Vegetable Price Hike : बेलगाम घोड़े की तरह बढ़ते चले जा रहे है सब्जियों के दाम, जान लें आलू-प्याज-टमाटर के ताजा रेट

Vegetable Price : इस महीने की शुरूआत तो सुहाने मौसम से हुई है लकिन इससे किचन का बजट काफी हिल गया है। जुलाई की शुरूआत के साथ ही सब्जियों के रेट ने रफतार पकड़ ली है। अभी भी इनके दाम पर कोई नियंत्रण नही किया जा रहा है। ऐसे में आइए जान लें कि कितने चल रहे है आलू-प्याज-टमाटर और बाकी सब्जियों के भाव (prices of vegetables)...
 

HR Breaking News, Digital Desk- पूरे उत्तरी भारत में जिसमें उत्तर प्रदेश , दिल्ली-एनसीआर और हरियाणा शामिल हैं, यहां टमाटर की कीमतों में लगातार उछाल देखने को मिल रहा है। केवल टमाटर ही नही बाकी सब्जियों के रेट भी आसमान छू रहे है। इनकी कीमतों में फिलहाल कोई नरमी की उम्मीद नहीं (vegetable price rise rapidly) है। दअसल, किसानों का कहना है कि मुराबादाब रीजन में भारी बारिश की वजह से टमाटर की फसल खराब हो गई है।

बता दें कि मुराबादाब रीजन में टमाटर का प्रोडक्शन (Tomato production) भारी मात्रा में होता है। यहां से टमाटर उत्तर-प्रदेश, उत्तराखंड, दिल्ली-एनसीआर और हरियाणा में सप्लाई होता है। अब भारी बारिश की वजह से टमाटर के फसल खराब हो गए जिसकी वजह से सही मात्रा में टमाटर की सप्लाई नहीं हो रही है।

किसानों ने बताया कि खेत में बारिश का पानी जमा हो गया है। ऐसे में खेत टमाटर के फसल खेत में ही सड़ गए हैं और पूरी फसल खराब हो गई है। ऐसे में किसान दूसरे फसलों की उपज के लिए टमाटर के पौधे को उखाड़ रहे हैं।

किसानों को सरकार से राहत की उम्मीद


आज के समय में मानसून की वजह से फसल खराब (Crop failure due to monsoon) हो रहे हैं। इससे पहले भारी गर्मी की वजह से टमाटर की फसल खराब हो गई थी। हीटवेव की वजह से टमाटर की फसलें झुलस गई थी, अब बारिश की वजह से फसल सड़ रही है।

टमाटर की खेती (tomato farming) करने वाले किसानों का कहना है कि उन्हें पहले भी टमाटर की अच्छी कीमत नहीं मिली थी। अब भारी बारिश के बाद उन्हें लाभ की कोई उम्मीद नहीं है। ऐसे में किसान सरकारी सहायता की गुहार लगा रहे हैं।

टमाटर के प्रोडक्शन में आई कमी का असर किसानों के साथ सब्जी विक्रेता (vegetable seller) पर पड़ा है। राजस्थान के अजमेर शहर के सब्जी विक्रेता ने कहा कि मानसून सीजन में सब्जियों की कीमतों में तेजी आ गई। सब्जियों की कीमतों में लगातार बढ़ोतरी होने की वजह से सब्जी विक्रेता को भी परेशानी हो रही है।


इतनी महंगी हो गई है सब्जी


जुलाई में हुई बारिश के बाद हरी सब्जियों (green vegetables price hike) के साथ आलू-प्याज और टमाटर की कीमतों में शानदार उछाल आया।

जून में जहां टमाटर 40 रुपये से 50 रुपये प्रति किलो बिक रहा था वह जुलाई में 75 रुपये से 80 रुपये प्रति किलो हो गया (tomato price) है।


इसी तरह आलू भी 25 रुपये से 30 रुपये प्रति किलोग्राम था जो अब 40 रुपये से 45 रुपये हो गया (potato price) है।


प्याज भी कुछ समय पहले तक 25 रुपये से 30 रुपये प्रति किलोग्राम बिक रहा था, जो अब 40 रुपये से 45 रुपये प्रति किलो (onion price) हो गया है।