ रही है, जबकि आयात में कमी आ रही है। सरकार को इस स्थिति का समाधान जल्द ढूंढना होगा, क्योंकि स्थानीय उत्पादन से पूरी जरूरतें नहीं पूरी हो रही हैं। सरसों तेल (sarso tel ka rate)से इस कमी को पूरा करना मुश्किल होगा, और बिनौले की उपलब्धता भी घट रही है।

किसानों के पास केवल 20 प्रतिशत बिनौला सीड बचा है। वहीं, पामोलीन तेल की कीमतों (Pamoline oil price update) में तेजी आई है, जिसके कारण उसका आयात भी कम हो रहा है। इन सभी वजहों से तेल-तिलहन बाजार में कीमतें मजबूत हुई हैं। तेल के दामों में इस बदलाव ने आम लोगों की रसोई को प्रभावित किया है, और अब देखना यह है कि आगे क्या होगा।


इस ओर सरकार को देना होगा ध्यान-


खाद्य तेलों के बढ़ते रेट (Edible Oil price hike) में कमी लाने के लिए व महंगाई से जनता को बचाने के लिए सरसों के उत्पादन बढ़ाने के लिए सरकार को खास प्रयास करने होंगे। पिछले कुछ सालों में किसानों ने सरसों का उत्पादन बढ़ाया है, लेकिन उसे देश में उचित बाजार नहीं मिल पा रहा है। इसके लिए सरकार को अपनी नीति और कराधान प्रणाली को फिर से सुधारने की जरूरत है। मौजूदा बाजार में सोयाबीन, मूंगफली, सूरजमुखी की कीमतें न्यूनतम समर्थन मूल्य (Mustard MSP) से भी कम हैं, जिससे किसानों को अपनी लागत भी पूरी नहीं हो पाती। यदि सरकार सही कदम उठाती है, तो इस समस्या का समाधान हो सकता है और किसानों को उचित लाभ मिल सकता है।

सरसों के एमएसपी में भी बढ़ौतरी -


कृषि क्षेत्र में बदलाव आ रहे हैं, जहां किसानों का ध्यान नए लाभ पर है। किसानों के लिए एक नई मूल्य नीति लागू होने वाली है, जिससे किसानों को अपनी फसलों का बेहतर मूल्य मिलने की उम्मीद है। वर्तमान समय में सरसों का एमएसपी रेट 5650 रुपये (Mustard present MSP) प्रति क्विंटल है, जो  28 मार्च से बढ़कर 5950 रुपये (Mustard New MSP) प्रति क्विंटल हो जाएगी। एमएसपी में 300 रुपये की बढ़ौतरी की घोषणा पहले ही की जा चुकी है। हाल ही में कुछ हिस्सों में मिलावटी सामग्री की समस्या सामने आई, जिसके बाद सरकार ने कार्रवाई की।

ऐसे मामलों में सरकार का लगातार निगरानी रखना जरूरी है, ताकि व्यापारिक गतिविधियां प्रभावित न हों। इसके अलावा, एक प्रमुख कृषि उत्पाद की उपलब्धता अब घटने लगी है। फसलों की आवक के लक्ष्यों की समीक्षा करना भी बेहद जरूरी हो गया है। इन सभी बदलावों के बीच बाजार में खाद्य तेलों के भाव (Edible Oil latest rates) में उतार-चढ़ाव देखे जा रहे हैं।


इस प्रकार ट्रेंड कर रहे हैं तेल-तिलहनों के भाव -

सरसों तिलहन का भाव 6,303-6,406 रुपये प्रति क्विंटल तक हो गया है।

मूंगफली 5,653-5,976 रुपये प्रति क्विंटल तक बिक रही है।

मूंगफली तेल मिल डिलिवरी (गुजरात) का भाव 14,404 रुपये प्रति क्विंटल है।

मूंगफली रिफाइंड तेल में भी बदलाव हुआ है, जिसमें इसके रेट 2,215-2,515 रुपये प्रति टिन हो गए हैं।

सरसों तेल दादरी का भाव 13,808 रुपये प्रति क्विंटल है।

सरसों पक्की घानी का रेट 2,366-2,468 रुपये प्रति टिन हो गया है।

सरसों कच्ची घानी का दाम 2,367-2,496 रुपये प्रति टिन तक बिक रहा है।

तिल तेल मिल डिलिवरी का भाव 18,907-21,008 रुपये प्रति क्विंटल हो गया है।

सोयाबीन तेल मिल डिलिवरी दिल्ली का भाव 14,352 रुपये प्रति क्विंटल है।

सोयाबीन मिल डिलिवरी इंदौर का दाम 13,953 रुपये प्रति क्विंटल हो गया है।

सोयाबीन तेल डीगम, कांडला का रेट 10,252 रुपये प्रति क्विंटल है।

सीपीओ एक्स-कांडला 13,403 रुपये प्रति क्विंटल पर बिक रहा है।

बिनौला मिल डिलिवरी (हरियाणा) का भाव 13,404 रुपये प्रति क्विंटल है।

पामोलिन आरबीडी, दिल्ली का रेट 14,955 रुपये प्रति क्विंटल हो गया है।

पामोलिन एक्स- कांडला का दाम 13,857 रुपये प्रति क्विंटल है और यह बिना जीएसटी के है।

सोयाबीन दाना का रेट 4,286-4,335 रुपये प्रति क्विंटल हो गया है।
सोयाबीन लूज का भाव 3,990-4,085 रुपये प्रति क्विंटल चल रहा है।