home page

UP News: स्कूल में पढ़ाई के घंटे होंगे कम, 2 शनिवार की भी छुट्टी

UP के CM Yogi Adityanath ने स्कूलों के लिए अहम फैला लिया है और बताया है की जल्दी ही नई शिक्षा प्रणाली को लागू किया जायेगा जिसमे स्कूल में पढ़ाई के घंटे कम होंगे और साथ में शनिवार को भी छुट्टी हुआ करेगी 

 | 
स्कूल में पढ़ाई के घंटे होंगे कम, 2 शनिवार की भी छुट्टी 

HR Breaking News, New Delhi : उत्तर प्रदेश के स्कूलों में बच्चों पर पढ़ाई का दबाव कम करने के लिए योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) की सरकार ने बड़ा कदम उठाया है. इसके तहत अब प्रदेश सरकार राज्य में नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति (New National Education Policy) को लागू करने की तैयारी कर रही है. सीएम योगी ने संबंध में शिक्षा विभाग को भी जरुरी दिशा निर्देश जारी कर दिए हैं. नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत अब स्कूलों में पढ़ाई के घंटे कम कर दिए जाएंगे. यही नहीं रविवार (Sunday) के साथ बच्चों को महीने में दो शनिवार (Saturday) की भी छुट्टी मिलेगी. 

नई शिक्षा नीति के नेशनल करिकुलम फ्रेमवर्क के तहत स्कूलों में पढ़ाई कराने के लिए शिक्षा विभाग को नई नियमावली तैयार करने के आदेश दिए हैं. इसके आने के बाद यूपी के सभी स्कूलों में पढ़ाई के घंटे कम हो जाएंगे. इसके साथ ही महीने में रविवार के साथ दो शनिवार की भी छुट्टी मिलेगी. 

UP News : बरात लेकर निकला दूल्हा तो हो गया कांड, देवर से करवानी पड़ी दुल्हन की शादी

पढ़ाई के घंटे कम हो जाएंगे

देश की नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत यूपी के स्कूलों में एक सप्ताह के भीतर 29 घंटे ही पढ़ाई कराई जाएगी. सभी स्कूलों में सोमवार से शुक्रवार तक 5 से 5.30 घंटे पढ़ाई होगी और दो शनिवार को दो से ढाई घंटे ही क्लास लगेगी. यही नहीं महीने में दो शनिवार की छुट्टी रहेगी. ये शनिवार महीने (CM Yogi Adityanath) का दूसरा और चौथा शनिवार हो सकता है. इस दौरान स्कूलों में पढ़ाए जाने वाले आम विषयों की कक्षाओं की समय सीमा को घटा दिया जाएगा. वर्तमान समय में आम विषयों की क्लास 45 मिनट होती है जिसकी समयावधि कम करके 35 मिनट कर दी जाएगी. 

रविवार और दो शनिवार रहेगी छुट्टी

UP News : बरात लेकर निकला दूल्हा तो हो गया कांड, देवर से करवानी पड़ी दुल्हन की शादी

वहीं प्रमुख विषयों जैसे गणित, अंग्रेजी, साइंस, हिन्दी, इंग्लिश व्याकरण और हिन्दी व्याकरण की क्लास 40-50 मिनट तक लगेगी. इसके साथ ही साल में दस दिन विभिन्न तारीखों पर बच्चों को बिना स्कूली बैग के बुलाया जाएगा. इस दौरान शिक्षक उन्हें प्रैक्टिल या मौखिक पढ़ाई कराएंगे और बच्चों के स्कूल के बस्ते से भी मुक्ति मिलेगी. जाहिर है कि पढ़ाई के घंटे कम होने से छात्रों पर पढ़ाई का दबाव कम होगा.