LIC scheme: बेटियों को लखपति बना रही LIC की ये स्कीम, 3600 रुपए भरने पर मिलेंगे 26 लाख
HR Breaking News (ब्यूरो) : अगर आप बच्ची के जन्म के साथ इस पॉलिसी में 3600 रुपए हर महीने निवेश करते हैं तो उसके शादी के समय तक आपको 26 लाख रुपए मिलेंगे. कन्यादान पॉलिसी एलआईसी की जीवन लक्ष्य पॉलिसी (Jeevan Lakshya Scheme) का कस्टमाइज्ड वर्जन है.
इसमें आप अगर 22 सालों तक प्रीमियम दें तो 25 साल बाद स्कीम मैच्योर हो जाती है और 26 लाख रुपए मिलते हैं. यानी अगर इस स्कीम में समय रहते निवेश शुरू किया जाए तो आप बेटी के भविष्य की तमाम चिंताओं से मुक्त हो सकते हैं. जानिए स्कीम से जुड़ी अन्य बातें.
बेटी का पिता होता है अकाउंट होल्डर
इस स्कीम का अकाउंट होल्डर बेटी का पिता होता है. पॉलिसी टर्म 13-25 साल का है. आप अपनी चॉइस के हिसाब से टर्म को चुन सकते हैं. पॉलिसी को लेने के लिए लड़की की उम्र 1 साल से 10 साल होनी चाहिए और उसके पिता की आयु कम से कम 18 साल और अधिक से अधिक 50 साल होनी चाहिए. वहीं मैच्योरिटी की अधिकतम उम्र 65 साल है. प्रीमियम का भुगतान आप मासिक, तिमाही, छमाही और वार्षिक रूप से कर सकते हैं.
प्रीमियम की राशि कम या ज्यादा कर सकते हैं
ऐसा नहीं है कि आपको इस पॉलिसी के लिए 3600 रुपए मासिक का ही प्रीमियम ही देना है. आप अगर हर महीने इतनी राशि निवेश नहीं कर सकते तो इससे कम प्रीमियम का प्लान भी ले सकते हैं.
वहीं अगर आप चाहें तो ज्यादा का प्रीमियम भी खरीद सकते हैं. आपके प्रीमियम के हिसाब से पॉलिसी के मैच्योर होने पर इसका फायदा मिलता है. लेकिन अगर आप 25 साल का टर्म प्लान लेकर आप 3600 रुपए का मासिक प्रीमियम 22 सालों तक देते हैं, तो 25 साल बाद आपको 26 लाख रुपए मिलते हैं.
मैच्योरिटी बेनिफिट्स
पॉलिसी के मैच्योरिटी बेनिफिट की बात करें तो पॉलिसी होल्डर के जिंदा रहने पर सम अश्योर्ड के साथ-साथ सिंपल रिविजनरी बोनस का लाभ मिलेगा. इसके अलावा एडिशनल बोनस का भी लाभ मिलता है.
इसके अलावा पॉलिसी को खरीदने के तीन साल बाद इस पर लोन का भी लाभ मिलता है. प्रीमियम जमा करने पर 80सी के तहत डिडक्शन का फायदा मिलता है और सेक्शन 10डी के तहत मैच्योरिटी अमाउंट टैक्स फ्री होता है. पॉलिसी के लिए सम अश्योर्ड की लिमिट न्यूनतम 1 लाख रुपए से शुरू है और अधिकतम कोई सीमा नहीं है.
डेथ बेनिफिट्स भी शामिल
अगर इस पॉलिसी को लेने के कुछ समय बाद पिता की मृत्यु हो जाती है, तो उसके परिवार को इस पॉलिसी का भुगतान करने की जरूरत नहीं पड़ती. ऐसे में प्रीमियम माफ कर दिया जाता है और ये पॉलिसी मुफ्त में चलती रहती है.
मैच्योरिटी के समय पूरी रकम नॉमिनी को दी जाती है. साथ ही बेटी को पॉलिसी के बचे सालों के दौरान हर साल सम अश्योर्ड का 10 फीसदी मिलता है. यदि एक्सीडेंट के चलते लाभार्थी की मौत हुई है तो परिवार को 10 लाख रुपए और अगर नेचुरल डेथ है, तो 5 लाख रुपए दिए जाते हैं.