IAS अफसर के घर मिला हीरे का भंडार, ED के छापे में मिली खजाना
ED Raid :कई लोग अपने ऊचे पदों पर विराजमान होकर खूब सम्मान और वाहवाही बटोरते हैं, तो वहीं कुछ लोग भ्रष्टाचार के दलदल में पड़ जाते हैं और अपनी जेबों को भरना शुरू कर देते हैं। जिसके बाद जब उन्हें धर दबोचा जाता है, तो उन्हें अपनी ही नजरों में शर्मिंदा होना पड़ता है। आज आपको ऐसे ही एक शख्स (UPSC Officer case) के बारे में बताने जा रहे हैं, जिन पर पद का गलत इस्तेमाल करने का आरोप लगा व छापेमारी के दौरान उनके घर करोडों के हीरे बरामद हुए हैं। आइए जानते हैं कौन है यह शख्स।
HR Breaking News - (ब्यूरो)। ऊंचे पदों पर आसीन होकर कई लोग ईमानदारी से कार्य करते हुए अपने रुतबे व शानो-शौकत को बरकरार रखते हैं तो कई विवादों से घिर जाते हैं। कुछ आईएएस (IAS Mohinder ) अधिकारियों के बारे में भी कई बार ऐसा सुनने को मिल जाता है। एक रिटायर्ड आईएएस (Retired IAS ) अधिकारी से जुड़ा यह मामला भी आपको हैरान कर देगा। इनके घर से हीरों व सोने का भंडार मिला है। इस समय यह मामला काफी सुर्खियों में है। खबर में जानिये क्या है पूरा मामला।
यूपी कैडर में आईएएस रहा है यह शख्स-
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यहां हम जिनकी बात कर रहे हैं वो हैं मोहिंदर सिंह (IAS Officer Mohinder Singh)। ये उत्तर प्रदेश (up news) कैडर में आइएएस रहे हैं और नोएडा डेवलपमेंट अथॉरिटी (Noida Development Authority) के सीईओ (CEO) के पद पर भी कार्य किया है। छापेमारी में इनके घर से हीरे का भंडार मिला है।
ईडी ने की थी छापेमारी -
लोटस 300 घोटाले में ईडी (ED)ने कई जगहों पर छापेमारी की थी, जिसमें दिल्ली, नोएडा, मेरठ और चंडीगढ़ जैसे शहर शामिल थे। इस घोटाले (IAS Officer Mohinder Singh case) की राशि करीब 300 करोड़ रुपये थी। छापे के दौरान नोएडा के पूर्व सीईओ मोहिंदर सिंह के चंडीगढ़ स्थित घर से हीरे और सोने का बड़ा भंडार मिला। यह देखते ही छापा (IAS Officer) मारने वाले अधिकारियों की आंखें भी फटी की फटी रह गईं। अधिकारियों को यहां से लगभग 12 करोड़ रुपये के हीरे और 7 करोड़ रुपये का सोना मिला। यह छापेमारी घोटाले की गंभीरता को और उजागर करती है।
1978 बैच के आईएएस अधिकारी रहे हैं मोहिंद्र सिंह-
आजकल अनेक लोग आपाधापी व लालच के कारण भ्रष्टाचार की दलदल में फंस जाते हैं। कई लोग अपने पद का गलत इस्तेमाल कर पैसे छापने में लगे हुए हैं। हाल ही में एक आईएएस अधिकारी (IAS Officer Mohinder Singh biography) के घर पर रेड पड़ी है, जिनका नाम आईएएस मोनिंदर सिंह है और यह उत्तर प्रदेश कैडर के अधिकारी हैं। इन्होंने अपनी यूपीएससी परीक्षा (upsc exam) को 1977 में पास किया था। जिसके बाद उन्होंने 1978 बैच के आईएएस अधिकारी बने, अपनी मेहनत को सफलता में बदला और लगभग 34 साल की ड्यूटी के बाद 31 जुलाई 2012 में रिटायर (IAS Officer) हो गए। उन्होंने अपने दम पर उत्तर प्रदेश के अपनी गिनती ताकतवर अफसरों में करवा ली थी। आपको बता दें की मायावती शासन में उनका पूरा दबदबा बना हुआ था, जिससे उन्हें नोएडा डेवलेपमेंट अथॉरिटी का सीईओ के पद पर भी नियुक्त किया गया था।
कई विकास प्राधिकरणों में संभाला है कार्य-
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इससे अलग मोनिंदर सिंह (IAS Officer Posting) तीन विभिन्न विकास प्राधिकरणों में चेयरमैन भी रह चुके हैं। जब इनका नाम सुपरटेक और आम्रपाली बिल्डर घोटाले के साथ शामिल मिला, तो उसके बाद इनका कई अन्य घोटालों में भी नाम सामने आने लगा। जैसे नोएडा (Noida news updated) में सुपरटेक के विवादित ट्विन टावर के मामले में भी इनका नाम विशेष रूप से देखने को मिला था। सुनने में आया था की उस घोटाले में कुल 26 अधिकारियों का नाम शामिल था, जिसमें 20 रिटायर अधिकारियों (IAS Officer Mohinder Singh) का नाम शामिल था । अब यह मामला काफी सुर्खियों में है। बड़े घोटालों में यह घोटाला भी गिना जा रहा है।