Success Story - जानी-मानी कंपनियों की नौकरी छोड़ शुरू किया अपना बिजनेस, आज देश की अमीरों की सूची में है नाम
HR Breaking News, Digital Desk- आज कल हर क्षेत्र में महिलाओं का अहम योगदान है। फिर चाहे वो शिक्षा हो या फिर बिजनेस, हर क्षेत्र में उन्होंने अपनी मेहनत से सफलता हासिल की है। भारतीय महिलाएं अपनी काबिलियत से देश और विदेश दोनों जगह खूब नाम कमा रही हैं। इस लिस्ट में अब एक और महिला का नाम जुड़ चुका है। हम बात कर रहे हैं फाल्गुनी नायर की, जो पिछले साल काफी सुर्खियों में रही थीं।
उन्होंने अपनी एक छोटी सी शुरुआत से वो कर दिखाया है, जिससे अन्य महिलाओं को प्रेरणा लेनी चाहिए। फाल्गुनी नायर उन्हीं महिलाओं में से एक हैं, जिन्होंने अपनी आधी उम्र बीत जाने के बाद वो करने का फैसला किया, जिसे करने की हिम्मत कई पढ़ी-लिखी महिलाओं में भी नहीं होती। 51 की उम्र में अपना काम शुरू करना और उसे टॉप पर लेकर जाना, यह सब कुछ फाल्गुनी नायर से सीखा जा सकता है।
हर साल 8 मार्च को इंटरनेशनल वीमेंस डे मनाया जाता है। इस मौके पर हम आपको बताएंगे बिजनेस विमेन और सेल्फ मेड महिला फाल्गुनी नायर की कहानी। उनकी कंपनी इन दिनों देश की सबसे बड़ी कंपनियों में शामिल हो चुकी है। यही नहीं वह खुद भी देश की अमीर महिलाओं की लिस्ट में शामिल हो चुकी हैं।
मुंबई में जन्मी फाल्गुनी नायर की शुरुआती पढ़ाई-लिखाई भी इसी शहर में हुई है। उनका जन्म एक बिजनेस परिवार में हुआ था। उनके पिता एक छोटी कंपनी चलाते थे, जहां उनकी मां मदद किया करती थीं। बिजनेस परिवार से ताल्लुक रखने की वजह से फाल्गुनी निवेश, शेयर बाजार, और व्यापार जैसे शब्दों से अच्छी तरह वाकिफ थीं। फाल्गुनी ने आईआईएम अहमदाबाद से पढ़ाई पूरी की है। उन्होंने बीकॉम और मैनेजमेंट में पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा किया है।
आईआईएम में पढ़ाई के दौरान उनकी मुलाकात संजय नायर से हुई, जो उनके पति भी हैं। संजय नायका के संस्थापक और सीईओ हैं। करियर की बात करें तो फाल्गुनी नायर ने एएफ फर्ग्यूसन एंड कंपनी से अपने करियर की शुरुआत की थी, जहां उन्होंने कुछ समय तक काम किया।
नौकरी छोड़कर शुरू किया अपना काम-
दो बच्चों की मां फाल्गुनी नायर अपनी कंपनी शुरू करने से पहले कोटक महिंद्रा बैंक में काम कर रही थीं। उन्होंने करीब 19 साल वहां काम किया है। कोटक ग्रुप में वो इन्वेस्टमेंट बैंक की मैनेजिंग डायरेक्टर थीं। उन्होंने साल 1993 में कोटक महिंद्रा ग्रुप ज्वाइन किया था और पूरे 19 साल तक काम किया।
उन्होंने ब्लूमबर्ग को दिए इंटरव्यू में बताया था कि कोटक के साथ काम करते हुए सब कुछ ठीक चल रहा था। वह वहां अपने काम से काफी खुश भी थीं लेकिन छोड़ते वक्त उन्हें काफी दुख हुआ। हालांकि, उन्होंने तय किया कि कुछ शुरू करने से पहले पुरानी चीजों को छोड़ना बहुत जरूरी है। ऐसे में उन्होंने नौकरी छोड़ने का फैसला किया।
ऐसे हुई नायका की शुरुआत-
फाल्गुनी नायर ने ई-कॉमर्स कंपनी नायका की शुरुआत साल 2012 में की थी। ब्यूटी और पर्सनल केयर से जुड़े प्रोडक्ट्स आपको इस प्लेटफॉर्म पर आसानी से मिल जाएंगे। लड़कियों और महिलाओं के बीच यह कंपनी काफी पॉपुलर है।
महिलाओं के बीच ब्यूटी प्रॉडक्ट्स शॉपिंग के लिए यह प्लेटफॉर्म बहुत डिमांड में है। फाल्गुनी ने इस कंपनी को शुरू करने से पहले महिलाओं की जरूरतों को समझा और फिर एक ऑनलाइन प्लेटफॉर्म शुरू किया। इस प्लेटफॉर्म पर महिलाओं को ज्वैलरी से लेकर ब्यूटी प्रोडक्ट्स और पर्सनल केयर से जुड़ी हर वैरायटी में मिल जाएंगी। नायका के कुल 35 स्टोर हैं, जहां महिलाएं आसानी से शॉपिंग करती हैं।
बेटी और बेटा दोनों करते हैं सपोर्ट-
फाल्गुनी नायर की ये कंपनी अब फुल फैमिली बिजनेस बन गई है, जिसमें पति के साथ-साथ बेटा और बेटी दोनों काम करते हैं। इसके अलावा कई सारे कर्मचारी हैं, जिसे फाल्गुनी लीड करती हैं। नायका के शेयर की डिमांड समय के साथ काफी बढ़ गई है। इसी अनुसार उनकी नेटवर्थ में भी दोगुनी बढ़ोतरी हुई है। यही नहीं स्टॉक एक्सचेंज में नायका पहली ऐसी कंपनी है, जिसका नेतृत्व एक महिला कर रही है। इसके बाद से ही वह भारत के अमीर लोगों की लिस्ट में शामिल हो चुकी हैं।