home page

Expressway : 2 राज्यों के बीच बनेगा देश का पहला सुपर एक्सप्रेसवे, 6530 करोड़ की आएगी लागत, 4340 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण

New Expressway : भारत देश के सभी राज्यों को एक दूसरे के साथ कनेक्ट करने के लिए सरकार एक के बाद एक नए एक्सप्रेसवे का निर्माण कर रही है। इस क्रम में कई एक्सप्रेसवे बनाए जा चुके हैं। वहीं, दर्जनों एक्सप्रेसवे पर अभी काम चल रहा है। इनके बनने के बाद सकड़ कनेक्टिविटी काफी मजबूत होगी। लेकिन अब सरकार सफर को आसान बनाने के लिए देश में पहला सुपर एक्सप्रेवे बनाने जा रही है। चलिए जानते हैं इसपर क्या सुविधाएं मिलेंगी और यह किन राज्यों से होकर गुजरेगा। 
 | 
Expressway : 2 राज्यों के बीच बनेगा देश का पहला सुपर एक्सप्रेसवे, 6530 करोड़ की आएगी लागत, 4340 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण

HR Breaking News - (new super expressways)। देश के सभी राज्यों और जिलों को एक साथ जोड़ने के लिए सड़कों का जाल बिछाया जा रहा है। सरकार कई बड़ी परियाजनाओं पर काम कर रही है। इस बार बजट में सरकार ने दर्जनों नए एक्सप्रेसवे और सड़कों को चौड़ा करने का ऐलान किया था। जिसपर अब तेजी से कार्य चल रहा है। 


देश में कई नए एक्सप्रेसवे का निर्माण कार्य शुरू हो गया है। वहीं, कुछ एक्सप्रेसवे को हाइटेक सुविधा से लेस करने के लिए प्लानिंग चल रही है। इसी बीच सरकार ने एक बड़ी गुड न्यूज दी है। दरअसल, अब सफर को आसान बनाने और देश की सड़क कनेक्टिविटी मजबूत करने के लिए सरकार ने सुपर एक्सप्रेसवे बनाने का ऐलान किया है। 

 

 

 किन राज्यों और जिलों को जोड़गा सुपर एक्सप्रेसवे -

भारत देश में अब पहला सुपर एक्सप्रेसवे (Super Expressway) बनने जा रहा है। इस सुपर एक्सप्रेसवे को बनाने का भार एनएचआई को सौंपा गया है। जिसपर अब काम शुरू हो गया है। बता दें कि देश में बनने वाला पहला सुपर एक्सप्रेसवे 2 राज्यों और 423 गांवों से होकर गुजरेगा। देश के पहले सुपर एक्सप्रेसवे को दिल्ली से शुरू किया जाएगा और यह जयपुर में जाकर खत्म होगा। 


नए सुपर एक्सप्रेसवे (New Super Expressway Updates) के बनने के बाद इन दोनों शहरों के बीच की दूरी करीब 40 किलोमीटर कम हो जाएगी। यह गुड़गांव में खेड़की दौला टोल प्लाजा के पास दिल्ली-गुड़गांव एक्सप्रेसवे से होकर गुजरेगा और राजस्थान की राजधानी जयपुर के उत्तर में चंदवाजी के पास खत्म होने से पहले यह 7 जिलों को एक साथ जोड़ेगा।

कितनी होगी सुपर एक्सप्रेसवे की लंबाई - 

दिल्ली जयपुर सुपर एक्सप्रेसवे (Delhi Jaipur Super Expressway) की कुल लंबाई 195 किलोमीटर होगी। फिलहाल इसे आठ लेन बनाया जाएगा। वहीं, अनुमान है कि भविष्य में सुपर एक्सप्रेसवे को 16 लेन किया जा सकता है। दिल्ली-जयपुर सुपर एक्सप्रेसवे को एनएच 352बी नाम दिया गया है।

गुड़गांव से जयपुर जाने में 4 से 5 घंटे का समय लगता है वहीं, भारी वाहनों को इससे ज्यादा समय भी लग जाता है, लेकिन नए सुपर एक्सप्रेसवे (new super expressways) के तैयार होने के बाद गुड़गांव और जयपुर के बीच की दूरी महज 2 घंटे की रह जाएगी। यानी सुपर एक्सप्रेसवे के बनने से लोगों का आधा समय बचेगा। 

