Wheat Price Hike : गेहूं के भाव ने तोड़ डाले रिकॉर्ड, जानिये कितने हो गए दाम
wheat rate today : गेहूं के भाव में हो रही ताबड़तोड़ बढ़ौतरी का असर अब मंडियों में साफ दिखाई देने लगा है। कई मंडियों (mandi bhav) में गेहूं के दाम एमएसपी से काफी ऊपर पहुंच गए हैं। इस बार गेहूं के सीजन में गेहूं के भाव (wheat rate update) ने सारे रिकॉर्ड तोड़ डाले हैं। आइये जानते हैं देश की प्रमुख मंडियों में कितने हो गए गेहूं के दाम।

HR Breaking News - (wheat rate)। गेहूं के दामों में वैसे तो इस सीजन के शुरू से ही तेजी देखने को मिल रही है, लेकिन जून माह में गेहूं के दाम (wheat rate 21 june) रॉकेट की रफ्तार से दौड़ रहे हैं। हाल की स्थिति देखें तो किसानों को गेहूं बेचकर तगड़ा मुनाफा कमाने का मौका मिल रहा है। कई मंडियों में गेहूं के दाम (gehu ka aaj ka bhav) रिकॉर्ड लेवल पर ट्रेड कर रहे हैं। इस बार बढ़े हुए एमएसपी (wheat MSP) और राज्य सरकारों की ओर से दिए जा रहे बोनस का फायदा भी किसानों को मिल रहा है।
उत्तर प्रदेश में गेहूं का ताजा भाव -
यूपी यानी उत्तर प्रदेश की मंडियों (mandi bhav today) में तो गेहूं के भाव पहले की अपेक्षा काफी हाई लेवल पर चल रहे हैं। अप्रैल-मई में यहां की अधिकतर मंडियों में गेहूं का भाव (wheat price) 2425 रुपये प्रति क्विंटल ही था।
अब इसमें काफी बढ़ौतरी हुई है। जून माह में गेहूं के भाव (gehu ka taja bhav) 2720 रुपये प्रति क्विंटल के करीब पहुंच गए हैं। इसका कारण व्यापारियों की ओर से किसानों से सीधी गेहूं खरीदना बताया जा रहा है। जून माह के पिछले कुछ सालों के आंकड़ों को देखें तो इस बार गेहूं के भाव (wheat rate 21 june) का रिकॉर्ड टूटता दिखाई दे रहा है।
एमपी और राजस्थान में रेट-
मध्य प्रदेश भी यूपी (UP wheat price) के बाद दूसरा प्रमुख गेहूं उत्पादक राज्य है। यहां पर गेहूं के दाम (wheat rate latest) 2710 रुपये प्रति क्विंटल पहुंच चुके हैं। राजस्थान में भी गेहूं का भाव 2700 रुपये प्रति क्विंटल के करीब है। अच्छी गुणवत्ता वाले साफ सुथरे गेहूं के भाव (wheat rate update) तो 3000 रुपये प्रति क्विंटल से भी ऊपर पहुंच चुके हैं। आने वाले समय में गेहूं का भाव (gehu ki kimat) और बढ़ सकता है।
हरियाणा-पंजाब में गेहूं का भाव -
हरियाणा व पंजाब में भी गेहूं के दाम (wheat price) 2500 रुपये प्रति क्विंटल से ऊपर ही चल रहे हैं। अब यहां पर अधिकतर मंडियों (mandi bhav today) में सरकारी खरीद केंद्रों पर गेहूं की आवक कम हो गई है। इस कारण सरकारी खरीद केंद्रों पर गेहूं की खरीद (wheat purchasing) भी घटी है। अधिकतर जगह व्यापारी सीधे ही किसानों से गेहूं खरीद रहे हैं।
अगले दो माह में और बढ़ेंगे गेहूं के दाम -
अगले माह जुलाई में गेहूं के दाम (gehu ka bhav) और अधिक बढ़ सकते हैं। इसका कारण माना जा रहा है कि जुलाई में बारिश का मौसम शुरू हो जाएगा और किसान मंडियों (mandi news) में गेहूं लाना बंद कर देंगे। इससे गेहूं का स्टॉक किसानों के पास बढ़ेगा और गेहूं से बने पदार्थों की मांग बाजार में बढ़ सकती है।
इस कारण आटा (flour price today)भी महंगा हो सकता है। अगस्त में ऑफ सीजन के चलते गेहूं के भाव (wheat rate hike) में और बढ़ौतरी हो सकती है। तब तक गेहूं के रेट 3500 रुपये प्रति क्विंटल तक भी पहुंच सकते हैं।