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India's first film: बिना आवाज के बनी थी देश की पहली फिल्म, 1913 में हुई थी रिलीज

भारतीय फिल्म इंडस्ट्रीज का इतिहास सौ साल से भी पुराना हो चुका है. ऐसे में भारतीय फिल्मों में कई उतार चढ़ाव देखे गए हैं. हालाकि आज के समय हमें रंगीन मूवी देखने को मिलती है लेकिन पहले फिल्म प्रोडक्शन की तकनीक इतनी विकसित नहीं हुई थी.
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India's first film: बिना आवाज के बनी थी देश की पहली फिल्म, 1913 में हुई थी रिलीज

HR Breaking News, डिजिटल डेस्क नई दिल्ली, क्या आप जानते है भारत की सबसे पहली फिल्म (India's first film)  कौनसी थी नहीं जानते तो आज हम आपको इसी बारे में बताने जा रहे हैं. इंडिया में दो चीजे काफी ज्यादा लोकप्रिय है पहला क्रिकेट और दूसरा मूवी, क्रिकेट के बारे में तो काफी लोगो को पता है लेकिन इंडिया की पहली मूवी (India's first film) के इतिहास के बारे में बहुत कम लोग जानते हैं. आपको बता दे कि फिल्म प्रोडक्शन के आधार पर भारतीय फिल्म उद्योग दुनिया के सबसे बड़े फिल्म उद्योग में से एक है. चूँकि भारत काफी भाषाओं का देश है ऐसे में यहां तमिल, मलयालम, तेलुगु, पंजाबी आदि समेत सभी छेत्रिय भाषाओं की अपनी अपनी इंडस्ट्रीज है.


जहां तक बात करे देश की राष्ट्रीय भाषा हिंदी की तो इसके अंतर्गत बनने वाली फिल्मो को बॉलीवुड इंडस्ट्रीज (Bollywood Industries) के तौर पर जाना जाता है. बॉलीवुड फिल्म का गढ़ देश की आर्थिक राजधानी मुंबई को माना जाता है. बॉलीवुड फिल्म के ज्यादातर प्रोडक्शन हाउस मुंबई में ही मौजूद है. मुंबई को सपनो की नगरी भी कहा जाता है क्योंकि यहां ज्यादातर लोग अपने सपनो को पूरा करने जाते हैं.


भारत की सबसे पहली फिल्म कौनसी थी

भारतीय फिल्म इंडस्ट्रीज का इतिहास सौ साल से भी पुराना हो चुका है. ऐसे में भारतीय फिल्मों में कई उतार चढ़ाव देखे गए हैं. हालाकि आज के समय हमें रंगीन मूवी देखने को मिलती है लेकिन पहले फिल्म प्रोडक्शन की तकनीक इतनी विकसित नहीं हुई थी. हालात ऐसे थे कि पहली फिल्म साइलेंट बनी थी मतलब ये फिल्म बिना आवाज की ब्लैक एंड व्हाइट स्क्रीन में बनाई गयी थी. भारत की सबसे पहली फिल्म राजा हरिश्चंद्र थी जो साल 1913 में बनाई गयी थी. इस फिल्म को बनाने का श्रेय दादा साहब फाल्के को दिया जाता है.

दादा साहब फाल्के का जन्म 30 अप्रैल 1870 को तथा मृत्यु 16 फरवरी 1944 को हुई थी. फाल्के ने अपने जीवनकाल में 95 फीचर फिल्म और 27 शॉर्ट मूवी बनाई थी. फाल्के फिल्म प्रोडूसर होने के साथ साथ डायरेक्टर और स्क्रीनराइटर भी थे. भारतीय सिनेमा में अपने बेमिसाल योगदान के लिए इन्हें भारतीय सिनेमा का पिता (Father of Indian Cinema) के रूप में जाना जाता है.

फाल्के जी को मूवी बनाने की प्रेरणा उस समय मिली जब ये मुंबई के सिनेमाघर में एक अंग्रेजी फिल्म the life of christ (1906) देख रहे थे. इस मूवी के बाद इन्होने फिल्म बनाने के बारे में विचार किया और इसके लिए तैयारी शुरू कर दी. फिल्म बनाने की तकनीक को सीखने के लिए फाल्के लंदन गए थे. इसके बाद ये भारत आये और फिल्म बनाने का काम शुरू किया. चूँकि उस समय भारत में फिल्म बनाने के उपकरण नहीं थे इसलिए इन्होने फ्रांस, इंग्लैंड, अमेरिका और जर्मनी जैसे देशों से फिल्म बनाने के उपकरण मंगवाये थे.


कुछ चुनौतियों को पार करने के बाद फाल्के जी ने भारत की पहली फिल्म राजा हरिश्चंद्र का निर्माण किया. इसे 3 मई 1913 को रिलीज़ किया गया था. इस फिल्म को बनाने मे लगभग 7 महीने का समय लगा था. इस फिल्म की अवधि करीब 40 मिनिट थी. चूँकि यह एक मूक फिल्म थी ऐसे में इसकी बातों को शब्दों के द्वारा व्यक्ति किया गया था. इसके साथ इसके टाइटल के लिए तीन भाषाओं हिंदी, इंग्लिश और मराठी का प्रयोग किया गया था

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राजा हरिश्चंद्र फिल्म में D.D. Dabke (Raja Harishchandra), P.G. Sane (Taramati), Bhalachandra D. Phalke (Rohitas) G.V. Sane (Vishwamitra) आदि अभिनेताओं ने अभिनय किया था. इस फिल्म की कहानी राजा हरिश्चंद्र के जीवन पर आधारित थी. राजा हरिश्चंद्र एक महान राजा थे. जिनका जिक्र रामायण, महाभारत और भागवत आदि पौराणिक कथाओं में देखने को मिलता है.

तो अब आप जान गए होंगे कि भारत की सबसे पहली फिल्म कौनसी थी यहां हमने आपको राजा हरिश्चंद्र फिल्म का संक्षिप्त परिचय बताया है. उम्मीद है आपको पसंद आया होगा. अगर आप इस फिल्म को देखना चाहते हैं तो आप गूगल के वीडियो प्लेटफार्म Youtube में देख सकते हैं. Youtube में आपको सर्च बॉक्स में Raja Harishchandra 1913 लिखकर सर्च करना है. रिजल्ट में आये वीडियो में आपको 1913 टाइटल वाले वीडियो पर क्लिक करना है. इस तरह आप बहुत आसानी से इस फिल्म को देख सकते हैं.

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