कहां से कहां तक जाएगा सुपर एक्सप्रेसवे - 

इस ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे (Greenfield Expressway)को साल 2013 में 226.4 किलोमीटर लंबा बनाने का प्रस्ताव पास किया गया था, लेकिन इस एक्सप्रेसवे के निर्माण पर उच्च लागत के कारण इस प्रोजेक्ट को कुछ समय के लिए रोक दिया गया। परंतु इसका काम फिर से शुरू किया गया और इसकी लंबाई को कम कर दिया गया। अपने नए अवतार में, यह अब खेरकी धौला टोल प्लाजा के पास NH-48 के किलोमीटर 40.10 से शुरू होगा और जयपुर के उत्तर में चंदवाजी के पास NH-48 के किलोमीटर 217.0 पर खत्म होगा। 

इन जिलों को जोड़ेगा सुपर एक्सप्रेसवे -

दिल्ली जयपुर सुपर एक्सप्रेसवे (Delhi-Jaipur Super Expressway) का प्रस्तावित मार्ग हरियाणा और राजस्थान के सात जिलों से होकर गुजरेगा। जिसमें गुड़गांव, रेवाड़ी, झज्जर, महेंद्रगढ़, अलवर, जयपुर और सिलकर शामिल है। दिल्ली और जयपुर को जोड़ने वाले इस नए सुपर एक्सप्रेसवे को छह अच्छी तरह से डिज़ाइन की गई लेन बनाई जाएंगी। इस एक्सप्रेसवे के निर्माण से दिल्ली और जयपुर के बीच सफर काफी आसान हो जाएगा। 


इसके साथ ही आर्थिक और व्यापारिक गतिविधियां भी तेज होंगी। तथा विभिन्न क्षेत्रों में रियल एस्टेट में भी जबरदस्त उछाल आएगा और देश की कई बड़ी कंपनियां इसके किनारे उद्योग स्थापित करेगी, जिससे युवाओं को रोजगार भी मिलेगा। 

दिल्ली-जयपुर सुपर एक्सप्रेसवे के अंदर कितने गांव

दिल्ली-जयपुर सुपर एक्सप्रेसवे हरियाणा के गुड़गांव, झज्जर, रेवाड़ी और महेंद्रगढ़ तथा राजस्थान के अलवर, सीकर और जयपुर के 423 गांवों से होकर गुजरेगा। इस एक्सप्रेसवे के बनने के बाद इन गांवों की सड़क कनेक्टिविटी बेहतर होगी। इसके लिए हरियाणा और राजस्थान में 4,340 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण किया है। इससे किसानों को लाभ मिला। सरकार ने किसानों को भूमि का सही दाम दिया है। 

सुपर एक्सप्रेसवे पर इतनी आएगी लागत - 

दिल्ली-जयपुर सुपर एक्सप्रेसवे (Delhi-Jaipur Super Expressway) को बनाने में लगभग 6,530 करोड़ रुपये खर्च होंगे। पुनर्वास और पुनर्स्थापन लागत करीब 5,000 करोड़ रुपये होगी, क्योंकि परियोजना के लिए आवश्यक भूमि का बड़ा हिस्सा निजी स्वामित्व वाला है।

कब शुरू हो जाएगा सुपर एक्सप्रेसवे - 


जानकारी के लिए बता दें कि अभी तक दिल्ली -जयपुर सुपर एक्सप्रेसवे (new super expressways) की निर्माण की आधारशिला नहीं रखी गई है, लेकिन हाल ही में सामने आई नई रिपोर्ट के मुताबिक, दिल्ली और जयपुर सुपर एक्सप्रेसवे पर जल्द ही काम शुरू होने वाला है और यह  नया सुपर एक्सप्रेसवे साल 2027 में बनकर तैयार हो जाएगा। क्योंकि आधारशिला रखे जाने से पहले ही इसके भूमि अधिग्रहण समेत कई काम किए जाने है। 


 

News Hub