Parenting Tips : बच्चे की परवरिश करते समय इन बातों को कभी न करें इग्नोर, वरना सारी उम्र होगा पछतावा

Parenting Tips : माता-पिता अपने बच्चों की परवरिश में कोई कमी नहीं छोडते हैं। लेकिन फिर भी बच्चे की देख-रेख करते वक्त एक मां को इन खास बातों का जरूर ध्यान रखना चाहिए ताकि बच्च में वो गुण आएं जो उसे जीवन में आगे बढ़ने और एक अच्छा इंसान बनने में मदद करें. 
 

HR Breaking News (नई दिल्ली)। Good Parenting : किसी भी इंसान के लिए उसकी मां एक अहम शख्स होती है. मां वो हैं जो जन्म देने के साथ-साथ बच्चे की सही परवरिश करके उसे समाज में काबिल बनाती हैं. बतौर मां एक बच्चे की परवरिश करना एक बड़ी चुनौती है और इसी चुनौती को पूरा करने में मां जिंदगी का एक बड़ा हिस्सा निकल जाता है. लेकिन आपको कुछ खास बातों का ध्यान रखना चाहिए. ये बातें आपके बच्चे की परवरिश में काफी महत्व रखती हैं.


हर मां को पता होनी चाहिए ये बातें :

सब्र है सबसे जरूरी :

बच्चे की परवरिश करते समय एक मां के अंदर सब्र यानी पेशेंस होना बहुत जरूरी है. छोटे बच्चे नखरे, जिद और बहुत सारी गलतियां करते हैं, ऐसे में मां को धैर्य खोए बिना उनके साथ डील करना होता है. 

खुद पर विश्वास करना सीखिए :

जब बच्चे को पालने की बात आती है तो ढेर सारे लोग सलाह देते हैं. जब आप अपने बच्चे को पाल रही हैं तो आपकी अपनी समझ होनी बहुत जरूरी है. किसी भी मामले में आपका दिमाग और आपकी सोच क्या कहती है, यह बहुत जरूरी है. हालांकि, दूसरों की सलाह सुननी चाहिए लेकिन किसी भी स्थिति में यह ध्यान रखिए कि आपके बच्चे (Child) को आपसे ज्यादा कोई नहीं जानता है. 

बच्चे के साथ-साथ खुद का भी रखिए ध्यान :

जब आप बच्चे की परवरिश कर रही हैं तो आपका अधिकतर समय बच्चे की देखभाल में निकल जाता है. लेकिन, इसका मतलब यह बिलकुल नहीं है कि आप अपने ऊपर बिलकुल भी ध्यान ना दें. एक मां होने के साथ-साथ आप एक इंसान भी हैं, इसलिए अपने शौक जिंदा रखिए और रोजमर्रा की लाइफ में भी अपने लिए जरूर समय निकालिए. 

मदद मांगने में शर्म नहीं होनी चाहिए :

कई बार मां थक जाती है क्योंकि एक बच्चे के बहुत सारे काम होते हैं. इसलिए अपने परिवार या दोस्तों से इस संबंध में हेल्प लेना कोई बुरी बात नहीं है. एकदूसरे की मदद से ही परिवार चलते हैं. इसलिए जब भी जरूरत लगे तो काम को अपने ऊपर बोझ बनाने की बजाय परिवार, दोस्तों से मदद ले सकती हैं. 

अपनी खामियों से सीख लीजिए :

दुनिया में कोई भी परफेक्ट नहीं है. बच्चे की परवरिश (Parenting) में आपसे भी गलतियां हो सकती हैं. इनको दिल पर लेने के बजाय उनको ठीक करने और उनसे सबक लेने की कोशिश करनी चाहिए. 

अपने बच्चे के दोस्तों पर भी रखिए नजर :

बच्चों को अच्छी संगति देना एक मां का फर्ज है. जैसे लोगों के बीच आप रहेंगी, वैसा ही आपका बच्चा सीखेगा और वैसा ही उसका भी दायरा बनेगा. बच्चे के साथ समय बिताइए और उसका समय सही से मैनेज कीजिए. इससे आपका बच्चा आपकी ही तरह जिंदगी को जीने के नए-नए फलसफे सीख लेगा. 

बहुत ज्यादा सख्ती जरूरी नहीं :

अगर आपका बच्चा कुछ सीख नहीं रहा या बहुत तंग करता है तो ज्यादा सख्ती बरतने की जरूरत नहीं है. बच्चे मासूम होते हैं, वो पल भर में रोते और पल भर में हंसते हैं. उनके साथ फ्लेक्सिबिलिटी बरतिए और देखिए बच्चा कितना खुश रहता है. 

बच्चे के साथ सौदेबाजी ना करें :

बच्चे को किसी काम को करने के लिए कुछ देने की शर्त नहीं रखनी चाहिए. कोशिश कीजिए कि आप उसे वो काम करने के लिए सही से प्रोत्साहित करें. लेकिन अगर वो कोई काम करे तो ही उसे रिवॉर्ड मिलेगा, ऐसी शर्तें नहीं रखनी चाहिए. ना ही उसे किसी चीज का लालच देकर काम करवाना चाहिए. ऐसा करने पर आपका बच्चा हर काम के लिए लालच को ही आगे रखेगा और जिंदगी में आगे बढ़ने में दिक्कतें महसूस करेगा.