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CIBIL Score : क्या बार बार चेक करने से खराब हो जाएगा आपका सिबिल स्कोर, RBI ने बदल दिया नियम

CIBIL Score News : सिबिल स्कोर अच्छा होना ग्राहक के लिए जहां कई मायनों में सही है, वहीं इसका खराब (Bad CIBIL Score Reasons) होना कई परेशानी खड़ी कर देता है। सिबिल स्कोर कई कारणों से खराब होता है लेकिन क्या बार-बार चेक करने से भी इस पर असर पड़ता है, इस बारे में अधिकतर लोग अनजान हैं। आरबीआई ने इसे लेकर अब पुराने नियम (RBI Rules for cibil score) को बदल दिया है। आइये जानते हैं इस बारे में खबर में।
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CIBIL Score : क्या बार बार चेक करने से खराब हो जाएगा आपका सिबिल स्कोर, RBI ने बदल दिया नियम

HR Breaking News - (cibil score update)। सिबिल स्कोर किसी ग्राहक की क्रेडिट हिस्ट्री, बैंक से आपका लेनदेन व आपकी वित्तीय क्षमता को दर्शाता है। तीन अंकों संख्या में तय किया जाने वाला सिबिल स्कोर (RBI News Rules for cibil score) बैंक ग्राहकों के लिए काफी अहम होता है। लोन लेने के लिए सिबिल स्कोर कितना जरूरी है,

यह लोन (loan news) लेने वाले अच्छी तरह जानते हैं। लोन लेने से पहले इसे चेक किया जाता है। कई लोगों को इसे लेकर यह कंफ्यूजन रहती है कि बार-बार चेक करने से सिबिल  स्कोर (cibil score new rules) पर क्या असर पड़ता है। क्या आरबीआई ने भी इस पर कोई नियम बनाया है? इन सभी सवालों का जवाब जानिये नीचे विस्तार से।

कितने दिन में अपडेट होगा सिबिल स्कोर-

सिबिल स्कोर अब महीने में दो बार अपडेट (cibil score update rules) किया जाएगा। यानी यह हर 15 दिन में अपडेट किया जाएगा। आरबीआई ने इस बारे में नए नियम भी लागू कर दिए हैं। हर महीने की 15 तारीख और महीने के अंत में सिबिल स्कोर अपडेट (cibil score update news) किया जा सकता है। इसके लिए बैंक अन्य  तारीख भी चुन सकते हैं।


बार-बार सिबिल स्कोर चेक करने का असर -

सिबिल स्कोर चेक करने के दो स्तर हैं। एक तो खुद चेक करना और दूसरा बैंक की ओर से चेक किया जाना। खुद ही सिबिल स्कोर चेक (cibil score checking effects) करते हैं, तो इसे "सॉफ्ट इंक्वायरी" कहा जाता है। इससे सिबिल स्कोर अधिक प्रभावित नहीं होता है, दूसरी ओर किसी बैंक या फाइनेंशियल संस्था द्वारा सिबिल चेक किया जाता है तो यह हार्ड इंक्वायरी (cibil score hard Inquiry) होती है। इससे सिबिल स्कोर कुछ पॉइंट्स तक घटा सकता है।

क्रेडिट स्‍कोर की रेंज -

क्रेडिट स्‍कोर 300 से 900 (cibil score range) के बीच होता है। यह आंकड़ा 750 से ज्‍यादा हो तो ग्राहक के लिए बेहतर होता है क्योंकि इस आंकड़े को अच्‍छा क्रेडिट स्‍कोर माना जाता है। क्रेडिट स्‍कोर (credit score) गिरने मुख्य कारण तय समय में लोन न चुकाना है। इसके अलावा और भी कई कारणों से सिबिल स्कोर गिर सकता है।

ऐसे खराब होता है सिबिल स्कोर -

क्रेडिट यूटिलाइज़ेशन रेश्यो गड़बड़ा जाने से सिबिल स्कोर (cibil score news) भी खराब हो जाता है। कम गैप में कई बार लोन अप्लाई करना, लोन सेटलमेंट कराना, किसी ऐसे व्‍यक्ति का लोन गारंटर बनना जो लोन या ईएमआई (loan EMI) को डिफॉल्ट कर जाए। क्रेडिट कार्ड का बिल समय पर न देने से सिबिल स्कोर खराब होता है। 

ऐसे बचाएं सिबिल स्कोर को खराब होने से-

सिबिल स्कोर को खराब (cibil score khrab kab hota h) होने से बचाने के लिए कई तरह के प्रयास करने जरूरी हैं। बार-बार लोन या क्रेडिट कार्ड के लिए आवेदन करने से भी यह खराब होता है। इसलिए बार-बार लोन (loan repayment rules) आदि के लिए आवेदन न करें, इससे सिबिल स्कोर खराब होता है। आवेदन करने से सिबिल की हार्ड इंक्वायरी होती है और यह डाउन होता है।

सिबिल स्कोर का ऐसे सुधारें -

आप अपने सिबिल स्कोर (cibil score new rules) को चेक करना चाहते हैं तो Cibil की आधिकारिक वेबसाइट या RBI द्वारा मान्यता प्राप्त संस्थान  से ही चेक करें। इसके साथ ही अपनी क्रेडिट हिस्ट्री (credit history) को सुधारें। इसके लिए आप समय पर लोन और क्रेडिट कार्ड के बिलों का भुगतान करके आप अपने Cibil स्कोर को सुधार सकते हैं।