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Solar Cooking Stove : इस सौलर चूल्हे पर 3 टाइम फ्री में बनेगा पूरे घर का खाना, जानें क्या है खास

Indian Oil ने एक सोलर कुकिंग स्टोव को लॉन्च किया है। जिससे तीनों समय पूरे घर का खाना तैयार किया जा सकेगा। इस सौलर चूल्हे को खरीदने के लिए लोगों में काफी क्रेज देखने को मिल रहा है। जानिए और क्या-क्या विशेषताएं हैं इस सोलर चूल्हे की और आपको किस तरह से पहुंचाए पूरा लाभ।
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Solar Cooking Stove : इस सौलर चूल्हे पर 3 टाइम फ्री में बनेगा पूरे घर का खाना, जानें क्या है खास

HR Breaking News : नई दिल्ली : सर्य नूतन में एक केबल लगी होती है। यह केबल छत पर लगी हुई सोलर प्लेट से जुड़ी होती है। सोलर प्लेट से जो ऊर्जा (Energy) पैदा होती है।
वह केबल के जरिए चूल्हे तक पहुंचती है। इस ऊर्जा से ही सूर्य नूतन चलता है। सोलर प्लेट सौर ऊर्जा (Solar Power) को पहले थर्मल बैटरी (Thermal Battery) में स्टोर करती है। इस ऊर्जा से रात में भी खाना बनाया जा सकता है। भारत की प्रमुख तेल कंपनी इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन (Indian Oil Corporation) ने बुधवार को घर के अंदर इस्तेमाल किया जाने वाला सौर चूल्हा (Solar Cooking Stove) पेश किया, जिसे रिचार्ज किया जा सकता है। 


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अपने घर की रसोई में रखकर कर सकते हैं इस्तेमाल


सौर ऊर्जा से चलने वाले इस चूल्हे को रसोई घर में रखकर उपयोग में लाया जा सकता है। इस चूल्हे को खरीदने की लागत के अलावा रख-रखाव पर कोई खर्च नहीं है और इसे जीवाश्म ईंधन (Fossil Fuel) के विकल्प के रूप में देखा जा रहा है। अर्थात इस सौर चूल्हे के लिए न तो ईंधन की जरूरत है और ना ही लकड़ी की। पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने अपने आधिकारिक आवास पर एक कार्यक्रम की मेजबानी की, जहां इस चूल्हे पर पका खाना परोसा गया। इस चूल्हे को सूर्य नूतन (Surya Nutan) नाम दिया गया है।


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कहीं भी रखकर कर सकते हैं इस्तेमाल


इस अवसर पर आईओसी के निदेशक (R&D) एस एस वी रामकुमार ने कहा कि यह चूल्हा सौर कुकर (Solar Cooker) से अलग है, क्योंकि इसे धूप में नहीं रखना पड़ता है। सूर्य नूतन को फरीदाबाद में आईओसी (IOC) के अनुसंधान और विकास विभाग (R&D Wing) ने विकसित किया है, जो छत पर रखे पीवी पैनल के जरिए प्राप्त सौर ऊर्जा से चलता है। इस चूल्हे से ना सिर्फ पैसा बचेगा, बल्कि प्रदूषण की समस्या से भी निजात मिलेगी।

केबल के जरिय चूल्हे तक पहुंचती है ऊर्जा


सर्य नूतन में एक केबल लगी होती है। यह केबल छत पर लगी हुई सोलर प्लेट से जुड़ी होती है। सोलर प्लेट से जो ऊर्जा पैदा होती है, वह केबल के जरिए चूल्हे तक पहुंचती है। इस ऊर्जा से ही सूर्य नूतन चलता है। सोलर प्लेट सौर ऊर्जा को पहले थर्मल बैटरी में स्टोर करती है। इस ऊर्जा से रात में भी खाना बनाया जा सकता है। इस सूर्य नूतन से चार लोगों वाले परिवार के लिए तीन टाइम का खाना आसानी से बनाया जा सकता है।


इतनी है कीमत


अभी सूर्य नूतन का सिर्फ प्रोटोटाइप लॉन्च हुआ है। इसे देशभर में 60 जगहों पर आजमाया गया है। आने वाले समय में इस चूल्हे की कमर्शियल लॉन्चिंग होगी। बताया जा रहा है कि सूर्य नूतन की कीमत 18,000 रुपये से 30,000 रुपये के बीच होगी। सरकारी मदद के बाद इसकी कीमत घटकर 10,000 रुपये से 12,000 रुपये के बीच आ सकती है। इस चूल्हे की लाइफ 10 साल है। यानी आपको एक बार खर्च करना है और फिर कोई दूसरा खर्चा नहीं है।