Monsoon Rainfall : मॉनसून को लेकर बड़ा अपडेट, जून महीने में इतनी होगी बारिश
Monsoon Rainfall : देशभर में मौसम का मिजाज बदलने वाला है। कई दिनों से ही रूक रूककर बारिश हो रही है, जिसकी वजह से मौसम कूल बना हुआ है। इसी बीच मौसम विभाग ने मानसून को लेकर ताजा अपडेट जारी किया है और बताया है कि इस बार कितनी बारिश होगी।

HR Breaking News - (Monsoon 2025 update)। देश के ज्यादातर राज्यों में भयंकर गर्मी पड़ रही है। हांलाकि, हाल ही में हुई बारिश की वजह से गर्मी से थोड़ी राहत जरूर मिली है। लेकिन उमस वाली गर्मी बनी हुई है। इसी बीच मौसम विभाग ने मानसून को लेकर अपडेट जारी किया है। दक्षिण-पश्चिम मॉनसून (SW Monsoon) ने इस बार समय से पहले दस्तक दे दी है।
महाराष्ट्र, कर्नाटक, केरल और तमिलनाडु में मूसलाधार बरसात हो रही है। IMD ने दक्षिण-पश्चिम मॉनसून (Monsoon Update) के लिए लॉन्ग रेंज फॉरकास्ट का दूसरा पूर्वानुमान जारी किया है। वहीं, मौसम विभाग ने एक और भी पूर्वानुमान जारी किया है जून में सामान्य से अधिक बारिश हो सकती है। इस बार 104 फीसदी से ज्यादा बारिश होने की आशंका है। 106 फीसदी लॉन्ग रेंज संभावना है। 87 सेमी बारिश होने का पूर्वानुमान है। मौसम विभाग (weather update) ने जून के आखिरी सप्ताह में जुलाई की बारिश का भी पूर्वानुमान जारी किया है।
मौसम विभाग (weather Update) का कहना है कि मध्य भारत और दक्षिण प्रायदीप भारत में सामान्य से ज्यादा बारिश हो सकती है। 106 फीसदी से ज्यादा बारिश होने की आशंका है। उत्तर भारत में सामान्य बारिश होने की संभावना है। 94 फीसदी से ज्यादा बारिश हो सकती है।
106 प्रतिशत होगी बारिश -
मौसम विभाग की ताजा रिपोर्ट के अनुसार जून से सितंबर 2025 के दौरान सामान्य से ज्यादा बारिश होने की संभावना है। सिवाय उत्तर पूर्व, उत्तर पश्चिम भारत के कुछ क्षेत्रों में सामान्य से कम बरसात की संभावना दिख रहा है। पूरे देश के लिए जून में औसत बारिश सामान्य से ज्यादा बारिश हो सकती है यानी 108 फीसदी बारिश होने की संभावना है।
पूरे देश में दक्षिण-पश्चिम मानसून ऋतुनिष्ठ वर्षा दीर्घावधि औसत (एलपीए LPA) का 106 प्रतिशत होने की संभावना है, जिसमें मॉडल त्रुटि +4 प्रतिशत है। मानसून ऋतु (जून से सितंबर), 2025 के दौरान पूरे देश में सामान्य से ज्यादा बारिश (दीर्घावधि औसत (एलपीए) का 104% से अधिक) होने की आशंका है।
IMD ने बताया इस बार कितनी होगी बारिश -
दक्षिण-पश्चिम मानसून ऋतु वर्षा मानसून के मुख्य क्षेत्र (Monsoon Core Zone), जिसमें देश के अधिकांश वर्षा आधारित कृषि क्षेत्र शामिल हैं, में सामान्य से ज्यादा (दीघावधि औसत (LPA) का >106 प्रतिशत रहने की आशंका है।
सामान्य- उत्तर पश्चिम भारत (92-108% of LPA)
सामान्य से कम- उत्तर पूर्व भारत ( <94% of LPA)
सामान्य से ज्यादा- मध्य भारत (>106% of LPA)
दक्षिण प्रायद्वीप (>106% of LPA)