land occupied : जमीन या मकान पर किसी दूसरे ने कर लिया कब्जा, इस कानून से मिलेगी मदद
land occupying rules : जमीन या मकान खरीदने के लिए जीवनभर की कमाई तक लग जाती है। इस पर कोई कब्जा (property possession rules) कर ले तो परेशानी काफी हद तक बढ़ जाती है। ऐसे में कई लोगों के बीच झगड़े व विवाद हो जाते हैं, लेकिन आप बिना विवाद (property disputes) में फंसे कानून की मदद से कब्जा छुड़वा सकते हैं। आइये जानते हैं प्रोपर्टी पर कब्जा (land encroachment) होने के मामले में कौन से कानून की मदद ली जा सकती है।

HR Breaking News - (property possession)। आमतौर पर इंसान अपने और अपने बच्चों के लिए संपत्ति (property knowledge) जुटाता है, ताकि उनका भविष्य सुरक्षित रहे। इस प्रोपर्टी पर किसी और का कब्जा हो जाए तो जान सांसत में आ जाती है। लड़ाई झगड़े तक की नौबत आ जाती है।
ऐसे में प्रोपर्टी मालिक (property owner's rights) अगर सूझबूझ से काम ले तो कानून की मदद से भी यह काम आसानी से निपटाया जा सकता है। इसके लिए आपको यह पता होना जरूरी है कि प्रोपर्टी (property news) पर कब्जा करने के मामले में कौन से कानून के तहत कौन सी धारा काम आएगी। आइये जानते हैं इस बारे में खबर में।
अतिक्रमण या कब्जा करना है अपराध-
गैर कानूनी तरीके से किसी दूसरे की प्रोपर्टी पर कब्जा (property encroachment) करना अपराध में गिना जाता है। जमीन हड़पने की मंशा से कई बार प्रोपर्टी या जमीन पर अतिक्रमण या कब्जा (property par kabja) करने के लिए पहले तो वहां अस्थाई निर्माण कर लिया जाता है और बाद में उस पर अधिकार (property rights) जमाया जाता है।
धारा 441 के तहत होता है केस दर्ज-
भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 441 जमीन व संपत्ति पर कब्जा या अतिक्रमण से जुड़े मामलों (property cases) में केस दर्ज होता है।
धारा 447 में जेल व जुर्माने का है प्रावधान -
प्रोपर्टी पर कब्जा (property possession cases) करने वाले पर धारा 447 के तहत जुर्माना लगाया जाता है। इसके अलावा 3 माह की जेल (punishment on property possession) भी हो सकती है।
संपत्ति पर कब्जा होने पर न बरतें ढील-
-आपकी प्रोपर्टी पर कोई अवैध कब्जा (property possession rules) कर लेता है तो आपको ढील नहीं बरतनी चाहिए। आपको तुरंत एक्शन लेते हुए संबंधित अधिकारियों तक यह शिकायत कर देनी चाहिए।
- कब्जाधारी या अतिक्रमणकारी के खिलाफ थाने में केस (FIR in property cases) दर्ज कराएं। कोर्ट में याचिका दायर कराएं, इसके बाद अतिक्रमण पर रोक लग सकती है। कोर्ट आपको मुआवजा भी दिला सकती है।
- किसी ने अवैध कब्जे के दौरान आपकी संपत्ति (property disputes) को नुकसान पहुंचाया है तो हर्जाने के लिए ऑर्डर 39 के नियम 1,2 और 3 के तहत दावा किया जा सकता है। इसके बाद आपको हर्जाना भी मिल सकता है।
- अगर आप विवाद से बचना चाहते हैं तो कब्जा या अतिक्रमण (Land Encroachment) की समस्या को आपसी सहमति से भी निपटाया जा सकता है। इसके लिए किसी की मध्यस्थता कराना, जमीन का विभाजन करना, संपत्ति बेचने (property selling tips) या किराए पर देने जैसे निर्णय लिए जा सकते हैं।