Property Documents : इन कागजात के बिना खरीदी प्रोपर्टी तो हो जाएगी मुश्किल, 90 प्रतिशत लोगो को नही होती जानकारी

HR Breaking News - (Property Papers) प्रोपर्टी की बढ़ती कीमतों के साथ-साथ इससे जुड़े विवाद और ठगी के मामले बढ़ते ही जा रहे हैं। इसलिए प्रोपर्टी की खरीद फरोख्त (property buying and selling tips) के समय आपको सतर्क रहने के साथ साथ चौकसी की भी जरूरत होती है। अगर आपने जरा सी लापरवाही कर दी तो आपकी जिंदगी भर की कमाई भी डूब सकती है और आपको इस सुपने के घर से हाथ धोना पड़ सकता है।
प्रोपर्टी लेते समय जरूरी पेपर्स यानी डॉक्यूमेंट्स (property documents) की जांच अवश्य कर लें। चलिए आज आपको बताते है कि प्रोपर्टी से जुड़े उन जरूरी कागजातों के बारे में जिनकी हाजिरी में प्रोपर्टी खरीदने पर नही होगी कोई मुश्किल।
1) रेरा सर्टिफिकेट भी बहुत जरूरी-
रेरा यानि Real Estate Regulatory Authorities अधिनियम, 2016 के अंतर्गत आपके द्वारा ली जाने वाली प्रोपर्टी पंजीकृत हो तो ही आपके लिए बेहतर है। रेरा सर्टिफिकेट (RERA certificate) से ही इस बारे में आप पता कर सकते हैं। यह अधिनियम लागू करने का मकसद था कि निर्माणाधीन परियोजनाओं का पंजीकृत होना जरूरी है।
2) सेल एग्रीमेंट को देखना न भूले -
प्रोपर्टी खरीदते समय सेल एग्रीमेंट (sale agreement) जरूर चेक कर लें। इस दस्तावेज में संपत्ति के बारे में पूरी जानकारी साफ साफ लिखी होती है। इसमें कब्जे की तारीख, नियम और शर्तें स्पष्ट होती हैं। प्रोपर्टी खरीदते समय होम लोन (home loan tips) के लिए आवेदन करना हो तो सेल एग्रीमेंट की मांग बैंक या लोन देने वाली संस्था की ओर से की जाती है।
3) ऑक्यूपेंसी प्रमाणपत्र करें चेक -
प्रोपर्टी को लेकर स्थानीय प्राधिकरण की ओर से जारी किए जाने वाले अहम दस्तावेज ऑक्यूपेंसी प्रमाणपत्र (Occupancy Certificate) को देखना न भूलें। प्रोपर्टी पर किसी और का कब्जा है या नहीं, यह इसी दस्तावेज से पता चलता है।
4) एन्कम्ब्रेंस सर्टिफिकेट की कर लें जांच-
किसी भी विवाद से मुक्त प्रोपर्टी को ही खरीदें, प्रोपर्टी कोई लोन है तो उसका भी पता कर लें व प्रोपर्टी कहीं गिरवी न रखी हो। इसके लिए एन्कम्ब्रेंस सर्टिफिकेट (Encumbrance Certificate) देख लेना चाहिए।
5) नो ओब्जेक्शन सर्टिफिकेट-
स्थानीय प्रोपर्टी पंजीकरण कार्यालय से आप प्रोपर्टी (property news) या जमीन की एनओसी जरूर ले लें। प्रोपर्टी खरीदते समय बिल्डर या विक्रेता से इसकी मांग करें, जिससे पता चलता है कि जिस प्रोपर्टी (property buying tips) को आप खरीदने जा रहे हैं उसे लेकर स्थानीय अधिकारियों और प्राधिकरण या कार्यालय को कोई आपत्ति नहीं है।
6) मालिकाना हक का प्रमाण पत्र-
जमीन या प्रोपर्टी का मालिकाना हक (property rights) किसके पास है, यह आपको स्वामित्व प्रमाण पत्र से ही पता चलता है, इसलिए इस कागजात की जरूर जांच कर लेनी चाहिए।