Wheat Price Hike : इस राज्य में डबल हो गए गेहूं के भाव, इस कारण अचानक बढ़े रेट
Wheat Price Today : गेहूं के दामों में फिर से तगड़ा फेरबदल हुआ है। अचानक बढ़े गेहूं के भाव (wheat rate hike) से किसानों की मौज हो गई है। कुछ दिन पहले तक एमएसपी के आसपास ही गेहूं के दाम (gehu ka bhav) चल रहे थे, लेकिन अब इनमें जबरदस्त बढ़ौतरी हुई है। आइये खबर में जानते हैं अचानक गेहूं के दाम इतने हाई होने के पीछे क्या खास कारण है।

HR Breaking News - (wheat price)। देशभर की कई मंडियों में गेहूं के दाम अचानक बदल गए हैं। इनमें आया उछाल किसानों के लिए फायदेमंद साबित हो रहा है। किसान अब गेहूं की बिक्री (wheat purchasing) से पहले से डबल मुनाफा कमा रहे हैं।
जून माह के पहले सप्ताह तक तो देशभर की कई मंडियों में गेहूं का भाव एमएसपी (wheat MSP) के करीब ही था, लेकिन अब रेट एकदम से बढ़े हैं। इस हिसाब से तो जून माह का अंतिम सप्ताह किसानों के लिए सौगात लेकर आ सकता है। अचानक गेहूं के दाम (wheat rate today) बढ़ने के पीछे कई कारण एक्सपर्ट्स की ओर से बताए जा रहे हैं।
मध्य प्रदेश सहित इन राज्यों में उछले रेट-
मध्य प्रदेश (MP wheat price) में इस सीजन की शुरुआत में ही प्रति क्विंटल गेहूं की बिक्री पर 175 रुपये का बोनस राज्य सरकार की ओर से दिया गया। इसके अलावा एमएसपी में भी इस बार केंद्र सरकार (center govt) ने बढ़ौतरी की थी। इन दोनों का फायदा किसानों को गेहूं के शुरुआती सीजन में सरकारी गेहूं खरीद (wheat purchasing rules) के दौरान मिला।
इसके बाद जैसे ही सरकारी खरीद में कमी आई तो किसान सीधा निजी व्यापारियों को गेहूं बेचने लगे। इस कारण अब अचानक गेहूं के दाम (wheat rate 22 june) 3 हजार रुपये प्रति क्विंटल के पास पहुंच गए हैं। गेहूं का यह भाव पिछले साल की तुलना में इस माह में काफी ज्यादा हैं।
मांग बढ़ने से रेट में हुआ इजाफा-
अब गेहूं की आवक कई मंडियों (mandi bhav today) में घट गई है। सरकारी खरीद का लक्ष्य भी लगभग पूरा हो चुका है। अनेक किसान कुछ दिन से गेहूं को स्टॉक (wheat stock) करने लगे थे। इस कारण बाजार में गेहूं की मांग बढ़ी है और आपूर्ति प्रभावित हुई है। एक्सपर्ट्स मान रहे हैं कि इसी कारण गेहूं के भाव (gehu ka aaj ka bhav) में अचानक तेजी आई है। इस तगड़े फेरबदल से किसानों को गेहूं बिक्री पर अधिक मुनाफा हो रहा है।
इन राज्यों में पहले से अधिक हुए रेट-
महाराष्ट्र व गोवा में तो गेहूं का औसत भाव 4850 रुपये (wheat everage price) प्रति क्विंटल के करीब जा पहुंचा है, जो एमएसपी 2425 रुपये से डबल है। यहां अधिकतम रेट 5875 रुपये (wheat maximum price) प्रति क्विंटल तक है। राजस्थान में गेहूं का भाव 2610 रुपये प्रति क्विंटल तक चल रहा है। हरियाणा पंजाब में भी गेहूं का भाव (wheat minimum price) 2500 रुपये क्विंटल हो गया है, जो पहले से अधिक है।
अभी और बढ़ेंगे गेहूं के दाम -
अब देशभर में कई राज्यों में किसान सीधा व्यापारियों को गेहूं बेचने (wheat selling) में रुचि ले रहे हैं। इन निजी व्यापारियों से किसानों को गेहूं का अधिक भाव मिल रहा है। माना जा रहा है कि मांग बढ़ने से आगामी कुछ माह में गेहूं के दामों (gehu ki kimat) में और बढ़ौतरी हो सकती है। प्रमुख गेहूं उत्पादक राज्य उत्तर प्रदेश में गेहूं के दाम (UP wheat price) 2450 रुपये प्रति क्विंटल तक हो गए हैं।
बरसाती मौसम करेगा गेहूं के भाव को प्रभावित-
कुछ दिन बाद ही देशभर के कई राज्यों में मानसून का प्रभाव होगा। ऐसे में गेहूं से बने पदार्थों की मांग बढ़ सकती है और आटे के दाम (flour price today) भी जुलाई अगस्त में हाई हो सकते हैं। कई आटा मिलें भी गेहूं को स्टोर करने के प्रयास में हैं, दूसरी ओर किसान भी गेहूं को बरसाती मौसम में स्टॉक रख सकते हैं। ऐसे में गेहूं के भाव (wheat rate hike) और हाई हो सकते हैं।