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Monsoon 2025 Update : देश के 16 राज्यों में भारी बारिश का अलर्ट, जानें आपके यहां कब पहुंचेगा मानसून

Monsoon 2025 Update : गर्मी का पारा लगातार हाई हो रहा है, लेकिन अब इसी बीच देशभर के कई राज्यों का मौसम बदलने वाला है। मौसम विभाग की ओर से देशभर की कई जगह अगले चार-पांच दिन में भारी बारिश की संभावना जताई है। मौसम विभाग  (IMD Weather Updates)का कहना है कि इस बार मानसून एक हफ्ते पहले पहुंचने की संभावना है। आइए खबर के माध्यम से जानते हैं कि आप यहां पर मानसून कब पहुंच सकता है।

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Monsoon 2025 Update : देश के 16 राज्यों में भारी बारिश का अलर्ट, जानें आपके यहां कब पहुंचेगा मानसून

HR Breaking News (Monsoon Update)।  देशभर में मानसून दस्तक दे चुका है। कई राज्यों में बारिश के चलते इस तपीश भरी गर्मी से लोगों को राहत मिली। इसी बीच मौसम विभाग की ओर से  देश के 16 राज्यों में भारी बारिश को लेकर अलर्ट जारी किया गया है।

 

 

मौसम विभाग का कहना है कि इन 16 राज्यों में ही तेज हवाओं और तूफान के साथ झमाझम बारिश हो सकती है। आइए खबर में जानते हैं कि आपके यहां पर मानसून (Monsoon 2025 Update) कब दस्तक दे सकता है।

एक हफ्ते पहले पहुंच सकता है मानसून


दक्षिण-पश्चिम मानसून (South-west monsoon) तय समय पहले ही केरल पहुंच गया है, जिसके चलते यहां पर झमाझम बारिश हुई। मौसम विभाग के अनुसार पिछले 16 साल में मानसून ने पहली बार इतनी जल्दी दस्तक दी है।

आईएमडी (IMD Weather Forecast)का कहना है कि इस बार मानसून एक हफ्ते पहले पहुंच सकता है। केरल में मानसून के आगमन के साथ ही  पिछले दो दिन में राज्य के कई हिस्सों में झमाझम बारिश हो रही है।


इन राज्यों में होगी भारी बारिश


आईएमडी का कहना है कि केरल, तटीय कर्नाटक, महाराष्ट्र और गोवा में कई पर आने वाले चार-पांच दिन में भारी बारिश होने के आसार है। मौसम विभाग (IMD Weather Updates) का कहना है कि केरल और तटीय कर्नाटक में 29 मई तक तेज बारिश होने के आसार है। इसके साथ ही इस दौरान 40-50 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से हवांए चलने की संभावना जताई जा रही है।

अगले पांच दिनों तक इन राज्यों में होगी जमकर बारिश


इसके साथ ही अगले पांच दिनों में तमिलनाडु (Tamilnadu mausam Updates), तेलंगाना और आंध्र प्रदेश में थोड़ी बहुत बारिश होने की संभावना हैं। इस समय में दक्षिण कोंकण तट के पास पूर्व-मध्य अरब सागर पर दबाव बना हुआ है।

इससे  मानसून (Monsoon 2025) जल्दी आने के आसार है। इससे पहले आईएमडी ने अप्रैल में 2025 के मानसून सीजन में सामान्य से ज्यादा बारिश होने के आसार जताए थे। 

जानिए कब होगी मानसून की एंट्री


मौसम विभाग का कहना है कि वैसे तो राजस्थान में मानसून (Monsoon in Rajasthan) 25 जून को पहुंचता है, लेकिन इस बार 20 जून को ही आने के आसार है।

वहीं, मध्य प्रदेश में मानसून 15-16 जून को आ सकता है। जबकि यहां पर हमेशा मानसून 18-22 जून को पहुंचता है। बीते वर्ष यहां पर मानसून 21 जून को पहुंचा था। 

मौसम वैज्ञानिकों ने किया स्प्ष्ट


छत्तीसगढ़ में मानसून 13 जून को एंट्री  (Monsoon in Chhattisgarh)लेता है, लेकिन इस बार 7-8 जून को आने की संभावना है। मौसम एकसपर्ट का कहना है कि मानसून की शुरुआत की डेट और पूरे देश में इसके सक्रिय होने के बीच कोई कनेक्शन नहीं है। सीधे तौर पर कहें तो केरल में मानसून का जल्दी आने का मतलब यह नहीं है कि देश के अन्य हिस्सों में भी मानसून जल्दी आएगा। 


एमपी और छत्तीसगढ़ में बारिश


आईएमडी का कहना है कि देश के 15 राज्यों में कुछ दिन भारी बारिश हो सकती है। इन राज्यों में छत्तीसगढ़(Chattisgarh Monsoon updates), मध्य प्रदेश, केरल, कर्नाटक, गोवा, महाराष्ट्र, तमिलनाडु, ओडिशा, बिहार, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, असम और मेघालय आदि राज्यों का नाम शामिल हैं। इसी के साथ ही मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा जिले में तेज हवाओं और बिजली के साथ हल्की बारिश होने के आसार हैं। 

बीते वर्ष कब आया था मानसून


अब इस बार मानसून जल्दी आने के आसार है। इससे पहले पिछली बार मानसून का आगमन (arrival of monsoon)इतनी जल्दी 2009 और 2001 में हुआ था। इससे  पहले दोनों बार मानसून ने 23 मई को दस्तक दी थी। मानसून ने 1918 में सबसे जल्दी पहुंचने का रेकॉर्ड बनाया था।

उस समय में मानसून 11 मई को केरल (Kerala Monsoon Updates) पहुंचा था। मानसून ने जब 18 जून को दस्तक दी थी तो उस समय में देरी का रेकॉर्ड 1972 में बना था। पिछले 25 साल में मानसून में सबसे देरी से आगमन 2016 में हुआ था, उस समय में मानसून 9 जून को केरल में पहुंचा था। वहीं, बीते वर्ष मानसून ने 30 मई को दस्तक दी थी।

कैसी रहती है देश भर में मानसून की रफ्तार


वैसे तो आम तौर पर केरल में मानसून (Monsoon in Kerala)एक जून को दस्तक देता है और 1 जून के बाद मानसून 8 जुलाई तक पूरे देश को कवर कर लेता है और उसके बाद 17 सितंबर के आसपास उत्तर-पश्चिम भारत से पीछे हटना शुरू करता है। मानसून दिवाली से थोड़ा पहले तक रहता है और उसके  बाद 15 अक्तूबर तक पूरी तरह विदा हो जाता है।

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