UP के 15 राज्यों में अगले 5 दिन भारी बारिश का अलर्ट, IMD ने बताया कब कहां कितना बरसेगा पानी
july ka mausam kaisa rahega - देश भर में मानसून की बारिश का सिलसिला चल रहा है। लगातार एक दो दिन से आसमान में बादलों की आवाजाही जारी है। कहीं कहीं पर हल्की बारिश भी दर्ज की गई है जिसके कारण मौसम सुहावना बना हुआ है। मौसम विभाग के अनुसार, पश्चिम उत्तर प्रदेश के राज्यों में 12 जुलाई, हिमाचल प्रदेश, जम्मू में 13 जुलाई तक, पूर्वी राजस्थान में 15 जुलाई तक भारी बारिश की संभावना है। आइए जानते हैं कहां कैसा रहेगा मौसम का मिजाज -

HR Breaking News (ब्यूरो)। पश्चिम से लेकर पूर्व तक भारी बारिश से जूझ रहे राज्यों को फिलहाल राहत के आसार कम हैं। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD Rain Alert) ने बताया है कि उत्तर प्रदेश (12 July Ka Mausam) और राजस्थान में अगले पांच दिनों तक भारी बारिश के आसार हैं। वहीं, कर्नाटक और तेलंगाना समेत अधिकांश दक्षिण भारतीय राज्य भी इस दौरान लगातार बारिश का सामना कर सकते हैं। मॉनसून (Monsoon update) ने समय से पहले 2 जुलाई को पूरे देश को कवर कर लिया था।
आज इन राज्यों में बरसेगा पानी -
मौसम विभाग (Weather Update) ने बताया है कि अगले 5 दिनों के दौरान उत्तराखंड, मध्य भारत, हिमाचल प्रदेश, उत्तर प्रदेश, जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, गिलगिट, बाल्टिस्तान, मुजफ्फराबाद, राजस्थान (Rajasthan Ka Mausam), पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली (Delhi Mausam Update), उप हिमालयी पश्चिम बंगाल, झारखंड, ओडिशा, बिहार, कोंकण, गोवा, मध्य महाराष्ट्र, सौराष्ट्र, कच्छ और पूर्वोत्तर के अधिकांश राज्यों में बारिश होने के आसार हैं।
15 जुलाई तक यहां होगी मूसलाधार बारिश -
मौसम विभाग ने बताया है कि उत्तराखंड, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ में 15 जुलाई तक, पूर्वी उत्तर प्रदेश में 14 जुलाई तक, पश्चिम उत्तर प्रदेश, पंजाब (Punjab Mausam), उत्तरी हरियाणा (12 July Haryana Mausam) में 12 जुलाई, हिमाचल प्रदेश, जम्मू में 13 जुलाई तक, पूर्वी राजस्थान में 15 जुलाई को, विदर्भ मं 13 से 15 जुलाई तक भारी बारिश की संभावनाएं हैं। इधर, बिहार में 14 जुलाई तक भारी बारिश हो सकती है।
IMD के मुंबई केंद्र ने अगले 24 घंटों में शहर और उपनगरों में मध्यम बारिश के साथ आसमान में बादल छाए रहने और अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश की आशंका जताई है। अधिकारी ने बताया कि अरब सागर में बुधवार देर रात तीन बजकर 40 मिनट पर 4.04 मीटर की ऊंची लहरें उठी थीं।