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Car Engine : गाड़ी के इंजन में क्या होता है सीसी का मतलब, अधिकतर लोगों को नहीं है जानकारी

Car Engine : गाड़ी को लंबे समय तक अच्छी स्थिति में रखने के लिए उसका अच्छे से रखरखाव और देखभाल बहुत ज़रूरी है। ऐसे में गाड़ी चलाने से पहले हमें उससे जुड़ी छोटी-छोटी चीजों के बारे में जान लेना चाहिए ताकि बाद में कोई दिक्कत ना हो। क्या आप जानते है कि गाड़ी के इंजन में सीसी का क्या मतलब होता है? आइए खबर में बताते है कि गाड़ी से जुड़ी वो टिप्स जिसकी बेहद कम लोगो को जानकारी है। 
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Car Engine : गाड़ी के इंजन में क्या होता है सीसी का मतलब, अधिकतर लोगों को नहीं है जानकारी

HR Breaking News : (Car News in Hindi) नई कार हर किसी को देखने में अच्छी लगती है। लेकिन अगर उस कार की ठीक तरह से देखभाल न की जाए, तो वह कार जल्दी एक खटारा कार भी बन जाती है। ऐसे में कार खरीदने से पहले हमें उससे जुड़ी जरूरी बातें जान लेनी चाहिए ताकि बाद में कोई दिक्कत ना हो। अकसर आपने सुना होगा की कार के इंजन के बारे में जब जिक्र होता है तो उसे CC में मेजर किया जाता है। क्या आप जानते है कि इस सीसी का मतलब क्या होता है।


आपकी कार के इंजन का साइज (car engine size) क्यूबिक सेंटीमीटर (CC) में मेजर किया जाता है। इंजन का साइज कार के सिलेंडरों से धकेले गए फ्यूल के साथ हवा की मात्रा है। लेकिन कार के इंजन को ज़्यादातर लीटर में बताया जाता है। हालांकि सीसी लीटर के काफी करीब होता है, जैसे एक 1390 CC के इंजन वाली कार को 1.4-लीटर इंजन के रूप में जाना जाता है। 


आम तौर पर, एक बड़े इंजन वाली कार एक छोटे इंजन की तुलना में ज्यादा पावर प्रोड्यूस करेगी, लेकिन अब, कई कारों में टर्बोचार्ज्ड इंजन (turbocharged engine) होते हैं, जो उन्हें पहले के मुकाबले कहीं ज्यादा पावर जेनरेट करने में सक्षम बनाते हैं। 


हॉर्सपावर आपकी कार के इंजन (car engine tips) से जेनरेट होने वाली पावर को कैलकुलेट कर सकता है। इसे bhp भी कहा जाता है। जबकि कारों में CC का मतलब आम तौर पर क्यूबिक सेंटीमीटर को बताना है, जिसका इस्तेमाल इंजन के साइज के कैलकुलेशन के लिए किया जाता है।


इस तरह समझें...


एक 2.0 लीटर या उससे ज़्यादा क्षमता वाले इंजन (car engine tips in hindi) का मतलब है कि यह एक बड़ा इंजन है। ये इंजन छोटे इंजन (1 से 1.9 लीटर) की तुलना में ज़्यादा शक्तिशाली होते हैं। चूंकि ये साइज में बड़े होते हैं, इसलिए ये उनसे ज़्यादा पावर जनरेट करते है और इसकी वजह से इनकी कीमत भी ज़्यादा होती है। जबकि ज़्यादा पावर का मतलब ज़्यादा स्पीड है, ईंधन की खपत काफ़ी ज़्यादा है।