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Delhi Gurugram : अब 20 मिनट में पूरा होगा दिल्ली से गुरुग्राम का सफर, यहां बनेगा नया लिंक रोड

Delhi Gurugram New Link Road : राजधानी दिल्ली में ट्रैफिक दबाव को कम करने के लिए सरकार नए रोड़ का निर्माण कर रही है। हाल ही में सरकार ने दिल्ली-गुरूग्राम वालों को एक बड़ी सौगात दी है। अब दिल्ली से गुरूग्राम आना जाना आसान हो जाएगा। दरअसल, ट्रैफिक जाम को खत्म करने के लिए नया लिंक रोड बनाया जा रहा है। 

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Delhi Gurugram : अब 20 मिनट में पूरा होगा दिल्ली से गुरुग्राम का सफर, यहां बनेगा नया लिंक रोड

HR Breaking News - (Delhi Gurugram)। दिल्ली एनसीआर की अन्य बड़े महानगरों के साथ कनेक्टिविटी को मजबूत करने के लिए सड़कों का जाल बिछाया जा रहा है। अब सरकार ने दिल्ली-गुरुग्राम वालों को गुड न्यूज दी है। दरअसल, दिल्ली गुरूग्राम (Delhi Gurugram New Link Road) वालों का सफर आसान होने वाला है। दोनों ही महानगरों के बीच नया लिंक रोड बनाने का प्लान तैयार किया गया है। इस लिंक रोड को बनाने का मकसद एनएच-48 और एमजी रोड पर रोजाना लगने वाले ट्रैफिक जाम को खत्म करना है। इससे यात्रियों का सफर आसान होगा।

1 घंटे का सफर 25 मिनट में होगा पूरा - 

अधिकारियों ने जानकारी देते हुए बताया है कि ग्यारह मूर्ति या तालकटोरा स्टेडियम से शुरू होने वाले नए लिंक रोड (new link road) को बनाने को लेकर चर्चा लच रही है। फिलहाल दिल्ली से गुरुग्राम या गुरुग्राम से दिल्ली आने में 1 घंटे से ज्यादा समय लगता है, लेकिन नया लिंक रोड बनने के बाद 30 किलोमीटर का सफर 25 से 30 मिनट में पूरा किया जा सकेगा। यह प्रोजेक्ट लुटियंस एरिया और सैंट्रल दिल्ली (Central Delhi) में भीड़भाड़ कम करने के दो प्रस्तावों का हिस्सा है।

एक और प्रमुख प्रोजेक्ट पर चल रही चर्चा - 

रिपोर्ट के मुताबिक, अधिकारियों ने बताया कि दूसरा प्रस्ताव एक एलिवेटेड कॉरिडोर या सुरंग बनाने का है, जो दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे के टर्मिनेशन पॉइंट को एम्स से महिपालपुर बाईपास तक प्रस्तावित एलिवेटेड कॉरिडोर से कनेक्ट करेगी। यह एक प्रमुख प्रोजेक्ट है, जिस पर चर्चा चल रही है।

नितिन गडकरी और रेखा गुप्ता के बीच हाई लेवल मीटिंग -

बता दें कि केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) और दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता और सीनियर अधिकारियों के साथ एक हाईलेवल मीटिंग हुई है जिसमें इन दोनों प्रस्तावित प्रोजेक्ट चर्चा की गई। मीटिंग में भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) को दोनों इलाकों में ट्रैफिक जाम की समस्या को खत्म करने के लिए प्लान तैयार करने का आदेश दिया गया है। 

पहले केंद्र सरकार ने एम्स से महिपालपुर बाईपास (Mahipalpur Bypass) तक 20 किलोमीटर लंबे एलिवेटेड कॉरिडोर के निर्माण का प्रस्ताव रखा था, जो आगे गुरुग्राम-फरीदाबाद रोड तक जाएगा। यह भी महरौली-गुरुग्राम और रिंग रोड बढ़ रहे ट्रैफिक दबाव को कम करेगा। यह रोड एनएच-48 (NH-48) के समानांतर मार्ग के रूप में काम करेगा।


दिल्ली के इन दो शहरों में बढ़ सकता है ट्रैफिक - 

मौजूदा समय में दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे (Delhi-Meerut Expressway) और दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे रिंग रोड पर सराय काले खां के पास जाकर समाप्त होते हैं। हाल ही में रिपोर्ट सामने आई है, जिसमें यह पता चला है कि जल्द ही, दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे (Delhi-Mumbai Expressway) का डीएनडी-सोहना (जेवर) लिंक वाहनें के लिए खुलने वाला है। इन तीन प्रमुख एक्सप्रेसवे के इस क्षेत्र में मिलने से यातायात में बढ़ौतरी होने का अनुमान है। अगर ऐसा होता है तो लुटियंस दिल्ली और सैंट्रल दिल्ली में ट्रैफिक और बढ़ेगा और यहा पर ट्रैफिक जाम जैसी समयस्या का सामना करना पड़ सकता है। 

नितिन गडकरी ने इस समस्या के समाधान के लिए एनएचएआई को दोनों प्रोजेक्ट (Delhi-Meerut Expressway)से एम्स-महिपालपुर कॉरिडोर और ग्यारह मूर्ति या तालकटोरा से गुड़गांव) के लिए जगह का पता लगाने का निर्देश दिया।

इस  प्रमुख मार्ग से जोड़ी जाएगी नई टनल - 

एम्स-महिपालपुर बाईपास (AIIMS-Mahipalpur Bypass) कॉरिडोर के निर्माण पर लगभग 5,000 करोड़ रुपये की लागत आएगी। यह एम्स से शुरू होकर रिंग रोड के रास्ते वसंत कुंज में नेल्सन मंडेला मार्ग से कनेक्ट हो जाएगा। केंद्र सरकार नेल्सन मंडेला मार्ग पर 5 किलोमीटर लंबी टनल बनाने का प्लान तैयार कर रही है, जो आईजीआई एयरपोर्ट और द्वारका एक्सप्रेसवे को एक साथ कनेक्ट करेगी। 

एनएचएआई (NHAI) के एक सीनियर अधिकारी ने कहा कि इस कॉरिडोर को एक टनल के माध्यम से जोड़ने की प्लान बना रही है। गुरुग्राम और फरीदाबाद रोड की ओर एक और कॉरिडोर बनाया जाएगा। अधिकारी ने कहा एम्स से नेल्सन मंडेला मार्ग तक एलिवेटेड कॉरिडोर, जो आगे महरौली-गुरुग्राम रोड और गुरुग्राम-फरीदाबाद रोड से जुड़ेगा, दिल्ली (Delhi New Link Road) और गुरुग्राम के बीच समानांतर कॉरिडोर के रूप में काम करेगा। उन्होंने बताया कि योजना की DPR तैयार करने के लिए टेंडर मंगाए गए हैं।