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vegetable price hike : बारिश ने बिगाड़ा रसोई का बजट, इन सब्जियों के दाम 15 दिन में हुए दौगुने

vegetable price hike : मानसून की बारिश ने अपना असर  दिखाना शुरू कर दिया है। अब इस मूसलाधार बारिश का असर मैदानी इलाकों में सब्जियों के दामों पर देखने को मिल रहा है। ज्यादातर सब्जी के दाम 15 दिन में ही दौगुने हो गए हैं। सब्जियों के दाम (Sabjiyo ke Damm)बढ़ने से आम लोगों के रसोई का बजट बिगड़ गया है। आइए खबर में जानते हैं कि किन सब्जियों के दामों में कितना इजाफा हुआ है।

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vegetable price hike : बारिश ने बिगाड़ा रसोई का बजट, इन सब्जियों के दाम 15 दिन में हुए दौगुने

HR Breaking News (vegetable price) बीते कुछ दिनों की बारिश का असर आम लोगों के जीवन पर पड़ रहा है। भले ही लोगों को बारिश के बाद उमस भरी गर्मी से राहत मिली है, लेकिन अब बारिश के चलते लोगों को महंगाई की मार झेलनी पड़ रही है, क्योंकि सब्जियों के दाम (vegetable price hike) में काफी उछाल आया है। आम लोग सब्जी के इन बढ़ते रेटों से काफी परेशान है। आइए जानते हैं कि बारिश के चलते सब्जी के दाम कितने बढ़े हैं।

 

 

कहां बढ़े सब्जियों के दाम
 

एक्सपर्ट का कहना है कि तकरीबन 10 से 15 दिन पहले सब्जियों के दाम नॉर्मल थे, लेकिन पिछले 15 दिन से पहाड़ों में बरसात के चलते यूपी (UP Vegetable Prices)में भी इसका असर देखने को मिल रहा है। उनका कहना है कि जो लोग सब्जी एक किलो के हिसाब से लेकर जाते थे, वो अब बढ़ते दामों के चलते आधा किलो ही ले रहे हैं।


उनका कहना है कि बरसात से सब्जियों (vegetable price )की फसल को काफी नुकसान पहुंचा है, जिसके चलते सब्जी मंडी में सब्जी की कमी हो गई है, जिसके चलते दामों में खूब इजाफा हुआ है। यहां तक की लोकल सब्जी ज्यादातर खराब हो चुकी है और दूसरे राज्यों से सब्जी यहां इंपोर्ट की जा रही है। 


इतने बढ़े सब्जियों के दाम


एक्सपर्ट का कहना है कि बरसात के चलते लगभग सभी सब्जियों के दाम (vegetable price in up)में इजाफा हुआ है। इसके वजह से ग्राहक भी कम सब्जी ले रहे हैं। आज के लगभग 15 दिन पहले टमाटर 20 से 30 रुपये प्रति किलो के हिसाब से बिक रहा था, लेकिन अब वो करीब 60 रुपए किलो ग्राम हो गया है।


आमजन को तो ये करीब 80 से 90 रुपए किलो के हिसाब मिल रहा है। गोभी के भाव भी पिछले 10 से 15 दिन पहले 40 से 50 रुपये प्रति किलोग्राम के हिसाब से मिल रहे थे, लेकिन अब वो करीब 100 रुपये किलो बिक रही है।

शिमला मिर्च की कीमत15 दिन पहले 40 रुपये प्रति किलो थी, लेकिन अब वो 80 से लेकर 100 रुपये तक में मिल रही है। 15 दिन पहले भिंडी के भाव भी 30 से 40 रुपए प्रति किलो थे, लेकिन अब वो भी करीब 70 रुपये किलो हो गए हैं।

आम जनता को कितने में मिल रही सब्जी


इसके अलावा भी कई ओर सब्जियों के दाम (vegetable price Increased) में इजाफा हुआ है। खीरे के दाम तो कम होते थे। जहां 15 दिन पहले 20 रुपये से 30 रुपये खीरे के रेट थे, लेकिन अब उसके भाव 60 रुपये किलो के हिसाब से दिख रहा है।

हरी मिर्च के दाम भी जहां 40 से 50 रुपये  किलो थे, लेकिन अब करीब 100 से 120 रुपए किलो हो गए हैं। अरबी के दाम भी 15 दिन पहले 40 रुपये किलो पहले थे, लेकिन अब उसके भाव भी 80 से लेकर 100 रुपये किलो हो गए हैं।

बता दें कि ये भाव तो केवल सब्जी मंडी का है, जब आम जनता को ये सब्जी पहुंचती है तो इसमे तकरीबन 20-30 रुपए की ओर बढ़ोतरी हो जाती है।


महंगी सब्जी से बिगड़ा घर का बजट


सब्जी मंडी में सब्जी (UP me Sabjiyo ke damm) लेने के लिए आई महिला का कहना है कि जहां पहले सब्जी एक सप्ताह के लिए जो 500 रुपये में आती थी, अब वो 1000 रुपये में आ रही है।

उनका कहना है की महंगाई के चलते उनकी रसोई का बजट बिगड़ गया है। आम आदमी सब्जी के रेट से काफी निराशाजनक है, क्योंकि इतनी महंगी सब्जी से उनके घर का बजट भी बिगड़ गया है। इस कारणा गरीब लोगों को और मध्यमवर्गी लोगों के लिए सब्जी उनकी पहुंच से बाहर हो रही है।

आधा किलोग्राम सब्जी से चला रहे हफ्तेभर का काम


सब्जी मंडी में सब्जी लेने के लिए आए हुए आदमी का कहना है कि 15 दिन पहले सब्जियों के दाम (vegetable price ) नॉर्मल थे, जिसके चलते उनकी रसोई का बजट सही बना हुआ था। लेकिन बरसात के चलते एकदम से सब्जी के दाम में बढ़त के चलते अब उनके लिए सब्जी खरीदना काफी मुश्किल हो रहा है।

उनका कहना है कि जो एक किलोग्राम सब्जी एक सप्ताह के लिए लेते थे, अब वो आधा किलोग्राम से ही काम चला रहे हैं। उनका कहना है कि वैसे तो महंगाई हर चीज में देखने को मिल रही है, लेकिन सब्जी(Sabji Ke Bhav) तो हर किसी के लिए खरीदना जरूरी है। लेकिन महंगाई ने इन बढ़ते दामों के चलते आम लोगों की कमर तोड़ दी है।