IMD Weather Update : पूरी तरह एक्टीव हुआ मॉनसून, इन राज्यों में भारी बारिश के साथ बाढ़ का अलर्ट जारी

HR Breaking News : (Weather Update) देशभर के अधिकांश हिस्सों में बारिश के बादल मंडरा रहे हैं। बारिश की वजह से तापमान में तो गिरावट आई ही है लेकिन कई जगहों पर बारिश की वजह से लोगों को काफी नुकसान भी हुआ है। मौसम विभाग का कहना है कि इस महीने में भारत के ज्यादातर इलाकों में मूसलाधार बारिश की संभावना है। हिमाचल प्रदेश के कुछ हिस्सों में बारिश के कारण नुकसान हुआ है। यहां इमारतें ढह गई हैं, भूस्खलन और सड़क जाम ने लोगों की परेशानी बढ़ा दी है।
IMD की तरफ से मध्य भारत, उत्तराखंड और हरियाणा के लोगों से बाढ़ के खतरे के कारण सतर्क रहने को कहा है। खबर सामनें आई है कि उत्तर ओडिशा में प्रमुख नदियों के उफान पर होने के कारण राज्य सरकार ने निचले इलाकों से लोगों को निकालना शुरू कर दिया है। बालासोर और मयूरभंज जिलों में बचाव और राहत अभियान शुरू कर दिया है।
दिल्ली NCR में सोमवार सुबह गरज और तेज हवाओं के साथ हल्की से मध्यम बारिश हुई, जिससे तापमान में काफी गिरावट आई। IMD ने रविवार रात से दिल्ली-एनसीआर के अलग-अलग हिस्सों में अच्छी बारिश दर्ज की है।
इन इलाकों में होगी तेज बरसात
IMD का कहना है कि पूर्वोत्तर के बड़े हिस्सों, पूर्वी भारत के कई इलाकों और दक्षिणी प्रायद्वीपीय भारत में बारिश सामान्य से कम रहने की संभावना है। कई क्षेत्रों में औसत अधिकतम तापमान सामान्य से कम रहने की उम्मीद है। हालांकि, पूर्वोत्तर, उत्तर-पश्चिम, पूर्व और दक्षिणी प्रायद्वीप के कुछ हिस्सों में सामान्य से अधिक तापमान रहने की संभावना है।
आईएमडी के महानिदेशक ने एक ऑनलाइन प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा। देश में जुलाई में औसतन 28 सेमी बारिश होती है।
महानिदेशक ने कहा कि मध्य भारत और आसपास के दक्षिणी प्रायद्वीप में तेज बरसात के आसार है। इसमें पूर्वी मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, ओडिशा, विदर्भ और तेलंगाना के आसपास के इलाके और गुजरात और महाराष्ट्र के कुछ हिस्से शामिल हैं। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड और हरियाणा में भी तेज बारिश होने की संभावना है।
आईएमडी के महानिदेशक ने कहा, "इस क्षेत्र में दिल्ली (Delhi Weather) समेत कई शहर और कस्बे शामिल हैं। दक्षिण की ओर बहने वाली कई नदियां उत्तराखंड से निकलती हैं। हमें इन सभी नदी के क्षेत्रों, शहरों और कस्बों के लिए सावधानी बरतनी चाहिए।" सोमवार को हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh Weather) में भारी बारिश के कारण इमारतें ढह गईं, भूस्खलन हुआ और सड़कें बंद हो गईं।
हिमाचल, उत्तराखंड में अलर्ट जारी
हिमाचल में जून (latest weather updates) में औसतन 135 मिमी बरसात हुई, जबकि सामान्य बारिश 101 मिमी होती है, जो 34 प्रतिशत अधिक है। यह 1901 के बाद से राज्य में जून के महीने में 21वीं सबसे अधिक बारिश है। साल 1971 में 252.7 मिमी की सबसे तेज बरसात दर्ज की गई थी। उत्तराखंड (Uttarakhand Weather) के एक अन्य पहाड़ी राज्य में, चारधाम यात्रा सोमवार को अधिकांश स्थानों पर बारिश कम होने के साथ फिर से शुरू हुई, हालांकि अधिकारियों ने तीर्थयात्रियों से सतर्क रहने का आग्रह किया।
IMD ने Delhi और NCR के कई इलाकों के लिए येलो अलर्ट जारी किया है, जबकि उत्तर-पश्चिम दिल्ली और एनसीआर (Delhi and NCR Weather) के कुछ हिस्से जैसे झज्जर, भिवानी और पानीपत ग्रीन जोन (कोई चेतावनी नहीं) में हैं। आईएमडी अधिकारियों के अनुसार, सोमवार को हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश (latest weather updates) होने की संभावना है।
ओडिशा सरकार ने भी बालासोर और मयूरभंज जिलों के लिए रेड अलर्ट (rain alert) जारी किया है क्योंकि सुवर्णरेखा, बुधबलंग, जलाका और सोनो जैसी नदियों में जल स्तर बढ़ना (weather updates) जारी है। राजस्व और आपदा प्रबंधन मंत्री ने बाढ़ की स्थिति की समीक्षा करने के बाद बताया कि ओडिशा (Odisha Weather) आपदा त्वरित कार्रवाई बल (ODRAF) और बचाव कर्मियों ने बाढ़ के पानी को रोकने के लिए एहतियाती कदम उठाए हैं।