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Monsoon 2025 Update : दिल्ली में इस दिन दस्तक देगा मानसून, मौसम विभाग की नई रिपोर्ट 105% होगी बारिश

Monsoon 2025 : दिल्ली एनसीआर में मौसम का मिजाज बदला हुआ है। बीते कई दिनों से पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने से एनसीआर में लगातार झमाझम बारिश हो रही है, जिसकी वजह से मौसम कूल बना हुआ है। इसी बीच मौसम विभाग ने मानसून को लेकर अपडेट जारी करते हुए बताया है कि दिल्ली में मानसून किस दिन एंट्री करेगा। आईये जानते हैं -
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Monsoon 2025 Update : दिल्ली में इस दिन दस्तक देगा मानसून, मौसम विभाग की नई रिपोर्ट 105% होगी बारिश

HR Breaking News - (Monsoon Update)। दिल्ली एनसीआर समेत पूरे उत्तर भारत के राज्यों में मौसम बिगड़ा हुआ है। देश में लगातार नए वेदर सिस्टम एक्टिव हो रहे हैं। इसी वजह से पिछले कई दिनों से ज्यादातर राज्यों में झमाझम बारिश हो रही है। 


मौसम सुहावना बना हुआ है। हालांकि, मई का महीना आधा आ चुका है और अभी तक भयंकर गर्मी का एहसास नहीं होने लगता है। इस महीने के शुरूआत से ही आंधी के साथ बारिश हो रही है। कल यानी मंगलवार को भी तेज हवाओं के साथ बारिश हुई है। IMD ने बताया कि दिल्ली-एनसीआर (Delhi NCR Mausam Update), उत्तर प्रदेश, राजस्थान, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और बिहार में अगले 4 दिन गरज चमक के साथ बारिश की संभावना जताई है।

पहाड़ी राज्यों में होगी तेज बारिश - 

मौसम विभाग (Weather update) के ताजा अपडेट के अनसार जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में बढ़ती गर्मी से राहत मिलने वाली है। IMD ने यहां गरज चमक के साथ भारी बारिश होने की संभावना है। 


IMD के मुताबिक अगले 3 से 4 दिनों में दक्षिण अरब सागर, मालदीव और कोमोरिन क्षेत्र के अधिकतर भाग, दक्षिण बंगाल की खाड़ी के अधिकतर क्षेत्रों, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, अंडमान सागर के बाकि भागों और मध्य बंगाल की खाड़ी के कुछ हिस्सों में मानसून के आगे बढ़ने के लिए परिस्थितियां अनुकूल हैं।


IMD के विज्ञानिकों ने जानकारी देते हुए बताया है कि साल 2025 में मानसून सीजन (जून से सितंबर) के दौरान सामान्य से ज्यादा बारिश होने की आशंका जताई है मानसून के दौरान औसत बारिश 87 सेंटीमीटर तक होती है लेकिन इस बार  औसत का 105 प्रतिशत अधिक बारिश होने की संभावना है। 

दिल्ली में इस दिन दस्तक देगा मानसून - 

मौसम विभाग के अनुसार फिलहाल 15 जून से 25 जून के बीच दिल्ली एनसीआर में मानसून (Delhi Monsoon 2025 Update) दस्तक दे सकता है, क्योंकि अभी तक दिल्ली एनसीआर के आंकड़ों पर नजर डालें कि कब-कब मानसून ने दस्तक दी, तो पिछले चार वर्षों के आंकड़े यह बताते हैं कि साल 2024 में दिल्ली एनसीआर में मानसून ने 28 जून को एंट्री की थी। वहीं वर्ष 2023 में मानसून (Monsoon 2025 Update) 25 जून को दिल्ली पहुंचा था। वर्ष 2022 में 30 जून को मानसून आ गया था, जबकि वर्ष 2021 में 10 जुलाई को मानसून आया था। वर्ष 2020  में 25 जून को ही मानसून ने दिल्ली एनसीआर पहुंच गया था। 

फिलहाल कहां पहुंचा मानसून - 

मौसम विभाग की ताजा रिपोर्ट के अनुमसार दक्षिण-पश्चिम मानसून (Monsoon 2025 Update) मंगलवार को बंगाल की खाड़ी के दक्षिणी भाग, अंडमान सागर के दक्षिणी भाग, निकोबार द्वीप समूह और अंडमान सागर के उत्तरी भाग के कुछ क्षेत्रों में पहुंच गया है। मानसून के 27 मई को केरल पहुंच जाएगा। 

कब तक पूरे देश में फैल जाएगा मानसून - 

IMD के मुताबिक दक्षिण-पश्चिम मानसून (Monsoon Update) 1 जून तक केरल में पहुंचता है और 8 जुलाई तक पूरे देश में फेल जाता है। यह 17 सितंबर के आसपास उत्तर-पश्चिम भारत से पीछे हटना शुरू करता है और 15 अक्टूबर तक पूरी तरह से वापस चला जाता है। वैसे, अगर मानसून केरल में समय से पहले पहुंच जाता है तो यह 2009 के बाद से पहली बार होगा। जब मानसून समय से पहले आएगा। 

दो दिन यहां मूसलाधार बारिश - 

मौसम विभाग (weather Update) के मुताबिक पिछले 2 दिनों में निकोबार द्वीपसमूह में मूसलाधार बारिश हुई है। इस अवधि में बंगाल की खाड़ी के दक्षिण, निकोबार द्वीप समूह और अंडमान सागर के ऊपर पछुआ हवाओं के प्रभाव में बढ़ौतरी हुई है। समुद्र तल से 1.5 किलोमीटर ऊपर हवा की गति 20 समुद्री मील से ज्यादा हो गई है और कुछ क्षेत्रों में यह 4.5 किलोमीटर तक बढ़ गई है।
IMD ने बताया कि आउटगोइंग लांगवेव रेडिएशन (ओएलआर) भी इस क्षेत्र में कम हुआ है जो बादल छाए रहने का संकेत है। इन परिस्थितियों ने इस क्षेत्र में मानसून के आगमन के लिए मानदंडों को पूरा किया है।


अगले तीन से चार दिनों में होगी झमाझम बरसात-


मौसम विभाग  का मानना है कि आने वाले तीन से चार दिनों में दक्षिण अरब सागर के अधिकांश हिस्सों, मालदीव और कोमोरिन क्षेत्र, दक्षिण बंगाल (West bengal weather update) की खाड़ी के अधिकांश क्षेत्रों, पूरे अंडमान और निकोबार द्वीप समूह और मध्य बंगाल की खाड़ी के कुछ हिस्सों में मानसून की गति  बढ़ने वाली है। इसको लेकर परिस्थितियां भी अनुकूल हो रही है।


मौसम विभाग ने अप्रैल में 2025 के मानसून सीजन (latest update on Mansoon) में सामान्य से अधिक वर्षा का पूर्वानुमान जताया था और एल नीनो परिस्थितियों की संभावना को खारिज कर दिया गया था जोकि भारतीय उपमहाद्वीप में सामान्य से कम वर्षा से जुड़ी हुई होती है।

कृषि पर निर्भर करती है देश की जीडीपी-

मानसून भारत के कृषि क्षेत्र के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। देश की 42 प्रतिशत आबादी कृषि पर ही निर्भर करती है। देश की जीडीपी में इसका योगदान लगभग 18 प्रतिशत है। मानसून (Mansoon latest update) देशभर में पेयजल और बिजली उत्पादन के लिए महत्वपूर्ण जलाशयों को भरने के लिए भी आवश्यक है।