property documents : प्रोपर्टी खरीदते समय जरूर चेक कर लें ये डॉक्यूमेंट, नहीं होगा बड़ा नुकसान

HR Breaking News : (property news)आज के जमान में प्रोपर्टी खरीदना कोई आसान काम नही है। प्रॉपर्टी खरीदने से पहले कई चीजों का ध्यान रखना होता है ताकि भविष्य किसी भी प्रकार का नुकसान ना झेलना पड़े। आपको बता दें कि प्रॉपर्टी खरीदने के लिए कई सारे डॉक्युमेंट्स (property related documents) का भी ध्यान रखना चाहिए क्योंकि अगर आप प्रॉपर्टी खरीदते वक्त इन डॉक्युमेंट्स का ध्यान नहीं रखती हैं तो आपको परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। इस लेख में हम आपको बताएंगे कि आपको प्रॉपर्टी खरीदते समय किन- किन डॉक्यूमेंट को चेक कर लेना चाहिए।
आपको बता दें कि अगर आप बैंक से लोन (loan from bank) लेकर कोई प्रॉपर्टी खरीदने जा रही हैं तो आपको लोन पेपर का ध्यान रखना होगा। इसके साथ ही आप जो भी प्रॉपर्टी खरीदने जा रही हैं तो आपको यह चेक करना चाहिए कि प्रॉपर्टी पर किसी तरह का लोन है या नहीं। अगर प्रॉपर्टी पर किसी भी प्रकार का लोन है तो आपको उस पेपर की कॉपी भी रखनी चाहिए ताकि किसी भी तरह की परेशानी का सामना भविष्य में ना करना पड़े।
जरूर चेक करे लेआउट और रजिस्ट्री पेपर
आपको बता दें कि अगर आप प्रॉपर्टी के लेआउट पेपर चेक नहीं करेंगी तो हो सकता है आपको प्रॉपर्टी से संबंधित पूरी जानकारी ना प्राप्त हो इसलिए आपको लेआउट पेपर्स को ध्यान से चेक करना चाहिए। रजिस्ट्री पेपर(property registration process) को भी आपको सही से चेक करना चाहिए क्योंकि इससे आपको प्रॉपर्टी के लीगल होना का भी प्रमाण मिल जाएगा। आप इन पेपर को नजदीकी जिले के सब रजिस्ट्रार ऑफिस में वेरीफाई करवा सकती हैं।
कंस्ट्रक्शन क्लियरेंस सर्टिफिकेट भी है जरूरी
आपको बता दें कि अगर आप कंस्ट्रक्शन क्लियरेंस सर्टिफिकेट और अनापत्ति प्रमाणपत्र को चेक कर लेंगी तो उससे यह वेरिफाई हो जाता है की प्रॉपर्टी पर किसी भी प्रकार का ऑब्जेक्शन नहीं है लेकिन अगर आप प्रॉपर्टी खरीदते समय इस डॉक्यूमेंट का ध्यान नहीं रखती हैं तो आपको बाद में परेशानी हो सकती है इसलिए आपको इस डॉक्यूमेंट की जांच अवश्य करनी चाहिए।
जानिए जमीन पर किसका अधिकार है?
आपको प्रॉपर्टी खरीदने से पहले टाइटल और सेल डीड को भी चेक कर लेना चाहिए ताकि आपको यह पता रहे कि जो प्रॉपर्टी आप खरीदने जा रही हैं उस पर मालिकाना हक किसका है और अगर उस जमीन पर कोई संपत्ति बना हुई है तो वह कानूनी रूप से वेरिफाइड है या नहीं है। इसके अलावा आपको ऑक्यूपेंसी सर्टिफिकेट को भी चेक करके ही प्रॉपर्टी खरीदनी चाहिए।