CIBIL Score : क्या सिबिल स्कोर खराब होने पर 30 दिन में हो जाता है ठीक, लोन लेने वाले जरूर जान लें ये बात
CIBIL Score News : सिबिल स्कोर का सही होना किसी बैंक ग्राहक के लिए कई मायनों में फायदेमंद है, वहीं इसका खराब होना नुकसानदायी है। इसके खराब होने के कारण किसी बैंक से ग्राहक को लोन (CIBIL Score for loan) भी नहीं मिल पाता। सिबिल स्कोर खराब होने अधिकतर लोग इस कंफ्यूजन में होते हैं कि क्या इसे एक महीने यानी 30 दिन के भीतर सुधारा जा सकता है और इसे सुधारने के लिए उन्हें क्या करना होगा? इस सवाल का जवाब आपको नीचे खबर में मिल जाएगा।

HR Breaking News - (CIBIL Score)। सिबिल स्कोर के आधार पर ही बैंक किसी ग्राहक को लोन या क्रेडिट कार्ड देने या न देने का निर्णय लेते हैं। अगर सिबिल स्कोर ठीक है तो फटाक से सस्ती ब्याज दरों पर लोन (loan interest rates) मिल जाता है, लेकिन इसके खराब होने की अवस्था में लोन नहीं मिल पाता या फिर महंगी ब्याज दरों पर मिलेगा।
इसलिए सिबिल स्कोर (CIBIL Score update) का ठीक होना ही ग्राहक के लिए फायदेमंद है। कई लोगों के मन में यह भी सवाल होता है कि एक बार यह खराब हो जाता है तो क्या इसे एक माह में सुधारा जा सकता है। इस बारे में जानिये इस खबर में विस्तार से।
क्या है सिबिल स्कोर-
बैंक से लोन या क्रेडिट कार्ड लेने के बाद उसे चुकाने की हिस्ट्री (credit history) के आधार पर सिबिल स्कोर तय होता है। अगर आपने समय पर ईएमआई व बिल चुकता किए हैं तो तीन अंकों की यह संख्या यानी सिबिल स्कोर (what is cibil score) सही होगा, नहीं तो यह खराब हो जाता है। सिबिल स्कोर के आधार पर ही बैंक या एनबीएफसी किसी बैंक उपभोक्ता को लोन (bank loan news ) या क्रेडिट कार्ड देने का निर्णय लेते हैं।
जल्दी सिबिल स्कोर सुधारने के लिए क्या करें-
आमतौर पर एक बार सिबिल स्कोर खराब (bad cibil score) होने पर यह लंबे समय में सुधरता है। आप समय पर सभी तरह के बिल व लोन की ईएमआई चुकाएंगे तो भी करीब दो साल सिबिल स्कोर ठीक (how to improve cibil score) होने में लग जाते हैं। लेकिन इसे 30 दिन में भी सुधार सकते हैं, इसके लिए आपको कुछ तरीके अपनाने होंगे।
ऐसे बनाएं क्रेडिट हिस्ट्री-
आपने कभी बैंक से कोई कर्ज नहीं लिया है तो आपका सिबिल स्कोर खराब ही मिलने के चांस होते हैं। इसका कारण यह होता है क्योंकि आपने कोई लोन या क्रेडिट लेकर चुकाया ही नहीं होता और आपकी क्रेडिट हिस्ट्री जनरेट (how to generate cibil score) नहीं होती। इसलिए इसका जनरेट होना जरूरी है, तभी आपका सिबिल स्कोर बनेगा।
क्रेडिट हिस्ट्री जनरेट करने के लिए किसी भी बैंक का क्रेडिट कार्ड बनवा लें। नौकरीपेशा लोगों का क्रेडिट कार्ड (Credit card tips) फटाफट बन जाता है। इस क्रेडिट कार्ड का यूज 30 प्रतिशत लिमिट तक करें व समय पर बिल भरें। इससे आपकी क्रेडिट हिस्ट्री (Credit history) जनरेट होने लगेगी और आपका सिबिल स्कोर बनना शुरू हो जाएगा।
क्रेडिट कार्ड की लिमिट का सही यूज करें-
क्रेडिट कार्ड की 30 प्रतिशत लिमिट (Credit Card Limit) ही उपयोग कर रहे हैं और किसी लोन की ईएमआई भी समय से भर रहे हैं तो आप क्रेडिट कार्ड की लिमिट बढ़ाने (how to increase Credit Card Limit) के लिए बैंकों से कह सकते हैं। बैंक का इस स्थिति में सकारात्मक कदम उठाते हुए आपके क्रेडिट कार्ड की लिमिट को बढ़ा सकते हैं। जब आपके क्रेडिट कार्ड की लिमिट बढ़ जाएगी तो आपको ज्यादा लोन राशि मिलने की भी संभावना रहेगी। इससे आपका सिबिल स्कोर भी सुधरेगा।
इस क्रेडिट कार्ड को चुनें-
सिबिल स्कोर को जल्दी सुधारने के लिए आप कैश-बैक्ड क्रेडिट कार्ड (Cash-backed credit cards) चुन सकते हैं। इस कार्ड का बेनेफिट यह है कि आप इसमें एक साथ कार्ड की क्रेडिट सीमा के बराबर या उससे कम पेमेंट कर सकते हैं। भुगतान के लिए यह कार्ड बुलेट प्रूफ गारंटी देता है। इस कारण क्रेडिट स्कोर (CIBIL Score Increase) को तेजी से सुधारने में यह कार्ड अहम साबित होता है।
बार बार न करें लोन के लिए अप्लाई-
आपको ज्यादा लोन व कार्ड लेने से बचना चाहिए। बार बार लोन के लिए अप्लाई न करें। सिबिल स्कोर सुधारने के लिए लोन ईएमआई (loan EMI rules) व कार्ड के बिल समय पर चुकाएं। देरी से या डेडलाइन के बाद बिल चुकाने से भी सिबिल स्कोर (CIBIL Score update) पर नकारात्मक असर पड़ता है। एक साथ कई लोन न लें व लोन गारंटर भी सोच समझकर बनें।
सिबिल स्कोर के बारे में करें पता-
अपने सिबिल स्कोर (CIBIL Score kaise thik kre) के बारे में पता रखना आपके लिए कई मायनों में जरूरी है। सिबिल कंपनी इक्वीफैक्स, हाईमार्क और एक्पीरियन के जरिये आप अपने सिबिल स्कोर (cibil score news) का पता कर सकते हैं। इससे आपको बैंक से अपने क्रेडिट लेन देन को जानने में मदद मिलेगी। इसमें कहीं देरी कर रहे हैं तो उसे समय रहते सुधार सकेंगे।