home page

CIBIL Score : खराब हो गया है सिबिल स्कोर और बैंक नहीं दे रहा लोन, जानिये क्या है इसका समाधान

CIBIL Score : लोन लेने के लिए सिबिल स्कोर का काफी अहम रोल होता है। जब भी हम लोन के लिए अप्लाई करते हैं तो सबसे पहले हमारे सिविल स्कोर को चेक किया जाता है अगर सिबिल स्कोर खराब है तो हमारे लोन की फाइल को रिजेक्ट भी किया जा सकता है। आइए खबर में जानते हैं अगर खराब सिबिल स्कोर की वजह से लोन नहीं मिल रहा है तो क्या समाधान कर सकते हैं।
 | 
CIBIL Score : खराब हो गया है सिबिल स्कोर और बैंक नहीं दे रहा लोन, जानिये क्या है इसका समाधान

HR Breaking News : (Bad Cibil Score) सिबिल स्कोर का अच्छा होना हमारे लिए बहुत जरूरी है क्योंकि जब भी हम लोन के लिए अप्लाई करते हैं तो सबसे पहले हमारे सिबिल स्कोर को ही चेक किया जाता है और उसी के आधार पर हमारे लोन को तय किया जाता है।

अगर सिबिल स्कोर अच्छा है तो आपको आसान ब्याज दरों पर लोन मिल जाता है लेकिन अगर सिबिल स्कोर खराब है तो आपके लोन की फाइल को रिजेक्ट भी कर दिया जाता है। ऐसे में आइए जानते हैं Cibil Score क्या होता है? यह कितना अहम है तथा खराब सिबिल स्कोर को फिर से कैसे बेहतर किया जा सकता है।

 


क्या होता है Cibil Score ? 


दरअसल, सिबिल स्कोर आपकी फाईनेंशियल कंडीशन को दर्शाता है। जिसे अलग-अलग बिंदुओं के आधार पर कैलकुलेट किया जाता है। जैसे कि आपकी कर्ज चुकाने की क्षमता, समय पर भुगतान (What Is Cibil Score) करने की आदत और कर्ज के रकम की मात्रा। अगर आपका सिबिल स्कोर हाई है, तो आपको लोन न केवल आसानी से मिल सकता है, बल्कि ब्याज दरें भी कम लगती हैं।

 

Cibil Score क्यो होता है कम


सिबिल स्कोर खराब होने के कई कारण हो सकते हैं। इसमें से मुख्य कारण की अगर हम बात करें तो समय पर कर्ज का भुगतान न करना, कर्ज की रकम, क्रेडिट कार्ड का ज़्यादा इस्तेमाल, क्रेडिट हिस्ट्री का अभाव है।


Cibil Score ठीक करने के तरीके


खराब सिबिल स्कोर को ठीक करने के लिए बकाया कर्ज को जल्द से जल्द चुकाने की कोशिश करें। इससे आपके क्रेडिट स्थिति में सुधार होगा। इसके अलावा, अपने क्रेडिट कार्ड का उपयोग (credit card usage) सीमित करें और समय पर बिल का भुगतान करें। लोन लेते समय इस बात का ध्यान रखें कि ब्याज दर कम हो और आपकी क्षमता उस लोन की भुगतान (loan payment) करने की हो।

क्रेडिट एजेंसी से सलाह लेना भी रहेगा सही


अगर इतना सब करने से भी बात नहीं बन रही है तो आप किसी क्रेडिट हेल्प एजेंसी (Credit Help Agency) से भी सलाह ले सकते हैं। लेकिन उस एजेंसी को वेरीफाई करना भी आपकी खुद की जिम्मेदारी है। इसके अलावा सबसे जरूरी है कि आप अपने फाईनेंशियल लेन-देन में सुधार लाकर एक ठोस योजना बनाएं।

News Hub