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CIBIL Score : लोन लेने के लिए कितना होना चाहिए सिबिल स्कोर, ठीक करने के भी जान लें 5 तरीके

How to improve Cibil Score : आर्थिक तंगी के चलते अकसर लोगों को लोन लेने की जरूरत कभी न कभी तो पड़ ही जाती है। ऐसे में जब भी आप लोन लेने के लिए बैंक में जाते है तो वहां सबसे पहले लोन लेने वाले की क्रेडिट हिस्ट्री ही चेक की जाती है। लेकिन अगर आपका सिबिल स्कोर ही खराब होगा तो बैंक की ओर  से आपको लोन मिलने में काफी परेशानी हो सकती है। आइए जान लेते है कि लोन लेने के लिए कितने सिबिल स्कोर की जरूरत होती है और खराब सिबिल स्कोर हो तो उसे कैसे ठीक किया  जा सकता है। 

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HR Breaking News, Digital Desk : चाहे अमीर हो या गरीब, हर किसी को किसी-न-किसी स्थिति के चलते लोन लेने की जरूरत पड़ ही जाती है। कई बार अचानक पैसों की जरूरत पड़ने पर लोन ही आखिरी विकल्प के रूप में काम आता है। जैसे कि घर में कोई मेडिकल इमरजेंसी हो गई, या घर बनवाना है या फिर जमीन लेनी है। ऐसे में हम पैसों का इंतजाम अमूमन लोन लेकर करते हैं। लेकिन, अगर आपको आसानी से कर्ज चाहिए, तो इसके लिए सिबिल स्कोर (CIBIL Score report) अच्छा रखना होता है।


आइए इस खबर में विस्तार से जानते हैं कि सिबिल स्कोर क्या होता है और अगर यह खराब हो गया है, तो इसे कैसे सुधारा जा सकता है।

पीहले जान लें क्यश है सिबिल स्कोर ?


Credit Information Bureau India Limited (CIBIL) एक क्रेडिट इंफॉर्मेशन कंपनी है। इसे रिजर्व बैंक (Reserve Bank of India) से लाइसेंस मिला है और यह कंपनियों के साथ आम लोगों की कर्ज से जुड़ी गतिविधियों को ट्रैक करती है। इसकी रेटिंग को ही सिबिल स्कोर कहा जाता है।

आपकी जानकारी  के लिए बता दें कि सिबिल स्कोर या सिबिल रेटिंग एक पैमाना होता है, जिससे पता चलता है कि लोन लेने और उसे वापस चुकाने में आपका रिकॉर्ड कितना अच्छा है। यह 300 से 900 के बीच होता है। 300 से 600 का मतलब है कि आप लोन चुकाने में बहुत बुरे हैं। वहीं, 750 से 900 का सिबिल स्कोर बताता है कि आपका कर्ज लौटाने का रिकॉर्ड बेहद शानदार है।

सिबिल स्कोर खराब हो गया तो ऐसे कार सकते है ठीक


मान लो आपका सिबिल स्कोर (Cibil score range) 750 से कम आया, तो आपको कर्ज मिलने में मुश्किल हो सकती है। हो सकता है कि आपको क्रेडिट कार्ड भी न मिले। लेकिन, अच्छी बात यह है कि सिबिल स्कोर सुधारा भी जा सकता है। आइए जानते हैं सिबिल स्कोर सुधारने के पांच तरीके।

1. समय पर चुकाए अपना कर्ज


अगर आप समय पर कर्ज नहीं चुकाते, तो इसका सिबिल स्कोर पर काफी बुरा असर पड़ता है। आपको EMI का पेमेंट हमेशा वक्त पर करना चाहिए, क्योंकि इसमें देरी पर न सिर्फ पेनल्टी लगती है, बल्कि क्रेडिट स्कोर भी कम हो जाता है।

2. अच्छा क्रेडिट बैलेंस करें मेंटेन


आपके पास होम लोन और कार लोन जैसे सिक्योर्ड लोन के साथ पर्सनल लोन और क्रेडिट कार्ड जैसे अनसिक्योर्ड लोन का ठीकठाक तालमेल होना चाहिए। बैंक और NBFC अमूमन सिक्योर्ड लोन वालों को ज्यादा पसंद करते हैं।

यदि आपके पास अनसिक्योर्ड लोन (unsecured loan affect cibil score) अधिक हैं, तो अच्छे क्रेडिट बैलेंस के लिए पहले उनका भुगतान कर देना चाहिए। अगर आपने क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल किया है, तो कोशिश करें कि उसे तय तारीख से पहले भर दें। यह आपके क्रेडिट स्कोर को सुधारने के लिए अच्छी योजना हो सकती है।

3. क्रेडिट कार्ड में ना रहने दे बकाया


अगर आपने क्रेडिट कार्ड (credit card uses) का इस्तेमाल किया है, तो कोशिश करें कि उसे तय तारीख से पहले भर दें। यह आपके क्रेडिट स्कोर को सुधारने के लिए अच्छी योजना हो सकती है।

4. किसी का लोन गारंटर बनने से करे परहेज


आपको ज्वाइंट खाता खुलवाने (joint accouynt rules) या किसी के लोन का गारंटर बनने से परहेज करना चाहिए। अगर दूसरी पार्टी डिफॉल्ट करती है, तो उससे आपका भी सिबिल स्कोर खराब हो सकता है। साथ ही आपको एक साथ कई लोन नहीं लेने चाहिए। अगर आप दूसरा लोन लेना चाहते हैं, तो कोशिश करें कि पहले वाला खत्म हो जाए। इससे क्रेडिट स्कोर बढ़ाने में भी मदद मिलेगी।

5. क्रेडिट कार्ड का यूज एक लिमिट में ही करें


यदि आप अपने क्रेडिट कार्ड की लिमिट (credit card limit)  का पूरा इस्तेमाल नहीं करते, तो आप अपना क्रेडिट स्कोर जल्दी बेहतर कर सकते हैं। कोशिश करें कि हर महीने क्रेडिट लिमिट का सिर्फ 30 फीसदी ही खर्च हो। इससे ज्यादा के खर्च से जाहिर होता है कि आप बिना सोचे-समझे पैसे उड़ाते हैं और आपकी कर्ज पर निर्भरता अधिक है।

साथ ही आपको कर्ज लेते समय रीपेमेंट के (loan repayment tenure) लिए लंबी अवधि चुननी चाहिए। इससे EMI कम रहेगी और आपको कर्ज चुकाने के लिए लंबा वक्त मिल जाएगा। आपके डिफॉल्ट करने की गुंजाइश भी कम रहेगी और आपका सिबिल स्कोर अपनेआप बेहतर होता जाएगा।