Noida : बिकने जा रहा है नोएडा का सबसे फेमस मॉल, मिल चुका है सबसे बड़े मॉल का दर्जा
नोएडा का सबसे बड़ा और फेमस मॉल बिकने जा रहा है। मॉल ने अपनी पुरानी रौनक खो दी है। मॉल में घूमने आने वालें लोगों की संख्या में कमी आई है वहीं, शॉपिंग करने वालों और मूवी देखने वालों लोगों की संख्या में भी काफी कमी आई हैं।
HR Breaking News (नई दिल्ली)। अगर आप दिल्ली NCR में रहते हैं तो आपने नोएडा का GIP (The Great India Place) मॉल देखा ही होगा शायद आप यहां घूमने भी गए ही होगे. नोएडा में सेक्टर 18 के बाद दूसरा सबसे फेमस लैंडमार्क बनने वाला यह मॉल अब बिकने के लिए तैयार है. कुछ बरस पहले तक इस मॉल के पास देश के सबसे बड़े मॉल का टैग था. लेकिन अब ये मॉल अपनी पुरानी रौनक खोता जा रहा है. इसकी वजह है कि अब इस मॉल में आने वालों लोगों की संख्या में भारी कमी आ गई है. कोई यहां मूवी देखने आता था तो कोई शॉपिंग करने या फिर घूमने और खाने पीने. लेकिन अब इस मॉल में बहुत कम लोग आते हैं।
इस मॉल में वंडर्स ऑफ वंडर के साथ मनोरंजन पार्क भी शामिल हैं. 147 एकड़ में फैले इस डेवलेपमेंट को बेचने के बाद जो रुपये आएंगे उसका इस्तेमाल कर्ज को चुकाने के लिए किया जाएगा. द ग्रेट इंडिया प्लेस को अप्पू घर ग्रुप और द यूनिटेक ग्रुप द्वारा डेवलेप किया गया था. इसका रख रखाव एंटरटेनमेंट सिटी लिमिटेड द्वारा किया जाता है. यह नोएडा सेक्टर 18 मेट्रो स्टेशन से सटे सेक्टर 38 ए में स्थित है.
147 एकड़ के डेवलेपमेंट को बेचने की तैयारी
एंटरटेनमेंट सिटी लिमिटेड के प्रमोटर जो नोएडा में द ग्रेट इंडिया प्लेस, गार्डन्स गैलेरिया मॉल, वर्ल्ड्स ऑफ वंडर एम्यूजमेंट पार्क और किडजानिया (Kidzania) का संचालन करते हैं. अब पूरे 147 एकड़ के डेवलेपमेंट को बेचने की तैयारी कर रहे हैं. इसे कितने में बेचा जाएगा इस बात का अभी खुलासा नहीं हुआ है. यहां की खाली जमीन को नया खरीदार आगे चलकर डेवलेप कर सकता है. यहां अभी करीब 1.7 मिलियन वर्ग फुट क्षेत्र डेवलेप करने के लिए उपलब्ध है. जो भी खरीदार इसे खरीदेगा वो इस खाली जमीन का इस्तेमाल आवासीय या कमर्शियल बिल्डिंग बनाने के लिए कर सकता है.
साल 2007 में बनकर हुआ था तैयार
जीआईपी मॉल साल 2007 में बनकर तैयार हुआ था. ये वो समय था जब इसे देश का सबसे बड़ा मॉल कहा जाता था. ये मॉल शुरू होने के बाद काफी पॉपुलर हुआ था. यहां बड़ी संख्या में लोग शॉपिंग करने आते थे. यहां पर कई कंपनियों की शॉप थीं. लेकिन साल 2016 से तस्वीर एकदम बदल गई. इस साल जीआईपी के ठीक सामने डीएलएफ मॉल ऑफ इंडिया लॉन्च हो गया. इसके बाद से जीआईपी की लोकप्रियता कम होती चली गई. यहां से कई कंपनियों के शोरूम भी चले गए. मॉल खाली होता चला गया. कोरोना काल में भी यहां से कई ब्रांडेड कंपनियों के शोरूम चले गए।
निवेशकों के पास 16 अगस्त तक का है टाइम-
यूनिटेक ग्रुप की लंबे वक्त से फाइनेंशियल कंडीशन ठीक नहीं चल रही है जिस वजह से वो मॉल को मेंटेन नहीं कर पा रहा है. रिपोर्टस् के मुताबिक, मॉल पर लगभग 800 करोड़ का लोन कर्ज़ है. जो भी निवेशक इस प्रॉपर्टी में दिलचस्पी रखता है वो 16 अगस्त तक disinvestment@eclindia.com, arun.narasimhan@in.ey.com पर मेल कर सकते हैं