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Tips & Tricks : इन 5 आदतों को छोड़ने में आज ही है भलाई, हमेशा जेब रहेगी भरी भरी

इंसान को हमेशा इन पांच आदतों को छोड़ने का प्रयास करना चाहिए। इन्हीं पांच आदतों की वजह इंसान की जिंदगी में गरीबी जन्म लेती है। इसलिए इंसान को समय रहते इन आदतों को छोड़ने में भलाई है। ऐसा करने पर आपकी जेब हमेशा भरी भरी रहेगी।
 
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Tips & Tricks : इन 5 आदतों को छोड़ने में आज ही है भलाई, हमेशा जेब रहेगी भरी भरी

HR Breaking News, डिजिटल डेस्क नई दिल्ली, बहुत बार व्यक्ति कुछ बेहतर कमाई नहीं करता हैं फिर भी वह अपने लिए गाड़ी और घर खरीदने में सफल हो जाता हैं। वह बचत करता हैं। जिससे वह बड़ी चीजे खरीदने में सफल हो जाता हैं। वहीं, अधिक पैसा कमाता हैं। मगर फिर भी महीने के आखिरी तक कई लोगों के पैसे खत्म हो जाते हैं। हमेशा ही इन लोगों को इतना पैसा मिलता हो ऐसा नहीं हैं। इनकी सैलरी बढ़ी और इन्होंने अपना खर्चा बढ़ा लिया। इसी तरह की कई बुरी आदतें है। इसी वजह से व्यक्ति के पास रूपये नहीं टिकते यदि आपकी कुछ ऐसी बुरी आदतें है तो आप इसे व्यक्त रहते बदल लीजिए।

 हाथों का मैल हैं पैसा कई लोगों का मानना हैं कि पैसे तो हाथों का मेल हैं। जब जितना अधिक धन मिल रहा है उसको उसी व्यक्त खर्च कर दो। जो व्यक्ति एक बेहतर कमाई करता हैं। उसकी भी यही सोच होती हैं। जहां पर व्यक्ति 50 रु प्लेट खाना खाकर अपना पेट भर सकता हैं। वही व्यक्ति 500 रु पिज्जा बर्गर खाने में खर्च करता है। इस तरह व्यक्ति व्यर्थ ही पैसा खर्च करता हैं और खुद को पैसों की तंगी की तरफ ले जाता हैं।

 

जितना कमाई उससे अधिक खर्चा जितनी चादर ही उतना ही पैर फैलाना चाहिए। ये मुहावरा उन व्यक्तियों के लिए हैं। जो व्यक्ति अपनी कम कमाई करता है और अधिक पैसा खर्च करते है। उदाहरण के लिए यदि आपकी सैलरी 30 हजार रु है और आपका खर्चा 35 हजार रु हैं। जिससे आपको पैसों की बचत करने में काफी अधिक परेशानी होगी इसीलिए आपको अधिक खर्चे को कम करना चाहिए। जितनी जरूरत हो उतना ही पैसा खर्च करें।

शॉपिंग शौक के तौर पर कई लोग ऐसे हैं जो बिना जरूरत के शौक के लिए खरीददारी करते हैं। उन लोगों को बहुत बार पैसों की जरूरत आती रहती है। हमे जब आवश्यकता हो तभी खरीददारी करनी चाहिए। आपको शौक के तौर पर किसी काम को करना शॉपिंग करने से अधिक अच्छा होगा।

शॉ ऑफ बताना इसको हम उदाहरण से समझते हैं कई बार आप 500 रु में बेहतर शर्ट मिल जाती हैं मगर आप शॉ ऑफ के लिए वैसे ही सिर्फ मॉल से 3 हजार रु में खरीद लेते हैं। यही शॉ ऑफ आपको कंगाली की तरफ ले जा लेता हैं।

 


प्रतिदिन बाहर पार्टी एक व्यक्त व्यक्ति अपने कॉलेज के दोस्तों के साथ बाहर घूमने जाता है और सस्ती शॉप में बैठकर स्वाद के साथ खाना खाता है और पैसे देने की जब बात आती हैं। तब सारे दोस्त मिल कर आपस में इकट्ठे करके बिल दे देते है और जब व्यक्ति पैसे कमाने लगता हैं तो प्रतिदिन आफिस में दोस्तो के साथ घूमने जाता हैं और महंगी जगह जाता है साथ ही खर्चा अधिक करता है। आप अपनी इस आदत को कंट्रोल करने की कोशिश करें और प्रतिदिन बाहर जाना कम करें जिससे आपके पैसे बच सकते हैं।