home page

Indian Railway : ये है देश की 150 साल पुरानी ट्रेन, लोग आज ही इनमें करते हैं सफर

अगर आप ट्रेन में सफर करने का शौंक रखते हैं तो आज हम आपको देश की सबसे पुरानी ट्रेनों के बोर में बताने जा रहे हैं। इन ट्रेनों की उम्र 150 साल से भी ज्यादा बताई जा रही है। आइए नीचे खबर में विस्तार से जानते हैं- 

 | 
Indian Railway : ये है देश की 150 साल पुरानी ट्रेन, लोग आज ही इनमें करते हैं सफर

HR Breaking News (नई दिल्ली)। भारतीय रेलवे को दुनिया के चौथे और एशिया के सबसे बड़े रेल नेटवर्क के रूप में जाना जाता है। अगर आप सोच रहे हैं ये रिकॉर्ड अभी बना है तो ऐसा नहीं है, इंडियन रेलवे का इतिहास काफी साल पुराना है। हजारों की संख्या में चलने वाली देश की ट्रेनें 150 साल से भी ज्यादा समय से पटरियों पर दौड़ रही हैं। आज के टाइम की टेक्नोलॉजी के हिसाब से वंदे भारत एक्सप्रेस कई रिकॉर्ड बना रही होगी।

लेकिन उस समय के दौर की ट्रेनें कुछ और ही हुआ करती थीं, उनकी खासियत के चलते लोग आज भी उनकी तारीफ कर देते हैं। आज इस लेख के जरिए हम आपको 5 ऐसी पुरानी ट्रेनों के बारे में बताने वाले हैं, जिन्हें देश की सबसे पुरानी ट्रेन के रूप में जाना जाता है।


​पंजाब मेल (1 जून 1912) - Punjab Mail​

पंजाब मेल इंडियन रेलवे की सबसे पुरानी और लंबी दूरी वाली ट्रेनों में से एक है। बता दें, पहले इस ट्रेन को पंजाब लिमिटेड के रूप में जाना जाता था। यही नहीं, पिछले साल 1 जून 2022 को इस ट्रेन के 110 साल पूरे हुए थे। अच्छी बात तो ये है, आजादी के पहले शुरू की गई ये ट्रेन आज भी पटरियों पर दौड़ रही है। किसी जमाने में इस ट्रेन को ब्रिटिश भारत में सबसे तेज ट्रेन होने का खिताब हासिल था। इसका ज्यादातर हिस्सा जीआईपी ट्रैक पर चलता है। ये ट्रेन इटारसी, आगरा, दिल्ली, अमृतसर और लाहौर से गुजरती है और फिर छावनी में जाकर रूकती है। पंजाब मेल सेंट्रल रेलवे जोन में आती है और मुंबई साथ ही फिरोजपुर के बीच दौड़ती है। 


​फ्रंटियर मेल (1 सितंबर 1928) - Frontier Mail​

फ्रंटियर मेल ने भी भारत का विभाजन देखा है। ये ट्रेन पंजाब मेल शुरू होने करीबन 16 साल बाद चलाई गई थी। 1930 में द टाइम्स ऑफ लंदन ने ब्रिटिश राज में चलने वाली सबसे फेमस ट्रेनों में से एक के रूप बताया था। स्वतंत्रता के बाद ये केवल मुंबई से दिल्ली होते हुए अमृतसर जाती थी। सितंबर 1996 में फ्रंटियर मेल का नाम बदलकर 'गोल्डन टेम्पल एक्सप्रेस' कर दिया गया। 1934 में तो इस ट्रेन में एयर कंंडीशनर भी लगाए थे। भारत की ये पहले एसी बोगी वाली ट्रेन बन गई थी।

​ग्रैंड ट्रंक एक्सप्रेस (1 अप्रैल 1929) - Grand Trunk Express​

जीटी एक्सप्रेस या ग्रैंड ट्रंक एक्सप्रेस भी भारत की सबसे पुरानी ट्रेनों में आती है। काजीपेट-बल्हारशाह सेक्शन, जो कि दिल्ली-मद्रास मार्ग का आखिरी रास्ता हुआ करता था, बनने के बाद ही इस ट्रेन की शुरुआत हो गई थी। शुरुआत में ये ट्रेन पेशावर से मैंगलोर तक दौड़ी और इसकी पूरी यात्रा में करीबन 104 घंटे लगा करते थे। ये देश के सबसे के सबसे लंबे रास्तों में आती है। बाद में इसकी सर्विस को लाहौर-मेट्टुपलायम तक बढ़ा दिया गया। 

​बॉम्बे पूना मेल (21 अप्रैल 1863) - Bombay Pune Mail​

बॉम्बे-पूना मेल इंडियन पेनिनसुला रेलवे द्वारा मुंबई-पुणे सेक्शन पर चलने वाली बेस्ट ट्रेन थी। ये 1869 में पहली बार चली थी। बता दें, मुंबई और पुणे के बीच ये पहली इंटरसिटी ट्रेन हुआ करती थी। ये ट्रेन, डेक्कन क्वीन एक्सप्रेस के साथ मिलकर कई सालों तक मुंबई-पुणे यात्रियों के लिए चली थी।

​कालका मेल (1 जनवरी 1866) - Kalka Mail​

कालका मेल भी भारतीय रेलवे के इतिहास में सबसे पुरानी ट्रेन है। इस ट्रेन ने पिछले साल 156 वर्ष पूरे किए थे। ये ट्रेन 1886 में 1 अप और 2 डाउन नंबर प्लेट के प्लेट साथ "ईस्ट इंडियन रेलवे मेल" के नाम के साथ पटरी पर दौड़ना शुरू हुई थी।