UP में इस जगह बना है कांच का पुल, दूर दूर से देखने आते हैं लोग
Glass bridge in Uttar Pradesh -उत्तर प्रदेश भारतीय एवं विदेशी पर्यटकों के लिए एक महत्त्वपूर्ण स्थान है। इस प्रदेश में कई ऐतिहासिक एवं धार्मिक स्थल हैं। उत्तर प्रदेश की आबादी भारत के सभी राज्यों में सबसे अधिक है। भौगोलिक रूप से भी उत्तर प्रदेश में विविधता देखने को मिलती है- उत्तर की ओर हिमालय पर्वत हैं और दक्षिण में सिन्धु-गंगा के मैदान हैं। सरकार ने पर्यटकों ध्यान खींचने के लिए यूपी में कांच का ब्रिज (Glass bridge) तैयार करवाया है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इस पुल का जल्द ही उद्घाटन किया जाएगा।

HR Breaking News (ब्यूरो)।अमेरिका, फ्रांस, लंदन और चीन समेत कई देशों में खूबसूरत नजारे हैं और इन्हें निखाहरने के लिए मानव निर्मित कलाकृति भी हैं। इन्हीं में से एक है ग्लास ब्रिज (UP Glass Bridge), यह कांच से बना एक प्रकार पुल है जो पैदल यात्रियों के लिए होता है।
कांच के डेक या फर्श से बने इस पुल से पर्यटकों को सैंकड़ों फीट की ऊंचाई से पैरों के नीचे अनोखा नजारा देखने को मिलता है। भारत में भी ग्लास ब्रिज का क्रेज बढ़ता जा रहा है। इसी कड़ी में उत्तर प्रदेश में पहला ग्लास ब्रिज (UP Skywalk Bridge) बनकर लगभग तैयार हो गया है।
खास बात है कि उत्तर प्रदेश का पहला ग्लास स्काई वाक ब्रिज चित्रकूट (Up glass bridge chitrakut) में तुलसी (शबरी) जल प्रपात में बनकर तैयार हुआ है। कोदंड वन स्थित जल प्रपात पर भगवान राम के धनुष और बाण के आकार में यह ग्लास ब्रिज (UP me kaanch ka pul) बनाया गया है। यूपी के इस पहले ग्लास ब्रिज 95 फीसदी काम पूरा हो चुका है। लोकसभा चुनाव संपन्न होने के बाद इस पुल का उद्घाटन किए जाने की उम्मीद है।
चित्रकूट में यह ग्लास ब्रिज करीब 18 महीने में बनकर तैयार हुआ है। इस पुल की खास बात यह है कि इसमें खाई की ओर बाण की लंबाई 25 मीटर है (UP Glass bridge height) जबकि दोनों पिलर के बीच धनुष की चौड़ाई 35 मीटर रखी गई है। इस पुल की भार क्षमता प्रति वर्ग मीटर में 500 किलोग्राम रखी गई है।
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3.7 करोड़ रुपये की लागत से तैयार होने वाले इस पुल का निर्माण बिहार के राजगीर में बने स्काई वॉक ग्लास ब्रिज की तर्ज पर किया गया है। ग्लास ब्रिज के पैनल आम तौर पर लेमिनेटेड ग्लास से बने होते हैं, जिसमें बीच में एक ट्रांसपेरेंट इंटरलेयर के साथ कांच (Famous UP glass bridge )की दो या दो से अधिक परतें होती हैं।
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चित्रकूट में बने इस ग्लास स्काई वाक ब्रिज से पर्यटक अब जमीन से सैंकड़ों फीट की ऊंचाई से वाटर फॉल की सुंदरता को निहारेंगे। चूंकि यह ग्लास ब्रिज मध्य प्रदेश के सतना जिले के बॉर्डर पर स्थित रानीपुर टाइगर रिजर्व (Ranipur Tiger Reserve) के बीच टिकरिया, बम्भिया जंगल पर स्थित है इसलिए यहां जलप्रपात के साथ-साथ जंगल की सुंदरता भी देखने को मिलेगी।