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pyaj ka rate : बढ़ते प्याज के रेट के बीच सरकार लाई टमाटर वाला प्लान, सातवें आसमान में पहुंच गए हैं रेट

कुछ महीने पहले ही टमाटर के दाम (Tomato Price) अचानक रफ्तार पकड़ते हुए आसमान पर पहुंच गए थे और लोगों के रसोई के बजट के साथ ही इसने देश की महंगाई दर पर भी असर डाला था. कुछ ऐसा ही हाल इस समय प्याज का नजर आ रहा है. आइए जानते है इसके बारे में विस्तार से.
 
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pyaj ka rate : बढ़ते प्याज के रेट के बीच सरकार लाई टमाटर वाला प्लान, सातवें आसमान में पहुंच गए हैं रेट

HR Breaking News (नई दिल्ली)। प्याज की कीमतें (Onion Price) लगातार बढ़ रही है और शतक लगाने के करीब हैं. लेकिन, इस बार सरकार इनके दाम को कम करने के लिए पहले से ही टमाटर वाला प्लान बना चुकी है और इस पर काम भी शुरू हो गया है. इसके जरिए उम्मीद है कि जल्द प्याज के भाव में नरमी देखने को मिल सकती है. 

100 रुपये के करीब प्याज का दाम


आलू-टमाटर की तरह प्याज भी ऐसी चीज है, जो कि रोजाना रसोई में इस्तेमाल होती है. ऐसे में इसकी कीमत पर असर रसोई के बजट को गड़बड़ाने वाली साबित हो सकती है. इस समय Onion Price आसमान छू रहे हैं. दिल्ली के कुछ इलाकों में इसकी कीमत 90 रुपये के पार पहुंच चुकी है, तो व्यापारियों का मानना है कि जल्द ये 100 रुपये प्रति किलो का आंकड़ा पार कर सकती है. जबकि रिपोर्ट्स के मुताबिक देश के अन्य कई बाजारों में तो ये 100 रुपये के भाव पर भी बिक रही है. इसे देखते हुए सरकार की ओर से आनन-फानन में कई अहम फैसले लिए गए हैं.

दूसरे राज्यों से मंगाया जा रहा प्याज


जिस तरह से टमाटर की कीमतों में उछाल के समय सरकार ने दूसरे राज्यों से टमाटर को मंगाकर इसे सस्ते में बेचा था, ठीक उसी तरह की स्ट्रेटजी प्याज की कीमतों पर लगाम लगाने के लिए भी अपनाई गई है. सरकार के केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के तहत काम करने वाले डीजीएफटी (DGFT) मध्य प्रदेश और राजस्थान , हरियाणा जैसे राज्यों से प्याज का स्टॉक मंगाया है. इसे दिल्ली-गाजियाबाद जैसे शहरों में कम कीमत पर बेचा जा रहा है. गौरतलब है कि इस सीजन में प्याज के लिए सरकार का बफर स्टॉक 5 लाख टन का था, इसमें से 2 लाख टन सेल किया जा चुका है. वहीं सरकार ने दूसरे राज्यों के किसानों से 2 लाख टन प्याज और खरीदने का फैसला किया है.

प्याज का निर्यात मूल्य इतना हुआ


इसके साथ ही केंद्र सरकार की ओर से प्याज की बढ़ती कीमतों पर लगाम लगाने के लिए एक और बड़ा फैसला बीते शनिवार को किया गया है. इसके तहत डीजीएफटी (DGFT) ने प्याज का निर्यात मूल्य 800 डॉलर प्रति टन घोषित करने का फैसला किया है. इस फैसले से देश में उत्पादित किया जाने वाला प्याज बाहर कम ही बिक पाएगा, क्योंकि प्रति किलोग्राम इसकी कीमत 68 रुपये के आस-पास होगी. यानी ये प्याज देश के बाजारों में ज्यादा पहुंचेगा. प्याज पर नया निर्यात मूल्य 31 दिसंबर 2023 तक प्रभावी रहेगा. 

दिल्ली-गाजियाबाद में सस्ता प्याज 


राजधानी दिल्ली और आस-पास के इलाकों में दूसरे राज्यों से मंगाई गई प्याज को सस्ती कीमत में बेचने का काम जारी है. यहां पर लोगों को महज 25 रुपये प्रति किलो की दर से प्याज बेचा जा रहा है. सरकार की ये पहल त्योहारी सीजन में लोगों के लिए एक बड़ी राहत से कम नहीं हैं. बता दें बीते कुछ दिनों में ही प्याज की कीमतों में ये उछाल देखने को मिला है.

बात करें दिल्ली की आजादपुर मंडी की तो यहां पर (Onion Price Delhi) में एक हफ्ते पहले 20 से 30 रुपये किलो बिकने वाला प्याज अब 50 से 60 रुपये किलो पर पहुंच गया है. लोगों के घर पहुंचते-पहुंचते कीमतें 70 से 80, यहां तक की 90 रुपये तक हो जाती है. व्यापारियों का मानना है कि डिमांड और सप्लाई में अंतर की वजह से कीमतों में बढ़ोतरी हो रही है. दिल्ली से सटे गाजियाबाद मंडी में एक हफ्ते पहले भाव प्याज 30 से 35 रुपये किलो था. वहीं अब 70 से 80 रुपये किलो मिल रहा है.

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