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8th Pay Commission : कर्मचारियों को झटका, 2.86 के फिटमेंट फैक्टर से भी नहीं बढ़ेगी सैलरी

8th Pay Commission :केंद्रीय कर्मचारियों की ओर से मांग की जा रही है कि 2.86 के फिटमेंट फैक्टर से सैलरी बढ़ाई जाए। कर्मचारियों के लिए सैलरी बढ़ौतरी पर अब झटका देने वाली खबर आई है। कर्मचारियों की सैलरी में बढ़ौतरी ज्यादा नहीं होने वाली है। कर्मचारियों के लिए कुछ आंकड़े आए हैं, जिसमें 2.86 के फिटमेंट फैक्टर का कुछ खास लाभ मिलना जरूरी नहीं है। 

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8th Pay Commission : कर्मचारियों को झटका, 2.86 के फिटमेंट फैक्टर से भी नहीं बढ़ेगी सैलरी 

HR Breaking News (8th Pay Commission) केंद्रीय कर्मचारियों के लिए नए वेतन आयोग पर बड़ा आंकड़ा सामने आया है। कर्मचारियों के मन में सैलरी बढ़ौतरी को लेकर लगातार सवाल उठते रहते हैं। इन्हीं सवालों का जवाब अब कुछ कैलकुलेशन दे रही हैं। कर्मचारियों को कैलकुलेशन झटका दे सकती है। 

 

 

जनवरी में मिली मंजूरी 
 

केंद्र सरकार की ओर से 8वें वेतन आयोग को मंजूरी जनवरी 2025 में दे दी गई थी। कर्मचारियों के लिए नए वेतन आयोग पर मंजूरी दिए जाने के फैसले के बाद से ही कर्मचारियों की सैलरी को लेकर चर्चाएं तेज हैं। कर्मचारी लगातार फिटमेंट फैक्टर पर मांग कर रहे हैं, परंतु सिर्फ फिटमेंट फैक्टर ज्यादा होने से सैलरी नहीं बढ़ती है। 

 

 

कब होगा नए वेतन आयोग का गठन
 

केंद्र सरकार की ओर से नए वेतन आयोग के गठन की प्रक्रिया तेजी से चल रही है। कर्मचारियों की सैलरी में बढ़ौतरी के लिए नया वेतन आयोग बहुत जरूरी है। मई में ही केंद्र सरकार की ओर से नए वेतन आयोग (8th Pay Commission) के लिए एक अध्यक्ष और दो सदस्यों की नियुक्ति की जा सकती है। 

फिटमेंट फैक्टर को लेकर लगाए जा रहे कयास
 

8वें वेतन आयोग (8th Pay Commission) की मंजूरी के बाद से ही कर्मचारियों की सैलरी को लेकर कई सारे कयास लगाए जा रहे हैं। कर्मचारियों की सैलरी और फिटमेंट फैक्टर से जुड़े कई आंकड़े सामने आ रहे हैं। कर्मचारियों को इस बार 2.86 का फिटमेंट फैक्टर मिल सकता है। 

फिटमेंट फैक्टर से बढ़ेगी बेसिक सैलरी 
 

सरकार की ओर से कर्मचारियों को 2.86 का फिटमेंट फैक्टर दिया जाएगा तो न्यूनतम सैलरी 51,480 रुपये और पेंशन 25,740 रुपये तक बढ़ सकती है। परंतु इसमें कई पेंच हैं। सिर्फ फिटमेंट फैक्टर ज्यादा होने से सैलरी नहीं बढ़ती। इसके बारे में डिटेल से कैलकुलेशन सामने आई है। 

यह होता है फिटमेंट फैक्टर
 

सैलरी संशोधन के लिए फिटमेंट फैक्टर का प्रयोग किया जाता है। फिटमेंट फैक्टर एक गुणांक होता है। इसका सहारा सरकार कर्मचारियों की सैलरी को बढ़ाने के लिए किया जाता है। बेसिक सैलरी को फिटमेंट फैक्टर से गुणा करके नई बेसिक सैलरी तय की जाती है।

हर लेवल की सैलरी पर यह फिटमेंट फैक्टर लागू नहीं होता है। अगर 8वें वेतन आयोग (8th Pay Commission) में मांग किए जा रहे फिटमेंट फैक्टर की बात करें। तो यह 2.86 का फिटमेंट फैक्टर मांगा जा रहा है। अगर सरकार मांग मान लेती है तो कर्मचारियों की सैलरी में इजाफा हो सकता है। इसके लिए फिटमेंट फैक्टर को देखना जरूरी है। 

समझें, अबतक फिटमेंट फैक्टर से सैलरी बढ़ौतरी क्यों जरूरी नहीं 
 

सरकार ने छठे वेतन आयोग (6th Pay Commission) में करीब 1.86 फिटमेंट फैक्टर लागू किया गया था। वहीं, सैलरी ग्रॉस सैलरी में  54 प्रतिशत की बढ़ौतरी हुई थी। 7वें वेतन आयोग (7th Pay Commission) में फिटमेंट फैक्टर 2.57 रखा गया था। परंतु सैलरी छठे वेतन आयोग जितनी नहीं बढ़ी थी।

इस साल कर्मचारियों की ग्रोस सैलरी 14.2 प्रतिशत ही बढ़ी थी। अब तक सात वेतन आयोग में असल सैलरी बढ़ौतरी देखें तो सबसे ज्यादा छठे वेतन आयोग में ही हुई थी। जबकि फिमेंट फैक्टर कम था। ऐसे में साफ है कि सिर्फ फिटमेंट फैक्टर के बढ़ने से सैलरी में बढ़ोतरी अच्छी मिले ये जरूरी नहीं है। इसके लिए महंगाई भी मायने रखती है। सरकार इस बार 2.86 फिटमेंट फैक्टर लागू करती है, तो भी यह आवश्यक नहीं है कि सैलरी बढ़ौतरी अच्छी मिल जाएगी।