UP के 5 जिलों के बीच बिछाई जाएगी 240 किलोमीटर लंबी नई रेलवे लाइन, बनेंगे 48 स्टेशन, 85 गांवों की जमीन का होगा अधिग्रहण
UP News : उत्तर प्रदेश में नई रेललाइन के जरिये रेल यातायात की सुविधा को बढ़ाया जा रहा है। इसके लिए प्रदेश के 5 जिलों के बीच 240 किलोमीटर नई रेल लाइन बिछाई जाएगी। इस रेललाइन (UP new railway line) पर 48 स्टेशन होंगे, जो लोगों के आवागमन को आसान बनाएंगे। इस रेललाइन के लिए 85 गांवों की जमीन को चिह्नित कर अधिग्रहण किया जाएगा। आइये जानते हैं पूरी डिटेल इस खबर में-
HR Breaking News : (UP railway line) उत्तर प्रदेश अब सड़क व रेल यातायात के मामले में देश में सबसे आगे बढ़ता राज्य है। इस समय प्रदेश में कई एक्सप्रेसवे बनाए जा रहे हैं, तो नई रेल लाइन (new railway line in UP) बिछाने के प्रोजेक्ट पर भी काम किया जा रहा है। अब यूपी के 5 जिलों के बीच 240 किलोमीटर लंबी रेल लाइन (UP new railway line) बिछाई जाएगी। 48 स्टेशनों वाली इस लाइन के लिए 85 गांवों की जमीन का भी अधिग्रहण किया जाएगा। इसके अलावा और भी कई कार्य बड़े स्तर पर होंगे। खबर में जानिये इस नई रेलवे लाइन से किन जिलों को सबसे ज्यादा फायदा मिलेगा।
किसानों की हो जाएगी चांदी-
उत्तर प्रदेश में बहराइच-खलीलाबाद (Bahraich-Khalilabad Rail Line) के बीच 240 किलोमीटर लंबी रेल लाइन बिछाई जाएगी। इस नई रेललाइन पर 12 हाल्ट स्टेशनों और 4 जंक्शन सहित 48 स्टेशन होंगे। जिन किसानों की जमीन इस रेल लाइन के लिए अधिग्रहीत (land acquisition) की जाएगी, उनको तगड़ा मुआवजा मिलने की संभावना है, इससे उनकी चांदी हो जाएगी।
पूर्वी उत्तर प्रदेश के लोगों को मिलेगा अधिक फायदा-
यह नई रेलवे लाइन पूर्वी उत्तर प्रदेश को नई रेल कनेक्टिविटी प्रदान करेगी। पूर्वांचल के यात्रियों को बेहतर रेल सुविधाएं मुहैया कराने के लिए रेलवे अब बड़े रेल प्रोजेक्ट (UP rail project) पर काम करने जा रहा है। बहराइच-खलीलाबाद के बीच यह नई रेलवे लाइन बिछाई जाएगी।
इतने करोड़ का बजट हो चुका जारी -
इस नई रेल लाइन के प्रोजेक्ट (UP new rail project) को सिरे चढ़ाने के लिए बहराइच, श्रावस्ती और बलरामपुर तक 80 किलोमीटर रेलवे लाइन बनाने के लिए 620 करोड़ रुपये का बजट जारी कर दिया गया है। इस रेल लाइन (new rail line in UP) के लिए जिन किसानों की जमीन अधिग्रहीत की जाएगी, उनका सर्किल रेट (UP circle rate) के तहत मुआवजा दिया जा सकता है। इससे भू मालिकों के ठाठ हो जाएंगे।
यह रहेगा नई रेललाइन का रूट-
बहराइच-खलीलाबाद रेल लाइन (Bahraich-Khalilabad Rail Line route) का रूट भी तैयार कर लिया गया है। इस रूट पर खलीलाबाद से बांसी होते हुए बलरामपुर और श्रावस्ती से होकर बहराइच तक पहुंचा जा सकेगा। इस रेल लाइन से संतकबीर नगर के 56 गांवों के यात्रियों को सुविधा मिलेगी, वहीं, सिद्धार्थनगर के 93 गांवों और बलरामपुर (balrampur news) के 65 गांवों के यात्रियों को लाभ मिलेगा। इसके अलावा श्रावस्ती जिले के 30 गांव और बहराइच के 19 गांव भी इस रेललाइन से कवर होंगे।
इतने करोड़ की आएगी लागत-
यूपी में बिछाई जाने वाली इस नई रेल लाइन (UP railway news) को पहले फेज में खलीलाबाद से बांसी तक बनाया जाएगा, यह 54 किलोमीटर तक बिछेगी। इसके लिए संतकबीर नगर, खलीलाबाद, बहराइच, , बलरामपुर, बहरामपुर, श्रावस्ती जिले में 142 हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण (UP land acquisition) किया जाना है। करीब 4940 करोड़ रुपये की लागत से इस नई रेल लाइन को बनाया जाएगा।
भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू -
बहराइच-खलीलाबाद रेल लाइन (Bahraich-Khalilabad Railway Line) के पूरे रूट के लिए 40 मीटर की चौड़ाई पर भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। मुआवजा राशि तय होते ही जमीन अधिग्रहण का कार्य भी पूरा हो जाएगा। बहराइच की तहसील सदर के गांव नगरौरा और अमीनपुर नगरौर, हटवा रायब, इटौझा, रेवली, चुरैला, अशोका की भूमि रेलवे लाइन (UP me nyi rail line) और स्टेशन के लिए अधिग्रहित की जा चुकी है।
अगले साल तक पूरा होगा काम-
बहराइच-खलीलाबाद रेल लाइन (Stations on Bahraich-Khalilabad Railway Line) का काम अगले साल पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। यह रेललाइन 240 किलोमीटर लंबी होगी। स्टेशनों की बात करें तो इस रूट पर बरदेहरा, बंजरहा, डुमरियागंज, भग्गोभार, भिनगा, लक्ष्मणपुर, गोडपुरवा, इकौना, श्रावस्ती, खगईजोत, श्रीदातागंज, उतरौला, बांसी, खेसरहा, मेहदावल और भगौली बाजार स्टेशन होंगे। इन स्टेशनों के आसपास लोग अपने रोजगार चला सकेंगे।
इस नई रेल लाइन पर इतने होंगे पुल-
बहराइच-खलीलाबाद रेल लाइन के रूट पर 32 बड़े व 86 छोटे पुल बनाए जाएंगे। इसके अलावा 132 अंडरपास व कई क्रॉसिंग व ओवरब्रिज भी बनेंगे। इस परियोजना (Bahraich-Khalilabad Railway project) से जुड़े गांवों के लोगों को रोजगार मिल सकेंगे। यह रेलवे लाइन उत्तर प्रदेश के विकास में मील का पत्थर साबित होगी।
