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बैंक का बिजली कनेक्शन काटना और फिर जोड़ना पड़ा महंगा, एक्सईएन, SDO और JE पर हो गई बड़ी कार्रवाई

Bank - हाल ही में आईसीआईसीआई बैंक की मोहद्दीपुर शाखा का बिजली कनेक्शन जोड़ने के तत्काल बाद काट देने के मामले में एक्सईएन, एसडीओ और जेई सस्पेंड कर दिए गए। ऐसे में आइए नीचे खबर में जानते है आखिर पूरा माजरा क्या है। 
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बैंक का बिजली कनेक्शन काटना और फिर जोड़ना पड़ा महंगा, एक्सईएन, SDO और JE पर हो गई बड़ी कार्रवाई

 HR Breaking News, Digital Desk- Electricity Connection: घूस कम देने पर आईसीआईसीआई बैंक की मोहद्दीपुर शाखा का बिजली कनेक्शन जोड़ने के तत्काल बाद काट देने के मामले में एक्सईएन, एसडीओ और जेई सस्पेंड कर दिए गए। पूर्वांचल वितरण निगम के एमडी शम्भू कुमार ने रविवार को नगरीय वितरण खण्ड तृतीय के एक्सईएन वीके चौधरी, एसडीओ मोहद्दीपुर नीरज दूबे और बिजली घर के जेई वीरेन्द्र कुमार के खिलाफ यह कार्रवाई की है। तीन संविदा कर्मचारियों पर कैंट थाने में एफआईआर दर्ज कराई गई है। साथ ही नगरीय एसई लोकेंद्र बहादुर सिंह को भी आरोप पत्र जारी किया गया है।

आईसीआईसीआई बैंक की मोहद्दीपुर में खुली नई शाखा के लिए वेंडर ने 15 किलोवाट के कॉमर्शियल कनेक्शन के लिए जुलाई में आवेदन किया। स्वीकृति के बाद 29 अगस्त को शुल्क जमा किया। 12 सितंबर को बैंक के वेंडर ने अभियंताओं से संपर्क किया तो बताया गया कि मीटर परीक्षण खंड से लगेगा। बैंककर्मियों ने परीक्षण खंड में संपर्क किया तो वहां से एक व्यक्ति बीते गुरुवार को बैंक पहुंचा और बताया कि मीटर लगने के साथ ही कनेक्शन भी जुड़ जाए तो मीटर की जांच हो जाएगी।

वेंडर ने मोहद्दीपुर बिजली घर पर बात की तो तीन संविदाकर्मी पहुंचे और मीटर लगाने के बाद कनेक्शन जोड़ा। फिर दो हजार रुपये सुविधा शुल्क मांगने लगे। बैंककर्मियों ने पांच सौ रुपये दिए लेकिन तीनों अड़े रहे। नकद रुपये न होने पर बैंक खाते में रुपये भेजने का दबाव बनाने लगे। रुपये नहीं मिले तो कनेक्शन काट दिया। बैंककर्मियों ने घटनाक्रम का वीडियो वायरल करने के साथ ही अभियंताओं को भेज दिया। रविवार को आपके अपने अखबार ‘हिन्दुस्तान’ में प्रकाशित खबर का संज्ञान लेते हुए पूर्वांचल वितरण निगम के एमडी शम्भू कुमार ने निलंबन की कार्रवाई की। बताया जा रहा है कि मुख्यमंत्री और एमडी के संज्ञान लेने के बाद मुख्य अभियंता की रिपोर्ट पर तीन संविदाकर्मियों के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धाराओं में कैंट थाने में केस दर्ज कराते हुए सेवा से निकाल दिया गया है। एक्सईएन वीके चौधरी निलम्बन अवधि में जांच के दौरान एमडी कार्यालय से, एसडीओ ई. नीरज दूबे, मुख्य अभियंता बस्ती कार्यालय और जेई ई.विरेन्द्र कुमार मुख्य अभियंता कार्यालय गोरखपुर में सम्बद्ध रहेंगे।

निलंबित जेई ने दर्ज कराया केस-
मोहद्दीपुर बिजली घर के निलंबित जेई वीरेंद्र कुमार ने कैंट थाने में झंगहा थानाक्षेत्र के रामपुर शिव मंदिर टोला निवासी संविदाकर्मी रामानंद, चिलुआताल थानाक्षेत्र के गुरुनगर जगतबेला निवासी बालकृष्ण व बलरामपुर जिले के परसिया अचलपुर निवासी वेद प्रकाश पांडेय के खिलाफ केस दर्ज कराया है। तीनों की संविदा भी समाप्त कर दी गई है।

पहले भी हुई है कार्रवाई-
वर्ष 2020 में आईपीडीएस योजना में भ्रष्टाचार के आरोप में नगरीय वितरण खण्ड प्रथम के तत्कालीन एक्सईएन एके सिंह, गोलघर के एसडीओ ई. प्रत्युष बल्लभ व जेई एके चौधरी के खिलाफ सीएम के निर्देश पर निलम्बन की कार्रवाई हुई थी।

क्‍या बोले अफसर-
मुख्‍य अभियंता ई.आशु कालिया ने बताया कि एमडी के निर्देश पर एक्सईएन, एसडीओ व जेई को निलम्बन आदेश की कॉपी दे दी है। उपभोक्ताओं से अच्छा व्यवहार नहीं करने वाले अभियंता व कर्मचारियों पर ऐसे ही कार्रवाई होगी। संविदा कर्मचारियों के खिलाफ केस दर्ज कराकर उन्हें बाहर कर दिया गया है।

पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम के प्रबंध निदेशक शम्‍भू कुमार ने कहा कि उपभोक्ताओं को परेशान करने वालों को किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। तीन अभियंताओं को निलंबित कर दिया है। तीन संविदाकर्मियों को सेवा से हटाते हुए एफआइआर दर्ज कराई है। यह उन सभी बिजलीकर्मियों के लिए संदेश है जो उपभोक्ताओं को परेशान करते हैं।