Gehu ka Bhav : मुंह के बल गिरे गेहूं के दाम, अब घटकर इतने हो गए 1 क्विंटल गेहूं के रेट
Wheat Price Fall : गेहूं के भाव में गिरावट का दौर कई दिनों से जारी है। गेहूं के रेट औंधे मुंह गिरने के कारण किसानों को अब पहले वाला मुनाफा नहीं मिल पा रहा है। एमएसपी से भी नीचे गेहूं के दाम (wheat price today) आने के कारण फसली लागत भी पूरी नहीं हो पा रही है। खबर में जानिये अब घटकर कितने हो गए हैं 1 क्विंटल गेहूं के रेट।
HR Breaking News - (Wheat Rate)। गेहूं का सीजन शुरू होते ही इसके भाव में तेजी देखने को मिली थी, लेकिन अब कई दिनों से रेट लगातार गिरते जा रहे हैं। जैसे जैसे मंडियों (mandi bhav today) में सरकारी खरीद बंद हुई, वैसे ही इसकी आवक भी घटती गई। अब इनका असर गेहूं के दामों (Wheat Price) पर भी साफ दिखाई देने लगा है। हर दिन गिरावट पर चल रहे गेहूं के दाम किसानों के लिए परेशानी का कारण बने हुए हैं। आइये जानते हैं किन मंडियों (mandi rate today) में कहां तक गिर गए गेहूं के दाम।
इन राज्यों में यह है गेहूं के भाव की स्थिति-
मध्य प्रदेश (MP wheat rate) की बात करें तो पहले यहां पर गेहूं के दाम 2575 रुपये प्रति क्विंटल तक थे। एमएसपी के साथ 150 रुपये का बोनस राज्य सरकार ने भी 1 क्विंटल गेहूं की बिक्री पर दिया था। राजस्थान (rajasthan wheat rate) में राज्य सरकार ने 175 रुपये का बोनस दिया। उत्तर प्रदेश में 20 रुपये का बोनस किसानों को गेहूं बिक्री पर मिला था। हालांकि इससे किसानों को फायदा ही हुआ था, क्योंकि अब तो रेट एमएसपी (wheat MSP) से भी नीचे चले गए हैं और सरकारी खरीद बंद होने के कारण बोनस भी नहीं मिल रहा।
निजी व्यापारी कर रहे गेहूं की सीधी खरीद-
इस समय सिर्फ निजी व्यापारियों से ही ठीक ठाक गेहूं का रेट (wheat rate 8 july) किसानों को मिल रहा है। अधिकतर राज्यों की मंडियों में एमएसपी से नीचे गेहूं के दाम हो गए हैं। कहीं कहीं पर अच्छी किस्मों व अच्छी गुणवत्ता वाले गेहूं के दाम एमएसपी से ऊपर हैं। उत्तर प्रदेश (UP wheat price) व राजस्थान में भी कुछ ऐसी ही स्थिति गेहूं के भाव की बनी हुई है।
इतने गिरे गेहूं के दाम-
हरियाणा, पंजाब व राजस्थान में गेहूं के दाम (wheat price latest) फिर भी कई मंडियों में एमएसपी से ऊपर हैं। यहां अधिकतम रेट 3000 रुपये प्रति क्विंटल के पास तो न्यूनतम रेट 2300 रुपये (wheat minimum price) प्रति क्विंटल बना हुआ है। हालांकि इन राज्यों में भी पिछले दिनों की तुलना करें तो गेहूं के रेट (gehu ke daam) कम ही हुए हैं। जून माह में यहां पर 3200 रुपये प्रति क्विंटल तक पहुंच गए थे, इसके बाद जुलाई में 200 से लेकर 300 रुपये तक की प्रति क्विंटल पर गिरावट आई है।
यह कहना है एक्सपर्ट्स का-
एक्सपर्ट्स का कहना है कि आने वाले समय में गेहूं के भाव (wheat Price) में बढ़ौतरी हो सकती है। बाजार में गेहूं की मांग अक्टूबर के आसपास बढ़ सकती है। त्योहारी सीजन में गेहूं के दाम (gehu ka rate) हाई हो सकते हैं। इससे आटे के रेट भी बढ़ सकते हैं। बाजार में तब गेहूं की आपूर्ति का दबाव बढ़ सकता है। इस कारण गेहूं के रेट बढ़ सकता है।
