DA merger : अब महंगाई भत्ता होगा जीरो, जानिये सरकारी कर्मचारियों की सैलरी पर क्या होगा असर
DA merger : केंद्रीय कर्मचारियों के लिए बड़ा अपडेट सामने आया है। कर्मचारियों के लिए महंगाई भत्ता बहुत जरूरी होता है। अब यह जीरो हो जाएगा। कर्मचारियों के महंगाई भत्ते में बड़ा बदलाव आने वाला है। इससे कर्मचारियों की सैलरी पर भी असर होगा। आइए जानते हैं एक करोड़ 20 लाख कर्मचारी की सैलरी पर क्या असर होने वाला है।

HR Breaking News (DA merger) देश के 1 करोड़ 20 लाख केंद्रीय कर्मचारियों और सेवानिवृत कर्मचारियों को महंगाई भत्ते, नया वेतन आयोग व कर्मचारियों के लिए अन्य लाभ पर सरकार के कदम का इंतजार है। केंद्र सरकार की ओर से अब एक बड़ा बदलाव किया जा रहा है। 10 साल बाद एक पुराना नियम बदल जाएगा। आइए जानते हैं क्या है अपडेट।
बेस ईयर में होगा बदलाव
केंद्रीय कर्मचारियों के लिए 8वें वेतन आयोग के तहत बड़ा अपडेट सामने आ रहा है। कर्मचारियों के महंगाई भत्ते (DA merger) को बढ़ाने के लिए बेस ईयर में बदलाव किया जाएगा। कर्मचारियों के महंगाई भत्ते के 10 साल पुराने नियम को बदल दिया जाएगा। केंद्रीय कर्मचारी के लिए यह बड़ा अपडेट है।
महंगाई भत्ता होगा मर्ज
केंद्रीय कर्मचारियों के महंगाई भत्ते (DA merger) को बेसिक सैलरी में मर्ज कर दिया जाएगा। इससे कर्मचारियों के कुल वेतन में भी बढ़ौतरी होगी। हालांकि अभी इसपर आधिकारिक पुष्टि नहीं आई है और देश के लाखों केंद्रीय कर्मचारियों की धड़कनें तेज हैं। सबकी नजरें एक ही सवाल पर टिकी है।
10 साल पुराने नियम में होगा बदलाव
केंद्रीय कर्मचारियों के लिए 10 साल पुराना नियम बदल जाएगा। इस नियम के बदलने से महंगाई भत्ते का मीटर फिर से 0 हो जाएगा। इससे कर्मचारियों को लाभ ही होगा। कर्मचारियों (DA merger) के लिए यह एक बड़ी खुशखबरी होगी। इससे कर्मचारियों को अच्छा लाभ मिलेगा।
यह है सरकार का प्लान
फिलहाल केंद्रीय कर्मचारियों को बेस ईयर 2016 के अनुसार महंगाई भत्ता मिलता है। ऑल इंडिया कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स के आंकड़ों को उनके साथ कैलकुलेट किया जाता है। इसमें बेस ईयर 2016 बहुत अहम भूमिका निभाता है।
इसको अब बदलकर 2026 करने का सरकार प्लान बना रही है। 1 जनवरी 2026 को बेस ईयर बनाया जाएगा। इससे महंगाई भत्ते (DA merger) को रिसेट कर दिया जाएगा और महंगाई भत्ते की गणना फिर 0 से शुरू होगी।
इसलिए बदल रहे बेस ईयर
सरकार की ओर से बेस ईयर को इसलिए बदला जा रहा है कि एक दशक में लोगों के खर्च के तरीके बदल गए हैं। 2016 के अनुसार अब पहले जैसे खर्चे नहीं रहे हैं। महंगाई का आंकलन सही 10 साल बाद में काफी बदल चुका है। इसलिए हम 2016 को बेस ईयर (DA merger) नहीं बना सकते।
डीए कैलकुलेशन में क्या होगा बदलाव
7वें वेतन आयोग में डीए का बेस ईयर 2016 था। जबकि 8वें वेतन आयोग में डीए का पैरामीटर 2026 हो सकता है। 2016 में 125% डीए को बेसिक सैलरी में मिला दिया गया था। अब 60-61% डीए को बेसिक सैलरी (DA merger) में मर्ज किया जा सकता है।
दोनों ही बार 0% से अगला महंगाई भत्ता शुरू होगा। दोनों वेतन आयोग में बेसिक सैलरी और कुल वेतन में बढ़ोतरी होगी। इससे महंगाई भत्ता (DA merger) जीरो हो जाएगा।
यह उठाए जाएंगे सरकार की ओर से कदम
सबसे पहले तो महंगाई भत्ते को मर्ज किया जाएगा। 1 जनवरी 2026 तक महंगाई भत्ता 60-61% तक पहुंच जाएगा, जोकि 8वें वेतन आयोग के तहत मौजूदा बेसिक सैलरी (DA merger) में मर्ज कर दिया जाएगा। इससे नई बेसिक सैलरी तैयार होगी। इसी दौरान नए महंगाई भत्ते को जीरो से रिसेट कर दिया जाएगा और बेस ईयर में भी चेंज होगा।
कर्मचारियों पर क्या पड़ेगा असर
महंगाई भत्ते के जीरो होने पर बड़ा बदलाव आएगा। महंगाई भत्ता नई और बढ़ी बेसिक सैलरी पर कैलकुलेट होगा। इससे कर्मचारियों की सैलरी बढ़ जाएगी। समय के साथ-साथ सैलरी में महंगाई भत्ते (DA merger) के हिसाब से बढ़ोतरी होती जाएगी।