SIP से करोड़पति बनने का सीक्रेट, 20 साल में 10 गुना होगी कमाई, जान लें ये 5 बातें

HR Breaking News, Digital Desk- वैसे तो SIP एक इनवेस्टमेंट है, जो लॉन्ग टर्म में एक अच्छा रिटर्न ऑफर करती है. पर कई बार मार्केट लंबे समय तक लगातार डाउन होता चला जाता है और पैसे डूबने के डर से कई लोग पैसे निकाल लेते हैं. हालांकि, लोगों के लिए ये समझना जरूरी है कि आखिर में SIP से बेहतर रिटर्न पाने के लिए उसे समय देना पड़ता है. चलिए जानते हैं SIP से जुड़े 5 सीक्रेट्स जो SIP को लेकर आम जनता की समझ और उस पर भरोसे को बढ़ाने के लिए ज़रूरी हैं.
आप SIP में इनवेस्ट करना शुरू करें और मार्केट डाउन हो, तो हो सकता है कि आपको रिटर्न्स नेगेटिव में दिखने लगे और आपको लगे कि आपके पैसे डूब जाएंगे. पर ऐसा नहीं है, SIP में शुरुआती महीनों और सालों में अच्छा प्रॉफिट नहीं दिखता है, पर लॉन्ग टर्म में अच्छे रिटर्न्स मिलते हैं. शुरुआत करना ज़रूरी है, धीरे-धीरे SIP में अच्छा रिटर्न दिखने लगता है. इस बात का ध्यान रखें कि मार्केट कभी एक सीधी लकीर पर नहीं चलता है, उतार-चढ़ाव होते रहे हैं और म्यूचुअल फंड्स लॉन्ग रन में अच्छा रिटर्न देने के लिए जाने जाते हैं.
SIP में जमा होने वाले पैसों पर कम्पाउंड होकर इंटरेस्ट मिलता है. समय के साथ आपका इनवेस्टमेंट बढ़ता है. इनवेस्ट पर जो इंटरेस्ट आता है वो भी इनवेस्टमेंट में जुड़ता जाता है और फिर उस पर भी इंटरेस्ट मिलता है. इस तरह आपके इनवेस्टमेंट पर कम्पाउंड इंटरेस्ट बढ़ता जाता है. इकॉनमिक्स टाइम्स ने एक स्टडी के हवाले से बताया है कि निफ्टी 50 में 10 हजार रुपये महीने की SIP पर शुरुआत के सात साल में करीब 8.4 लाख रुपये जमा हुए, इतने समय में करीब 5.24 लाख रुपये का इंटरेस्ट मिला.
हालांकि, अगले 14 सालों में यही SIP करीब 52 लाख रुपये की हो गई थी. अगर ये SIP सात साल और चलती तो इनवेस्टर को करीब 1.44 करोड़ रुपये मिलते. अगर आपकी SIP एक साल में 15 फीसदी का रिटर्न देती है, तो उसमें पांच साल में दोगुना, 10 साल में चार गुना और 15 साल में 8 गुना रिटर्न देने का पोटेंशियल है.
कई यूजर्स को लगता है कि जब मार्केट कमज़ोर है तब कम NAV पर ज्यादा यूनिट्स खरीद लेना बेहतर ऑप्शन है और वो जब मार्केट हाई होता है तो SIP इंस्टॉलमेंट रोक देते हैं. ऐसा नहीं करना चाहिए, SIP से वेल्थ बिल्ड करने के लिए पैसे डालते का अनुशासन सही है. अगर आप SIP से बेहतर रिटर्न कमाना चाहते हैं तो मार्केट तेज़ हो या कमज़ोर, आपको SIP में पैसे डालते रहना चाहिए, क्योंकि जो इंटरेस्ट आपको SIP से मिलता है वो आपके टोटल इनवेस्टमेंट पर ही मिलता है. अगर आपको SIP से एक बड़ा फंड बिल्ड करना है तो SIP के इंस्टॉलमेंट्स कभी स्किप न करें.
हो सकता है कि आपने SIP से बाहर निकलने के लिए कोई तारीख तय कर रखी हो. पर हो सकता है कि उस तारीख के आते-आते मार्केट स्लो हो जाए और आपको उतना रिटर्न न मिले जितने की आपने उम्मीद की थी. इसके लिए आप SIP का एग्जिट प्लान भी तैयार कर सकते हैं. आप मैच्योरिटी डेट से तीन साल पहले सिस्टमैटिक विद्राल प्लान शुरू कर सकते हैं. इससे 3 साल में धीरे-धीरे करके आपके सारे पैसे आपके अकाउंट में आ जाएंगे. इससे आप अपने इनवेस्टमेंट पर मार्केट के खतरे को कम कर सकते हैं.