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State Bank of India : SBI किस फैसले से ग्राहक हो गए नाराज़, बैंक ने महंगा कर दिया लोन, अब जेब से जायेंगे ज्यादा पैसे

सुबह सुबह SBI ने ये एलान कर दिया है के आज से लोन महंगा हो गया है जिसे सुन ग्राहक नाराज़ हो गये क्योंकि अब EMI देने के लिए ग्राहकों को ज्यादा पैसे देने पड़ेंगे।  आइये जानते हैं पूरी खबर 
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state bank of india

HR Breaking News, New Delhi : देश में पब्लिक सेक्टर के सबसे बड़े बैंक यानी स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (State Bank of India) (SBI) ने एक बार फिर अपने करोड़ों ग्राहकों को झटका देते हुए लोन महंगा (SBI Loan Costly) कर दिया है. बैंक ने अपने मार्जिनल कॉस्ट ऑफ लेंडिंग रेट्स में इजाफा किया है. बैंक ने अपने 1 साल की अवधि की मार्जिनल कॉस्ट बेस्ड लेंडिंग रेट यानी एमसीएलआर (MCLR) को बढ़ाने का फैसला किया है. इस बढ़ोतरी के बाद से ही कस्टमर्स को होम लोन, कार लोन, एजुकेशन लोन, पर्सनल लोन आदि सभी तरह के लोन पर ज्यादा ब्याज दर देना होगा. आमतौर पर देखा गया है कि ज्यादातर ग्राहक एक साल की अवधि के MCLR के बेसिस पर ही अपने लोन को अप्रूव करते हैं. ऐसे में यह फैसला करोड़ों ग्राहकों की जेब पर सीधा असर डालेगा.

10 बेसिस प्वाइंट्स की बढ़ोतरी
एसबीआई की आधिकारिक वेबसाइट पर दी गई जानकारी के मुताबिक, बैंक ने एक साल की अवधि के MCLR पर 10 बेसिस प्वाइंट्स का इजाफा किया है. पहले बैंक 1 साल के लोन पर 8.30 फीसदी ब्याज दर ऑफर कर रहा था जो अब बढ़कर 8.40 फीसदी हो गया है. ऐसे में इस बढ़त के कारण अपने होम लोन, कार लोन, पर्सनल लोन आदि सभी तरह के लोन पर आपको ज्यादा ईएमआई का भुगतान करना होगा. आइए हम आपको अलग-अलग अवधि की MCLR के बारे में जानकारी दे रहे हैं-

ओवरनाइट MCLR-7.85 फीसदी
1 महीने का MCLR-8.00 फीसदी
3 महीने का MCLR- 8.00 फीसदी
6 महीने की MCLR- 8.30 फीसदी
1 साल का MCLR- 8.40 फीसदी
2 साल का MCLR- 8.50 फीसदी
3 साल का MCLR- 8.60 फीसदी


जानें MCLR की बढ़ोतरी से कैसे बढ़ता है EMI?
आपको बता दें कि साल 2016 में रिजर्व बैंक ने मार्जिनल कॉस्ट ऑफ फंड बेस्ड लेंडिंग रेट (Marginal Cost of Lending Rates) यानी MCLR के सिस्टम को शुरू किया था. यह एक मिनिमम ब्याज दर है जिसके आधार पर बैंक अपने ग्राहकों को लोन की ब्याज दर ऑफर करते हैं. यह हर बैंक का अलग-अलग होता है और इसे बैंक अपनी जरूरतों के हिसाब से बढ़ते और घटते भी है. इसके के आधार पर अलग-अलग लोन की ईएमआई तय की जाती है.

इन बैंकों ने भी बढ़ाया MCLR

आपको बता दें के स्टेट बैंक के अलावा पब्लिक सेक्टर के आईडीबीआई बैंक (IDBI Bank) और बैंक ऑफ बड़ौदा (Bank of Baroda) ने अपने ग्राहकों को झटका देते हुए अपने MCLR में बढ़ोतरी की है. बैंक ऑफ इंडिया (Bank of Baroda) ने भी अपने MCLR में 35 बेसिस प्वाइंट्स का इजाफा किया है. नई दरें 12 जनवरी, 2023 से लागू हो चुकी है. इस बढ़त के बाद बैंक का ओवरनाइट लोन पर 7.85 फीसदी, 1 महीने पर 8.15 फीसदी. 3 महीने पर 8.25 फीसदी, 6 महीने पर 8.35 फीसदी, 1 साल पर 8.50 फीसदी MCLR ऑफर मिल रहा है.

आईडीबीआई बैंक ने अपने एलसीएलआर में 20 बेसिस प्वाइंट्स का इजाफा किया है. नई दरें 12 जनवरी, 2023 से लागू हो चुकी है.  बैंक ओवरनाइट लोन पर 7.65 फीसदी, 1 महीने पर 7.80 फीसदी, 3 महीने पर 8.10 फीसदी, 6 महीने पर 8.30 फीसदी, 1 साल पर 8.40 फीसदी MCLR ऑफर मिल रहा है.वहीं बैंक का 2 साल का MCLR 9 फीसदी और 3 साल का MCLR 9.40 फीसदी है.