फोन का बिल टाइम से नहीं भरा तो खराब हो जाएगा CIBIL Score, जान लें पूरी सच्चाई
CIBIL Score : सिबिल स्कोर एक तीन अंकों की संख्या है जो व्यक्ति के पैसों के लेन देन के व्यवहार को दर्शाती है। यह कई कारकों पर निर्भर करता है। सिबिल स्कोर (CIBIL Score) हर बैंक व नॉन बैंकिंग फाइनेंशियल कंपनी के लिए जरूरी है। कहीं से भी आप लोन लेना चाहेंगे तो पहले आपके सिबिल स्कोर को चेक किया जाएगा। सिबिल स्कोर कम है तो आप लोन नहीं ले पाएंगे, अगर सिबिल स्कोर (CIBIL Score) अच्छा है तो बैंक आपको हंसते हंसते लोन ऑफर करेगा।

HR Breaking News (CIBIL Score) सिबिल स्कोर लोन लेने के लिए बहुत जरूरी संख्या है। बैंक में आप लोन लेने जाएंगे तो सबसे पहले आपका सिबिल स्कोर ही चेक किया जाएगा। बाकी बातें बाद में, सिबिल स्कोर (CIBIL Score) की जांच पहले की जाएगी। हर बैंक एक क्लीक में कुछ ही सेकेंड में आपके सिबिल स्कोर को निकाल सकता है। सिबिल स्कोर के आधार पर ही बैंक आपको पैसा देगा।
मोबाइल बिल की पेमेंट पर उठ रहा सवाल
लोन लेने या क्रेडिट कार्ड बनवाने जाते हुए बैंक आपका सिबिल (CIBIL) चेक करता है। सिबिल स्कोर बैंक के पैसे को वापस करने से बनता है। अगर आपने कोई चीज ईएमआई पर ली है तो टाइम पर ईएमआई भरने या लोन की रीपेमेंट टाइम पर करने से आपका सिबिल स्कोर (CIBIL Score) अच्छा रहता है, अब सवाल आता है कि क्या मोबाइल बिल के भुगतान से भी आपका सिबिल स्कोर पॉजिटिव या नेगिटिव होता है? आइए जानते हैं कि मोबाइल बिल आपके सिबिल स्कोर को कैसे प्रभावित करता है।
सीधा प्रभावित नहीं करता सिबिल स्कोर
भारत में मोबाइल बिल आपके सिबिल स्कोर को सीधे तौर पर प्रभावित नहीं करता है। अगर आप टाइम से मोबाइल के बिल को भरते हैं तो भुगतान करना आपके ओवरऑल क्रेडिटवर्थी पर सकारात्मक प्रभाव डालेगा। ये आपके क्रेडिट स्कोर (CIBIL Score) में दिखाई नहीं देगा। क्रेडिट यूटिलाईजेशन रेशो को भी यह प्रभावित नहीं करेगा।
किन बिलों के भुगतान को देखता है क्रेडिट ब्यूरो
सिबिल स्कोर (CIBIL Score) के लिए क्रेडिट ब्यूरो कई तरह की ट्रांजेक्शन को देखता है। इसमें क्रेडिट कार्ड बिल, लोन ईएमआई और अन्य क्रेडिट कार्ड की पेमेंट भारतीय क्रेडिट इन्फॉर्मेशन कंपनियों जैसे सीआईआरएफ आदि उपरोक्त कारकों को देखते हुए सिबिल स्कोर तय करती है।
भविष्य में बदल जाएगा CIBIL Score तय करने का मॉडल
सिबिल स्कोर (CIBIL Score) को तय करने के लिए भविष्य में मॉडल बदल जाएगा। इसके लिए नया मॉडल विकसित हो रहा है। यूटिलिटी बिलों, जैसे मोबाइल बिलों के पेमेंट, वाईफाई की पेमेंट आदि भी सिबिल स्कोर तय करने में मदद करती हैं। इनसे उन लोगों को भी लाभ होगा जो अपने बिल समय पर भर रहे हैं और क्रेडिट कार्ड और लोन जैसी ईएमआई नहीं चल रही हैं। अभी इन पर कार्य चल रहा है और देश में लार्ज स्केल पर नहीं लागू हुए हैं।
दूसरे एंगल से CIBIL Score पर असर डालता है मोबाइल का बिल
मोबाइल फोन का बिल का समय पर पेमेंट करने से सीधा आपके सिबिल स्कोर को नहीं बढ़ाएगा। परंतु, देरी से पेमेंट्स का बिल आपके क्रेडिट रिपोर्ट (CIBIL Score) निगेटिव रूप से प्रभावित कर सकता है। यह बिल की पेमेंट अगर कलेक्शन एजेंसी को भेज दी गई और बकाया राशि को आपसे वो मांगेंगे और यह रिकॉर्ड क्रेडिट ब्यूरो को मिलेगा तो सिबिल स्कोर को कम कर देगा। इसलिए समय से आप अपने बिलों का भुगतान करें।