NCR : गाजियाबाद को ग्रेटर गाजियाबाद बनाने के लिए उठाया गया एक और बड़ा कदम

HR Breaking News, Digital Desk - गाजियाबाद को ग्रेटर गाजियाबाद बनाने के लिए आज एक कदम और आगे बढ़ाते हुए गाजियाबाद से राज्यसभा सांसद अनिल अग्रवाल ने मुरादनगर नगर पालिका को गाजियाबाद नगर निगम में शामिल करने के लिए प्रस्ताव दिया है। दरअसल, इससे पहले गाजियाबाद के सांसद और केंद्रीय मंत्री जनरल वी के सिंह (Union Minister General VK Singh) ने डासना नगर पंचायत को नगर निगम में शामिल करने का प्रस्ताव दिया था। अब दो सांसदों के द्वारा प्रमुखता के साथ ग्रेटर गाजियाबाद बनाने के लिए अपनी सहमति दी गई है।
यह है पूरा मामला
गाजियाबाद नगर निगम को महानगर बनाने के लिए गाजियाबाद की तरफ से अब दो सांसदों की सहमति मिल चुकी है। जिला प्रशासन की तरफ से खोड़ा मकनपुर नगर पालिका को शामिल करने की कवायद की गई थी जिसके बाद सांसद वीके सिंह ने डासना नगर पंचायत को भी इसमें शामिल करने का प्रस्ताव दिया। और अब राज्यसभा सांसद अनिल अग्रवाल की तरफ से पुरजोर कोशिश की जा रही है कि मुरादनगर नगर पालिका को भी इसमें शामिल किया जाए। तीनों के विलय होने के बाद गाजियाबाद नगर निगम(Ghaziabad Municipal Corporation) महानगर की श्रेणी में आ जाएगा। बता दें कि खोड़ा मकनपुर, डासना और मुरादनगर क्षेत्र को शामिल करने के बाद गाजियाबाद नगर निगम में 200 से अधिक वार्ड होंगे और यह कानपुर के बाद उत्तर प्रदेश का सबसे बड़ा महानगर बन जाएगा।
चार हजार करोड़ का होगा बजट
गाजियाबाद महानगर बन जाने के बाद डासना, खोड़ा मकनपुर और मुरादनगर के देहात क्षेत्रों में भी महानगर की सुविधा उपलब्ध होंगी। जिसमें सड़क, बिजली, पानी, सीवर और अन्य प्रकार की मूलभूत सुविधाएं शामिल हैं। जिससे स्थानीय लोगों को इसका फायदा मिलेगा। गौरतलब है कि गाजियाबाद नगर निगम का वार्षिक बजट 1700 करोड़ रुपए है। जो कि बढ़कर चार हजार करोड़ रुपए वार्षिक हो जाएगा। इसमें बड़ी बात यह है कि गाजियाबाद नगर निगम के विस्तारीकरण के बाद खर्चे तो बढ़ जाएंगे, लेकिन महानगर की कमाई कम हो जाएगी। क्योंकि तीनो नगर पालिका में टैक्स की वसूली अपेक्षाकृत कम है।