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UP में बनेगा 380 किलोमीटर का नया एक्सप्रसेवे, इन 8 जिलों को होगा फायदा, 5 घंटे में पूरा हो जाएगा 10 घंटे का सफर

UP News - हाल ही में आई एक रिपोर्ट के मुताबिक आपको बता दें कि यूपी में यहां 380 किलोमीटर का नया एक्सप्रेसवे बनाया जाएगा। कॉरिडोर बनने के बाद गाजियाबाद से कानपुर की दूरी केवल 5 घंटे 40 मिनट में तय हो जाएगी। इस समय गाजियाबाद से कानपुर की दूरी तय करने में लगभग 10 से 11 घंटे का समय लगता है।
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HR Breaking News, Digital Desk- गाजियाबाद-कानपुर एक्सप्रेसवे (Ghaziabad-Kanpur Expressway) का निर्माण कार्य जल्द शुरू होगा। गुरुवार को इस संबंध में दिल्ली में सड़क परिवहन और राजमार्ग केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, वीके सिंह और एनएचएआई अधिकारियों की बैठक हुई। इसमें परियोजना की डीपीआर की समीक्षा कर प्रगति कार्य को तेजी से करने के निर्देश दिए। इस परियोजना को ग्रीनफील्ड कॉरिडोर (Greenfield Corridor) नाम दिया गया है।

भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) परियोजना इकाई अलीगढ़ के अंतर्गत गाजियाबाद, हापुड़ से कानपुर और उन्नाव ग्रीनफील्ड परियोजना की डीपीआर पर काम कर रहा है। केंद्रीय सड़क परिवहन-राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी और राज्यमंत्री वीके सिंह कानपुर तक का सफर सरल और सुगम बनाने की दिशा में काम रहे हैं।

इसी क्रम में गाजियाबाद से कानपुर तक बनने वाले ग्रीनफील्ड इकोनॉमिक कॉरिडोर (Greenfield Economic Corridor) को जल्द बनाने के निर्देश दिए गए। यह परियोजना गाजियाबाद से शुरू होगी, जोकि कानपुर रिंग रोड को कनेक्ट करेगी।

परियोजना गौतमबुद्ध नगर, बुलंदशहर, अलीगढ़, कासगंज, फर्रुखाबाद, कन्नौज, कानपुर और उन्नाव आदि शहरों को जोड़ेगी। इसके निर्माण पर लगभग 15 हजार करोड़ रुपये खर्च होंगे। गाजियाबाद से कानपुर तक 380 किलोमीटर का रास्ता तय किया जाएगा। कॉरिडोर बनने के बाद गाजियाबाद से कानपुर की दूरी केवल 5 घंटे 40 मिनट में तय हो जाएगी। वर्तमान में गाजियाबाद से कानपुर की दूरी तय करने में लगभग 10 से 11 घंटे का समय लगता है।

चार लेन की सड़क बनाई जाएगी-

नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एनएचएआई) ने 380 किलोमीटर लंबे प्रोजेक्ट को गाजियाबाद, हापुड़-कानपुर, उन्नाव ग्रीनफील्ड इकोनॉमिक कॉरिडोर नाम दिया है। कॉरिडोर के लिए जमीन का अधिग्रहण आठ लेन के एक्सप्रेसवे की तर्ज पर किया जाएगा, लेकिन शुरुआत में केवल चार लेन की सड़क का निर्माण होगा। अंडरपास, फ्लाईओवर और सर्विस रोड का निर्माण छह लेन के ग्रीनफील्ड कॉरिडोर की तर्ज पर किया जाएगा। यह कॉरिडोर लखनऊ से कानपुर के बीच बन रहे एक्सप्रेसवे को उन्नाव और कानपुर के बीच में कनेक्ट करेगा, जबकि गाजियाबाद और हापुड़ में मेरठ एक्सप्रेसवे को कनेक्ट करेगा।

मसूरी से शुरुआत-

यह कॉरिडोर मेरठ एक्सप्रेसवे को दो जगह से जोड़कर बनाया जाएगा। डासना मसूरी के आगे गाजियाबाद की सीमा से एनएच-9 से जोड़ते हुए निर्माण शुरू होगा। इसके बाद हापुड़ में बाइपास (पुराने एनएच-24 बाइपास) को कनेक्ट कर बनाया जाएगा। आगे जाकर दोनों कनेक्ट एक जगह मिल जाएंगे। इससे फायदा यह होगा कि गाजियाबाद की ओर से आने वाले ट्रैफिक को कॉरिडोर पर चढ़ने के लिए हापुड़ नहीं आना पड़ेगा। वह मसूरी के पास से सीधे कानपुर के लिए जा सकेंगे।