IMD Weather : तेज आंधी, बारिश के साथ बाढ़ की चेतावनी, मौसम विभाग ने जारी किया अलर्ट

HR Breaking News - (IMD Rain Alert)। एक बार फिर से देश का मौसम बदल रहा है। बीते कई दिनों से देश के कई हिस्सों में तेज हवाओं के झमाझम बारिश हुई है। भीषण गर्मी के बीच मौसम विभाग ने एक गुड न्यूज दी है। IMD के अपडेट के मुताबिक अभी कई दिनों तक बारिश का सिलसिला जारी रहेगा।
मई के अंत में फिर से मौसम में बदलाव आएगा। क्योंकि विभिन्न वायुमंडलीय प्रणालियां एक्टिव हो रही हैं। 21 मई के करीब अरब सागर में कर्नाटक तट के पास ऊपरी वायु चक्रवाती परिसंचरण बनने की संभावना है। इसके प्रभाव से 22 मई को निम्न दबाव का क्षेत्र विकसित हो सकता है, जो तीव्र गति से उत्तर की ओर बढ़ सकता है। इससे कर्नाटक, गोवा (Goa Weather), और महाराष्ट्र के तटीय क्षेत्रों में तेज हवाओं के साथ मूसलाधार बारिश होने की संभावना है। मौसम विभाग ने तेज आंधी के साथ बाढ़ का अलर्ट जारी किया है।
इन राज्यों में होगी मूसलाधार बारिश -
मौसम विभाग (IMD weather Update) की ताजा रिपोर्ट के अनुसार एक और नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने वाला है। इसके चलते पंजाब, हरियाणा और हिमाचल प्रदेश में हल्की व मध्यम बारि और बर्फबारी होने की आंशका है। IMD ने राजस्थान, पंजाब से लेकर मध्य प्रदेश (MP Mausam) और उत्तर भारत में गरज-चमक, तूफान और बारिश की संभावना जताई है।
महाराष्ट्र और बंगाल की खाड़ी में मौजूद चक्रवाती सर्कुलेशन से मध्य और दक्षिण भारत में हल्की व मध्यम बरसात हो सकती है। उत्तर-पूर्वी राज्यों जैसे असम और पश्चिम बंगाल में जोरदार वर्ष होगी। मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र (Maharashtra Weather) और कर्नाटक में भारी बरसात होने की संभावना बन रही है।
24 घंटे में यहां 103 मिलीमीटर बारिश -
बेंगलुरु (Bengaluru Weather) में लोगों को भीषण गर्मी से राहत मिल गई है। दरअसल, बेंगलुरु में रात भर भारी बारिश हुई है, जिसकी वजह से कई इलाकों में पानी भर गया है और कई आवासीय इलाके जलमग्न हो गए हैं। मौसम विभाग ने शहर में अभी और बरसात की संभावना जताई है।
IMD के मुताबिक बीते 24 घंटों में बेंगलुरु में 103 मिलीमीटर बारिश हुई है। बेंगलुरू में भारी बारिश होने से सड़कें जलमग्न हो गई हैं यहां तक की कुछ इलाकों में तो घरों में भी पानी भर गया है।
गृह मंत्री जी परमेश्वर के मुताबिक, बीते 3 दिनों से बेंगलुरु में मूसलाधार बारिश हो रही है। उन्होंने कहा कि अभी मानसून आया भी नहीं है और हम पहले ही बाढ़ और जलमग्न क्षेत्र देख रहे हैं।